रायपुर नयी राजधानी प्रभावित किसान का अनिश्चित क़ालीन धरना को प्रशासन ने तड़के रात दमन पूर्वक हटाया, शासन की छल पूर्वक नीति - fastnewsharpal.com
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रायपुर नयी राजधानी प्रभावित किसान का अनिश्चित क़ालीन धरना को प्रशासन ने तड़के रात दमन पूर्वक हटाया, शासन की छल पूर्वक नीति

 रायपुर नयी राजधानी प्रभावित किसान का अनिश्चित क़ालीन धरना को प्रशासन ने   तड़के रात दमन पूर्वक हटाया, शासन की छल पूर्वक नीति



नया रायपुर

मिली जानकारी अनुसार नयी राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के मीडिया प्रभारी एवं पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य  परमानंद जांगड़े किसानो के आंदोलन को अंग्रेज़ी हुकूमत के तर्ज़ में कुचले जाने पर कांग्रेश सरकार को आड़े हाथ लिया। 

किसान के हितैषी के रूप में  कांग्रेश के भूपेश सरकार को जानी जाती थी लेकिन कल की कार्यवाही कलंकित कर दिया एवं किसानो के प्रति शासन का अशली चैहरा सामने आ गया   

 नयी राजधानी  में प्रभावित गावँ  के किसान अपनी जायज  माँग को लेकर  विगत चार माह से अनिश्चित क़ालीन 24 घंटे आंदोलन में बैठे थे। जिसे अचानक प्रशासन ने दमन पूर्वक हटा दिया है। 

जांगड़े ने मीडिया में विज्ञप्ती जारी कर किसानो के जायज़ माँग जिसे राज्य सरकार पुरा करने के लिये  आदेशित किया हुआ है। जिसके क्रियान्वयन को लेकर चार माह से प्रभावित क्षेत्र की जनता धरना में  बैठी है। Nrda प्रशासन राज्य सरकार को गुमराह कर उनके जायज़ माँग पर पलीता लगाने में आमादा  नज़र आ रही है। किसानो के छै माँग मान ली है।  करके राज्य सरकार एवं Nrda प्रशासन खूब प्रचार प्रसार किया  परमानंद जांगड़े ने  शासन प्रशासन द्वारा हमारे किसान नेताओ को हटधर्मी  बता कर नेतागिरी करने आरोप लगाया था जिस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए नयी राजधानी प्रभावित किसान संगठन के पदाधिकारी एवं जनता के संघर्ष को याद करने कड़कड़ाती ठंड एवं भरी धूप में  अपनी काम धाम को त्याग कर आंदोलन   कर रहे है। किसान मजबूर होकर आंदोलन कर रहे है। श्री जांगड़े ने शासन की मंशा पर सवाल उठाते हुए शासन से माँग की है की शासन की मंशा अगर साफ़ है तो किसान  संगठन एवं शासन प्रशासन आमने सामने बैठ कर किसानो की  माँग को पूरा कर धरना को समाप्त करें। ना की दमनकारी निती के तहत आंदोलन को कुचले  सूचना मिल रही है की कल रात से कई किसान नेताओ को धरना स्थल से ले गये है। धरना स्थल में बुलडोजकर चला कर स्थान ख़ाली करा दिया है। जो कांग्रेश सरकार में किसानो के साथ बर्बरता पूर्वक कार्यवाही उनके शासन के लिये कलंकित साबित होगी जो इतिहास में काला अध्याय के रूप में दर्ज हो गयी है। 

भारत के किसानो के मसीहा किसान नेता  श्री  राकेश टिकैत  किसानो के आंदोलन के समर्थन करने नया रायपुर आने वाले  है। जिससे भयभीत होकर प्रशासन आनन फानन में आंदोलन को ख़त्म करने में आमादा हो गयी   परमानंद जांगड़े ने   कार्यवाही की निदा किया  है। श्री राकेश टिकैत ने विडियो जारी कर शासन से दमन कारी निती  पर रोक लगाने एवं किसानो से शांति पूर्वक आंदोलन करने की अपील किया है। गावँ में बैठक का दौर जारी है। प्रभावित क्षेत्र की जनता में दमन कारी कार्यवाही से जनता में आक्रोश फैल रहा है। समिति के आदेश की प्रतीक्षा है। प्रभावित क्षेत्र की जनता एकजुट होकर अपने हक़ अधिकार की लड़ाई मिलकर लड़ने के लिय सब क़मर कस लिया है। जेल रेल सब के लिये प्रभावित क्षेत्र  की जनता तैयार खड़ा है। प्रभावित क्षेत्र के युवा वर्ग  एवं महिला वर्ग  आज की दमन कारी कार्यवाही से काफ़ी आक्रोशित हो गये है। पुलिस किसान नेताओ को घर घर जाकर खोज रहे है। अंग्रेज़ी शासन की तर्ज  में किसानो के साथ बर्बरता पूर्वक कार्यवाही किया गया। धरना स्थल से बिजली काट कर दूसरे दिन रात्रि 3 बजे  बुलडोज़र चला कर धरना स्थल से किसानो को खदेड़ दिया। किसान नेताओ को कई प्रकार से   उनको अनेक हथकंडे अपनाकर हमारे नेताओ को परेशान कर रहे है। जो हिटलर शाही निती है जिसकी नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति घोर निंदा करती है।

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