*खूनी सिक्स लाइन ने फिर चौबीस घण्टे में निगलीं तीन जिंदगियां*
*तमाशबीन बनी केंद्र व राज्य सरकार में बेलगाम तन्त्र*
*खूनी सिक्स लाइन ने फिर चौबीस घण्टे में निगलीं तीन जिंदगियां*
*स्वार्थियों की स्वार्थ पूर्ति को सिक्स लाइन को बना दिया मौत की लाइन*
सुरेन्द्र जैन/ धरसींवा
जब सरकारें ही तमाशबीन हो जाएं तो तन्त्र तो बेलगाम होगा ही शायद यही कारण है कि सिक्स लाइन के नाम पर चन्द स्वार्थी तत्वों की स्वार्थ पूर्ति को सिक्स लाइन के नाम पर मौत की लाइन बना दी गई जहां हर रोज दर्दनाक हादसे हो रहे हैं बीते चौबीस घण्टे में ही इस खूनी सिक्स लाइन ने पूर्व जनपद सदस्य गोपाल निषाद सहित तीन जिंदगियों को लील ली है।
करोड़ों की लागत से निर्मित रायपुर बिलासपुर फोरलेन में सांकरा से सिमगा तक सिक्स लाइन का निर्माण किया गया है लेकिन सांकरा से सिलतरा चरोदा मोड़ तक कहीं सिक्स लाइन पर चढ़ने उतरने ओर अंडरब्रिज का निर्माण न होने से सांकरा की सीमा से चरोदा टर्निंग तक यह सिक्स लाइन खूनी सिक्स लाइन बनकर रह गई है जहां रोज किसी न किसी के साथ दुर्घटना हो रही हैं।
*चौबीस घण्टे में तीसरी मौत*
खूनी सिक्स लाइन पर बीते चौबीस घण्टे में आज सुबह तीसरी दर्दनाक मौत हुई रायपुर बिलासपुर राजमार्ग पर सांकरा से ही एक ओर फोर लेन सड़क का निर्माण सांकरा से टाटीबंध तक हुआ है सांकरा जेके विडियोहाल के सामने एक ओवर ब्रिज बना है टाटीबंध जाने वाले फोरलेन मार्ग पर सांकरा सीमा पर स्थित ओवर ब्रिज बनाया गया है इसी ओवर ब्रिज के उतरते ही एक दुर्घटना चौक बना दिया है ।
सुबह एक ट्रेलर से हाइवा भिड़ गए जिसमे चालक की दर्दनाक मौत हो गई घटना की सूचना मिलते ही सिलतरा पुलिस मौके पर पहुची ओर मृत चालक को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकालकर पोस्ट मार्डम को भेजा।
*पूर्व जनपद सदस्य के साथ महिला की भी मौत*
रविवार को इसी खूनी सिक्स लाइन पर वाइक सवार पूर्व जनपद सदस्य गोपाल निषाद की वाइक को कार ने टक्कर मारी जिसमे गोपाल निषाद की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी उनके साथ बैठी महिला गंभीर रूप से घायल थी उसकी भी इलाज के दौरान आज अस्पताल में मौत हो गई।
*सिक्स लाइन के दाएं बाएं गांव व फेक्ट्रियो को किया नजरअंदाज*
इस सिक्स लाइन के दाएं एवं वाएँ दोनो तरफ दर्जनों गांव तो हैं ही साथ ही बड़ी संख्या में ओधोगिक इकाइये भी मौजूद हैं जहां रोजाना हजारों मजदूरों के अलावा सैंकड़ो भारी मालवाहक ओर छोटे वाहनों की आवाजाही होती है इस सबके बाबजुद इन सभी को नजरअंदाज करते हुए मनमाने ढंग से सिक्स लाइन का निर्माण करना अब रोजाना मौत को दावत दी रहा है।
*स्कूली छात्र छात्राएं भी हलाकान कर चुकी आन्दोलन*
सिक्स लाइन के दूसरी तरफ पूर्व दिशा में सिलतरा है जहां शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है इसलिए मार्ग के पश्चिम में स्थित मुरेठी की ग्रामीण बच्चियां जान जोखिम में डालकर सिक्स लाइन पार कर स्कूल पहुचती है इस दौरान चुकी सिक्स लाइन पर चढ़ने उतरने की कोई समुचित व्यवस्था नही दी गई इसीलिये छात्र छात्राएं सिक्स लाइन पार करने के पहले ही बिजली आफिस के सामने अपनी साइकिलों को खड़ा कर जाना पड़ता है
छात्र छात्राओं ने कई बार आन्दोलन किया लेकिन उन्हें भी हमेशा जिम्मेदारों का सिर्फ आश्वासन ही मिला है अब तक लेकिन समस्या का समाधान किसी ने नहीं किया।
*ये हैं खूनी सिक्स लाइन बनने के कारण*
सिक्स लाइन फोर लाइन के निर्माण जनसुविधाओं में विस्तार के लिए होते हैं लेकिन इस सिक्स लाइन के खूनी सिक्स लाइन बनने के कुछ ऐंसे कारण हैं जो पूरी तरह बेलगाम तन्त्र की मनमानी को प्रदर्शित करते है ।
सबसे बड़ा कारण है सांकरा पुराना चोक,सिलतरा पुराना दारुभट्टी चोक,ओर चरोदा टर्निंग पर अंडरब्रिज ओर सिक्स लाइन पर चढ़ने उतरने मार्ग नही बनाना
यदि इन प्रमुख स्थलों पर अंडरब्रिज ओर सिक्स लाइन पर दोनो तरफ से चढ़ने उतरने मार्ग बनते तो रायपुर बिलासपुर की तरफ से आने जाने वाले भारी मालवाहक ही नही अपितु सभी वाहन सिक्स लाइन से उतरते ओर सीधे अपने गंतव्य तक पहुचते इससे फिर न तो सर्विस रोड पर जाम लगता न दुर्घटना होती न उधोगो के वाहनों से सर्विस रोड कभी व्यस्त रहते स्कूली छात्र छात्राएं भी अंडरब्रिज होने से सुरक्षित स्कूलों तक आना जाना करतीं हजारों ग्रामीण मजदूरों को भी जान जोखिम में लेकर सिक्स लाइन को पैदल पार नहीं करना पड़ता वहीं निको फेक्ट्री से आने जाने वाले वाहन भी फेक्ट्री के सामने ही सिक्स लाइन से उतरते चढ़ते एवं अंडरब्रिज से सड़क पार करते इसी तरह सिलतरा में भी अंडरब्रिज व उतरने चढ़ने की व्यवस्था से सारी समस्या का स्थायी समाधान रहता लेकिन जान बूझकर जिम्मेदारों ने ऐंसा नहीं किया जानबूझकर इसलिए क्योकि निर्माण के पूर्व ही इन समस्याओं की तरफ ध्यान दिलाने पर सुनवाई करने आये जिम्मेदारों ने आश्वस्त किया था कि अंडरब्रिज बनेंगे कोई समस्या नहीं आएगी फिर भी ऐंसा नहीं किया तो आख़िर किन्हें लाभ पहुचाने जनता को मौत के मुंह मे धकेला गया है यदि इसकी गहराई में जाये तो जिस जगह चोक बनाया गया जो दुर्घटना चोक बन चुका है उसके आसपास एक प्रमुख राजनीतिक दल के नेताओ की सडक़ किनारे जमीन उन्होंने पहले से ले रखी थी यदि चरोदा सिलतरा पुराना दारुभट्टी चोक ओर सांकरा के पुराने चोक के सामने अंडरब्रिज ओर सिक्स लाइन पर उतरने चढ़ने मार्ग बनाया जाता तो वहीं से हर वाहन उतरते चढ़ते लेकिन प्रभावशालियो की जमीन कीमती नहीं हो पाती उनके सामने मार्केट विकसित नहीं हो पाता बस इसी कारण इस सिक्स लाइन को जनता के लिए खूनी सिक्स लाइन बना दिया गया जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है।