*आज का सुविचार*
🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃
💠 *आज का सुविचार*💠
🎋 *..22-10-2020*..🎋
✍🏻जितना संभव हो सके खामोश ही रहा करिए, क्योंकि इंसान से सबसे ज्यादा गुनाह जुबान ही करवाती है।
💐 *Brahma Kumaris* 💐
🌷 *σм ѕнαитι*🌷
🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃
♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻राख की कई परतों के नीचे तक देखा, पर अफ़सोस.. वो गुरुर, वो रूबाब, वो पद और रुतबा कहीं नज़र नहीं आया, जो सारी उम्र ओढ़े बैठे थे।
🌹 *σм ѕнαитι.*🌹
♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
🙏 *ॐ शांति* 🙏
अच्छी और सच्ची बातों को बार-बार सुनें और सुनाएं, क्योंकि सत्य से ही सत्य को बल मिलता है और सत्य यह है कि आप एक *आत्मा* हैं... और सच्चा *ज्ञान* ही आत्मा का पौष्टिक भोजन है।
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
ओम शांति
*जिस प्रकार जिस रंग का चश्मा आँखों में चढ़ा लिया जाता है, संसार की प्रत्येक वस्तु उसी रंग की दिखाई देने लगती है।*
जबकि वास्तव में उस रंग की होती नहीं। यही दशा इस प्रकार के लोगों की होती है। *दोष-दृष्टि होने से उन्हें दोष के सिवाय किसी व्यक्ति अथवा वस्तु में कोई अच्छाई ही नहीं दिखलाई देती।*
*जबकि संसार में केवल बुराई अथवा कुरूपता ही नहीं है, अच्छाई और सुन्दरता भी है।*
*सड़ा-गला, कूड़ा-कचरा और मल सर्वथा बुरी वस्तुयें मानी जाती हैं, किन्तु सब यही सब पक कर खाद बन जाते हैं, तब सभी उसको एक मत से उपयोगी एवं आवश्यक मान लेते हैं और निःसन्देह वह हो भी ऐसा जाता है।*
तात्पर्य इस *संसार की कोई भी वस्तु न तो केवल खराब ही है और न अच्छी। हर वस्तु के अच्छे-बुरे दोनों पहलू होते हैं। दोष रहित, निर्विकार और सदा शुद्ध तो एक मात्र परमात्म-सत्ता ही है।*
ओम शांति
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸