*माघी पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़ लोक संस्कृति की मनमोहक प्रस्तुति* सुआ, कर्मा, ददरिया, पंडवानी, मानस प्रसंग, भजन, डंडा नृत्य, फाग गीत ने किया भरपुर मनोरंजन
*माघी पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़ लोक संस्कृति की मनमोहक प्रस्तुति*
सुआ, कर्मा, ददरिया, पंडवानी, मानस प्रसंग, भजन, डंडा नृत्य, फाग गीत ने किया भरपुर मनोरंजन
राजिम
माघी पुन्नी मेला में महाशिवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कुलेश्वर महादेव मंदिर के पास बने सांस्कृतिक मंच में छत्तीसगढ़ी लोक विधा से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंच में छत्तीसगढ़ की लोककला और संस्कृति की छटा को प्रदर्शित करती लोकगीत और नृत्य कर्मा, सुआ, ददरिया, पंडवानी, डंडा नृत्य, जसगीत, मानस प्रसंग की मनमोहक प्रस्तुति राज्य के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा दिया गया। कार्यक्रम की शुरूआत पैरी के धार नृत्य नाटिका दुष्यंत दुबे चंगोराभाठा रायपुर लोककला से हुआ। जिसमें संदेशा ले जा रे.... और होली नृत्य तोला रंग देहु ओ... की प्रस्तुति दी गई। जगराता कार्यक्रम के अंतर्गत दीपक श्रीवास चैबेबांधा ने शिव वंदना में कैसे करू मै वंदना..., तोला मै सुमिरव मै गौरी गणेश..., ओम नमः शिवाय...., दिल में तू शिव की ज्योति जला के देख... की मनमोहन प्रस्तुति दी गई। पंडवानी गायिका पुना बाई बंसौर खट्टी (पांडुका) ने पांडव प्रसंग को पंडवानी गायन के रूप में बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। माॅ घटारानी जसगीत मंडलीय के गौकरण माणिकपुरी ने जसगीत से दर्शकों के मन में भक्ति-भाव का संचार किया। डोमेश सेन टोकरो ने मैं तोर शरण के हो गेव हा दीवान.... सुनाकर सभी को माता के चरणों में सीस नवाने में विवश किया। जय शारदा माॅ भजन मंडली गरिमा ठाकुर मगरलोड की सुमधुर भजनों से दर्शक झुमने लगे। अर्चना मानस परिवार करेली के द्वारा मानस भजनों की मोहे लगन लागि गुरू चरण......, रामनाम के हीरे मोती...., बोलो राम राम..... की प्रस्तुति दी गई।
आदिवासी कमार नृत्य अशोक ठाकुर विजयपुर देवरी, माॅ कौशिल्या सुआ नृत्य संतोषी हीरा बाई चक्रधारी मंडेली छुरा, जय गुरूदेव पंडवानी गंगाबाई माणिकपुरी शुक्लाभाठा मगरलोड़, धनजी राम साहू बोढ़की फिंगेश्वर, महेश साहू लोककला मंच नवागाॅव चंपारण, हरिकेश महानंद बागबाहर की जबरदस्त प्रस्तुति से दर्शक अंत तक मंच के सामने बैठे रहे और कार्यक्रम का भरपुर आनंद लिए। कलाकारों का सम्मान सांस्कृतिक संयोजक पुरूषोत्तम चंद्राकर, संतोष कुमार साहू, राजकुमार यादव, विधायक प्रतिनिधि रामकुमार साहू, सहायक सांस्कृतिक संयोजक शीतल चैबे, विष्णु जांगड़े, गोंदूराम दनके आदि ने स्मृति चिन्ह एवं पुष्प गुच्छे भेंटकर किया।


