ब्रह्माकुमारीज़ के ग्लोबल अस्पताल में एमआरआई की सुविधा हुई उपलब्ध
ब्रह्माकुमारीज़ के ग्लोबल अस्पताल में एमआरआई की सुविधा हुई उपलब्ध
माउन्ट आबू (राजस्थान)
सिरोही जिले में चिकित्सा सेवा सुविधाओं के विस्तार को लेकर आधुनिक उपकरण स्थापित हुए । इसके तहत अब क्षेत्र के लोगों को ग्लोबल अस्ताल के ट्रॉमा सेंटर में एमआरआई की सुविधा मिल सकेगी।
ग्लोबल अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में आईओसीएल के प्रदेश प्रमुख, निदेशक आलोक कुमार पांडा ने कहा कि आधुनिक उपकरणों का क्षेत्र की जनता को पूरा लाभ मिले इसके लिए ग्लोबल अस्पताल और आईओसीएल के मध्य हुए एमओए के तहत ट्रॉमा सेंटर में एमआरआई आधुनिक उपकरण स्थापित किया गया है, जिससे मरीजों को उच्च गुणवतायुक्त चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। ग्लोबल अस्पताल निदेशक डॉ. प्रताप मिढ्ढा ने कहा कि आधुनिकतम उपकरण एमआरआई के स्थापित होने से अब क्षेत्र के लोगों को
अहमदाबाद, उदयपर, पालनपुर नहीं जाना पड़ेगा। ट्रॉमा सेंटर में ही मरीज इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। आईओसीएल डीजीएम, एचआर आरएसओ राजेश पंत ने कहा कि नवीनतम तकनीक से अब क्षेत्र के वाशिंदों को वंचित नहीं रहना पड़ेगा। ग्लोबल अस्पताल की निस्वार्थ सेवाओं को देखते हुए आईओसीएल ने एमआरआई उपकरण मुहैया करवाया है। उदयपुर आईओसीएल डीआरएसएच प्रदीप कुमार सचदेव ने कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में दिनोंदिन बढ़ रही ग्लोबल अस्पताल की सेवाओं को देखते हुए एमआरआई आधुनिक उपकरण स्थापित किया गया है, जो लोगों के लिए वरदान साबित होगा। ग्लोबल अस्पताल की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. रोजा टूम्मा, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. आनंद बी., भरतभूषण पानीपत, डॉ. वैभव विशाल, डॉ. निखिल पटेल, डॉ. निरंजन उपाध्याय, डॉ. जयंत भावमिक, डॉ. स्वपन गुप्ता, डॉ. पीयूष शर्मा, कर्नल जितेंद्र सिंह, कर्नल आर एम सिंह, मुख्य परिचारिक रूपा उपाध्याय आदि मौजूद थे।
ग्लोबल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर
पश्चिमी राजस्थान भारत के सबसे कम सुविधा प्राप्त क्षेत्रों में से एक है। इसका अधिकांश भाग रेगिस्तान है, पानी की कमी है और साक्षरता दर कम है। अधिकांश आबादी बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित है। यह स्थिति 1990 में सिरोही जिले (जहां माउंट आबू स्थित है) में ब्रह्मा कुमारियों द्वारा जे वाटुमुल मेमोरियल ग्लोबल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (जीएचआरसी) की स्थापना के साथ बदलना शुरू हुई। शांत, ग्रामीण परिवेश में उच्च-गुणवत्ता, आधुनिक, समग्र स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया, अस्पताल का प्रबंधन और संचालन ब्रह्माकुमारीज़ के सदस्यों द्वारा स्थापित और समर्थित एक धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। यह हर साल लगभग 100,000 लोगों को मुफ्त या रियायती इलाज और दवाएं प्रदान करता है, जिनमें से लगभग 54,000 जिले के 855 गांवों में रहने वाले आदिवासी हैं। अधिक जानने के लिए, ghrc-abu.com पर जाएँ।


