मकर संक्रांति से रथ सप्तमी तक की अवधि पर्वकाल है, इस पर्व में किया गया शुभ कार्य विशेष फलदाई होती है ------ ब्रह्मकुमारी बिंदु दीदी - fastnewsharpal.com
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मकर संक्रांति से रथ सप्तमी तक की अवधि पर्वकाल है, इस पर्व में किया गया शुभ कार्य विशेष फलदाई होती है ------ ब्रह्मकुमारी बिंदु दीदी

 मकर संक्रांति से रथ सप्तमी तक की अवधि पर्वकाल है, इस पर्व में किया गया शुभ कार्य विशेष फलदाई होती है ------ ब्रह्मकुमारी बिंदु दीदी



 सूर्य के उत्सव को ही संक्रांत कहते है ---------- डाली साहू


छुरा /कोपरा:-

 प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय  की सेवाकेंद्र कोपरा में  गत दिवस  माताओं व बहनों के लिए हल्दी कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय सेवा केंद्र की बहनों द्वारा किया गया। जहां ब्रह्माकुमारी बहनों ने  नगर एवं ग्रामीण अंचल से पहुंचे  महिलाओ  का स्वागत किया एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सरपंच श्रीमती डाली साहू, व विशेष अतिथि श्रीमती भारती साहू रही।




वही मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमारी संस्थान गरियाबंद सेवाकेंद्र की प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी बिंदु दीदी ने सभी माताओं बहनों को आशीर्वचन देते हुए अपने व्याख्यान में कहा कि हमारे धर्म शास्त्रों में संक्रांति को देवता माना गया है।यह नीचे से ऊपर चढ़ने का उत्सव है।इस लिए इसका  महत्व अधिक हो जाता है। मकर संक्रांति से रथ सप्तमी तक की अवधि पर्वकाल कहलाती है। इस पर्व में किया गया किया दान और शुभ कार्य विशेष फलदाई होती है उन्होंने कहा की हल्दी और कुमकुम लगाने से सुहागिन स्त्रीयो मे देवी दुर्गा का अप्रकट तत्व जागृत होता है । जो श्रद्धापूर्वक हल्दी कुमकुम लगाने से जीव आत्माओं में कार्यरत होता है। उन्होंने कहा कि हल्दी और कुमकुम धारण करना अर्थात एक प्रकार से ब्रह्मांड में अव्यक्त आदिशक्ति तरंगों को जागृत होने हेतु आह्वान करना है।

ब्रह्मकुमारी  दीदी ने आगे बताई कि हल्दी कुमकुम के माध्यम से एक आत्मा का दूसरे आत्मा में उपस्थित देव तत्व की पूजा करना है। हल्दी ,कुमकुम और  उपायान देने आदि विधि से व्यक्ति पर  भक्ति भाव का संस्कार होता हैं ।

वही  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सरपंच श्रीमती डाली साहू ने कहा कि यह पर्व सूर्य देवता का  पर्व है। सूर्य के उत्सव को संक्रांत कहते हैं उन्होंने ब्रह्माकुमारी दीदीयो का धन्यवाद ज्ञापित किया कि प्रतिवर्ष हल्दी कुमकुम का कार्यक्रम हम महिलाओ के लिए आयोजित किए जाते है।ये हमारा सौभाग्य है। वही कार्य क्रम को भारती  साहू ने भी संबोधित किया कहा कि यहां आने से शांति के साथ साथ नई नई जानकारियां मिलती है।हमारे जीवन को ऊर्जा से भर देती है।ये दिव्य ज्ञान है जो आत्मिक अनुभूति कराती है।

सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्मकुमारी कुंती दीदी ने सभी श्रद्धालु माताओं को भेट स्वरूप हल्दी,कुमकुम के साथ उपायन दिए । उपायन से परमात्म कृपा होती है और जीव आत्म को इच्छित फल प्राप्त होता है।

   कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओ की उपस्थिती रही।

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