छत्तीसगढ़ी लेख- *हे लौह पुरुष तुम्हें नमन*
*हे लौह पुरुष तुम्हें नमन*
तुम जैसे लाल को जन्म देकर,भारत माता हो गई धन्य ।
नेता तो जग में अनेक हुए, तुम सा कोई न हुआ अन्य।।
बारडोली सत्याग्रह का तुमने कुशल नेतृत्व किया।
महिलाओं ने तुम्हें सरदार उपाधि से विभूषित किया।।
महात्मा गाँधी के तुम अनन्य मूक अनुयायी थे।
झबेर भाई व लाडबा देवी के पुत्र वल्लभ भाई थे।।
आजादी के महासमर में तन मन तुमने सौंप दिया।
असहयोग आंदोलन में प्राण तुमने फूंक दिया।।
हौसला ऐसा कि मृत्यु भी तुमसे घबराती थी।
कई बार पास आकर भी तुम्हें छू न पाती थी।।
अपने निश्चय पर अडिग, किसी से न घबराये।
अपनी दृढ़ता के कारण ही लौह पुरुष कहलाये।।
पद के कारण प्रतिष्ठित तो हर एक नेता होता है।
कोई विरला तुम सा जिससे पद प्रतिष्ठित होता है।।
बनना था तुम्हें प्रधानमंत्री पर गृह मंत्री ही बन पाये।
नेहरू की जिद के आगे गाँधी भी कुछ न कर पाये।।
562देशी रियासतों को भारत संघ में विलीन किया।
कोई जिसे न कर सका, असंभव को संभव कर दिया।।
हे असरदार सरदार तुम्हें है, नमन बार बार।
तुम ही थे इस देश के 'प्यारे' ,सच्चे कर्णधार।।
देश के स्वरणिम् इतिहास में, नाम तुम्हारा अमर रहेगा।
भारत का बच्चा बच्चा ,लौह पुरुष को याद रखेगा।।
*राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार वल्लभभाई पटेल की पावन जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।*
*प्यारेलाल साहू मरौद छत्तीसगढ़*