बिना सूचना के नगर के, के .पी .एस. स्कूल अचानक बंद हो जाने से पालको के साथ बढ़ी बच्चों की भविष्य की चिंता
बिना सूचना के नगर के, के .पी .एस. स्कूल अचानक बंद हो जाने से पालको के साथ बढ़ी बच्चों की भविष्य की चिंता
राजिम:-
नगर के, के .पी .एस. स्कूल अचानक बंद हो जाने का मामला दिनों , दिन बढ़ते ही जा रहा है, आर टी ई में एडमिशन हुये बच्चों के पालक की चिंताएं बढ़ती ही जा रही है। आखिर स्कूल बंद हो जाने की स्थिति में उनके बच्चे कहा पढ़ाई करेंगे।
ज्ञात हो कि नगर के कृष्णा पब्लिक स्कूल के संचालक द्वारा स्कूल को दिनांक 17 . 2. 2020 को जिला शिक्षा अधिकारी को 2019- 20 के पश्चात स्कूल का संचालन नही करने हेतु आवेदन प्रषित किया गया था। साथ ही 8.03.2021 को स्कूल को बंद करने व आर टी ई पोर्टल से स्कूल का नाम हटाने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र प्रेशत किया गया।
उक्त पत्र पर कार्यवाही करते हुये जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल की मान्यता को रद्द के सम्बन्ध में नोडल अधिकारी दिनांक 05, 06,2021 को पत्र प्रेशत करते हुये 2020- 2021 से कृष्ण पब्लिक स्कूल की मान्यता को स्वतः रद्द किया गया।
स्कूल को बंद करने की समाचार को सुनकर पालकों में स्कूल प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। और स्कूल बंद होने व बच्चों के शिक्षा को लेकर चिंतित कुछ पालकों ने पटेल समाज के जिला अध्यक्ष व भाजपा नेता को अपनी समस्या बताई जिस पर मामला को गम्भीरता से लेते हुये स्कूल प्रशासन से आर टी ई के तहत बच्चों को के पी एस स्कूल जिसे राजिम जिला गरियाबंद से बंद करके नवापारा रायपुर जिला में स्थापित करना चाहते है , उन सभी 18 बच्चों को नवापारा में अध्यापन करने का आग्रह समाचार पत्र के माध्यम से किया गया था। साथ ही यदि आर टी ई में अध्ययन रत छात्रों को यदि नवापारा में स्थित स्कूल में अध्यापन निःशुक्ल नही कराये जायेंगे तो वे बच्चे कहा जायेंगे।
उन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
हाल ही में स्कूल संचालक द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से राजिम के स्कूल को बंद नही किया गया है बल्कि नवापारा में हस्तांतरण किया गया है और बच्चों को अनेक प्रकार को सुविदा देने की बात कही गई है। और कुछ अज्ञात तत्व द्वारा स्वार्थ पूर्ति हेतु तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर स्कूल के प्रति भरम फैलाये जाने का आरोप लगाया है। जिस पर पटेल समाज के जिला अध्यक्ष व भाजपा नेता सोमनाथ पटेल सोमनाथ पटेल व पालक मोहन साहू ने आपत्ति दर्ज करते हुये कहा है कि इस स्कूल में 18 बच्चों का एडमिशन आर टी ई के तहत राजिम व आस पास के गांव से हुई है। सभी 18 बच्चों का निशुल्क शिक्षा स्कूल देने का जवाबदारी स्कूल संचालक द्वारा लिया गया है। जिससे स्कूल बंद हो जाने से गरीब बच्चों के पालक चिंतित है।
अतः जिला अध्यक्ष सोमनाथ पटेल ने कहा है कि स्कूल संचालक स्कूल में कही भी शिप्ट करे, लेकिन उन गरीब 18 बच्चों को निःशुक्ल पढ़ाने की जवाबदारी राजिम स्थित स्कूल में लिया था। अतः उन्हें नवापारा में निशुल्क प्रवेश देकर अध्यापन करावे।
साथ ही पालक मोहन साहू चौबेबन्धा ने स्कूल प्रशासन को स्पष्ट शब्दों में कहा है कि स्कूल प्रशासन की मनमानी नही की जावेगी यदि स्कूल को बंद करने से पहले किसी भी पालक को सूचना क्यो नही दिया गया। आखिर हम अपने बच्चों को महंगी शिक्षा देने में अश्मर्थ है। अतः पालक मोहन साहू ने स्कूल प्रशासन से परेशान होकर बच्चे के भविष्य के लिये चिंचित होकर गरियाबंद कलेक्टर को पत्र लिख कर स्कूल संचालक के खिलाफ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर कार्यवाही करते हुये बच्चों को निःशुक्ल शिक्षा के तहत राजिम से नवापारा में स्थित के पी एस स्कूल में प्रवेश देने हेतु आग्रह किया है।