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*पण्डित नेहरू को नही मिला न्याय खा रहे दर दर की ठोकरें*

पण्डित नेहरू को नही मिला न्याय खा रहे दर दर की ठोकरें

   सुरेन्द्र जैन धरसीवां
धरसीवां के पण्डित नेहरू शर्मा इन दिनों दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं जिसका कारण कोई और नही बल्कि भगवती पावर एंड स्टील लिमिटेड नामक फेक्ट्री प्रबन्धन ओर ठेकेदार उपेंद्र सिंह की मनमानी है।

   जानकारी के मुताबिक ओधोगिक क्षेत्र सिलतरा के फैस टू में स्थित भगवती स्पंज आयरन नामक फेक्ट्री में ठेकेदार उपेंद्र सिंह के अधीन धरसीवां के पण्डित नेहरू शर्मा सिविल का  काम किया करते थे दो साल पहले 13 दिसंबर 2017 की दोपहर कंपनी में अंदर सड़क निर्माण  के दौरान उनका दांया हाथ मिक्चर मशीन कैप्सूल में चला  गया और हाथ का पंजा बुरी तरह जख्मी हो गया जिसका स्थानीय सांईकृपा हास्पिटिल ओर रायपुर के निजी अस्पताल में कराया गया  लेकिन हड्डी टूटने के कारण अब उनके हाथ का पंजा काम करने लायक नही रहा....पीड़ित श्रमिक का कहना है कि कंपनी में काम करते वक्त उसके दाएं हाथ का पंजा जख्मी होने के बाद ठेकेदार ओर कंपनी प्रबन्धन ने कहा था कि पुलिस में रिपोर्ट मत कीजिये पूरा इलाज कराएंगे ओर काम से भी नही हटाएंगे लेकिन जब कंपनी ने कुछ समय बाद ही अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ा तब 2 जुलाई 2018 को सिलतरा चौकी पुलिस में उसने लिखित शिकायत दी और न्याय की गुहार लगाई अब उसका हाथ काम करने लायक नही होने के बाद एक तरफ कंपनी व ठेकेदार ने  दूध से मक्खी की तरह निकाल दिया है तो दूसरी तरफ वह कहीं बाहर भी कोई काम नही कर सकता कंपनी कोई हर्जा खर्चा भी नही दे रही बीते दो सालों से वह कंपनी के चक्कर काट रहे है..

..कंपनी के जीएम आरके सिंह इस मामले में कहते है कि पीड़ित ठेकेदार के अधीन काम करता था और ठेकेदार अब यहां से चला गया इस तरह वह अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं....

.इधर इस मामले में श्रमिक नेता हमीद खान धरसीवां ने कहा है कि कंपनी हमारे लोकल ग्रामीण के साथ अन्याय कर रही है पण्डित नेहरू शर्मा हमारे लोकल धरसीवां के निवासी हैं और आज वह रोजी रोटी को मोहताज है क्योकि कंपनी में उनका हाथ बेकार हो गया यदि कंपनी जल्द उसे न्याय नही देती है तो कंपनी के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
  
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