*ब्रह्माकुमारीज़ की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती का 60वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया*
*ब्रह्माकुमारीज़ की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती का 60वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया*
मण्डला-
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मण्डला के द्वारा ब्रह्माकुमारीज की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती जी की 60वीं पुण्य स्मृति दिवस मनाई गई। इस पुण्य स्मृति दिवस को आध्यात्मिक जान दिवस के रूप में मनाया गया।
यह कार्यक्रम ब्रह्माकुमारीज मार्ग, बस स्टैंड के पीछे स्थित स्थानीय सेवाकेंद्र "विश्व शांति भवन" के सभागृह में हुआ।
इस कार्यक्रम में राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन, ब्रह्माकुमारी शिवकुमारी बहन एवं ब्रह्माकुमार भाई बहनें उपस्थित रहे।
सुबह से ही ब्रह्माकुमार भाई बहनें योग तपस्या करने सेन्टर पहुँचें। सुबह मुरली क्लास हुई, मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती के निमित्त भोग लगा।
ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी ने मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती की जीवनी एवं विशेषताएं बताई कि वर्ष 1919 में अमृतसर के साधारण परिवार में मम्मा का जन्म हुआ था। उनके बचपन का नाम ओम राधे था। जब आप ओम की ध्वनि का उच्चारण करती थीं तो पूरे वातावरण में गहन शांति छा जाती थी, इसलिए भी आप ओम राधे के नाम से लोकप्रिय हुईं। आप बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि और प्रतिभावान थीं। वह गुप्त तपस्विनी थी। देखने में साधारण लगती थी लेकिन वह गुणों की खान थी। मम्मा का जीवन नेचुरल था उनका स्वभाव सरल था । उनके व्यवहार में मिठास थी।
सभी ने मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती को पुष्पांजलि श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद सभी ने ब्रह्माभोजन किया।