शिक्षा
12 वी में चौथा रैंक : अमलीपदर के लाल सौरभ साहू ने गरियाबंद को किया गौरवान्वित
मंगलवार, 23 जून 2020
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गरियाबंद
12 वी में चौथा रैंक : अमलीपदर के लाल सौरभ साहू ने गरियाबंद को किया गौरवान्वित
निट तथा आईएएस की तैयारी कर रहा है सौरभ
किसान पिता तथा एएनएम माता का है पुत्र
अमलीपदर के कोदोभाटा का है निवासी
गरियबन्द–अमलीपदर के लाल ने गरियाबंद जिले का सर गर्व से ऊंचा किया है 12वीं हायर सेकेंडरी परीक्षा में प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया है किसान पिता और एएनएम मां का बेटा सौरभ साहू अभी डॉक्टर बनने नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा है मगर आगे आईएएस की भी तैयारी करने की योजना है भिलाई के शकुंतला विश्वविद्यालय से पढ़ने वाला सौरभ बचपन से ही मेधावी छात्र रहा है दसवीं में 91.1% लाने के बाद अब 12वीं में इस बार 96.2 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित कर प्रदेश में चौथे स्थान पर रहा।
सौरभ से चर्चा करने पर उसका कहना है कि वह आईएएस बंद कर प्रदेश के लिए कुछ करना चाहता है वही वह अपने इस सफलता का श्रेय माता-पिता तथा गुरुजनों को देता है वह कहता है कि माता उषा साहू तथा पिता खिलावन साहू ने उसकी प्रतिभा को पहचान कर उसे भिलाई के शकुंतला विद्यालय के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने के दौरान वह केवल 3 बार ही छुट्टी लेकर गांव आया था वही पढ़ाई में स्कूल के अलावा 5 घंटे का अतिरिक्त समय देता था
सौरभ की कामयाबी के बाद आज उसके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है लोग उसे मिठाईयां खिला रहे हैं और उसकी बेहतरीन मेहनत की तारीफें कर रहे हैं
12 वी में चौथा रैंक : अमलीपदर के लाल सौरभ साहू ने गरियाबंद को किया गौरवान्वित
निट तथा आईएएस की तैयारी कर रहा है सौरभ
किसान पिता तथा एएनएम माता का है पुत्र
अमलीपदर के कोदोभाटा का है निवासी
गरियबन्द–अमलीपदर के लाल ने गरियाबंद जिले का सर गर्व से ऊंचा किया है 12वीं हायर सेकेंडरी परीक्षा में प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया है किसान पिता और एएनएम मां का बेटा सौरभ साहू अभी डॉक्टर बनने नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा है मगर आगे आईएएस की भी तैयारी करने की योजना है भिलाई के शकुंतला विश्वविद्यालय से पढ़ने वाला सौरभ बचपन से ही मेधावी छात्र रहा है दसवीं में 91.1% लाने के बाद अब 12वीं में इस बार 96.2 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित कर प्रदेश में चौथे स्थान पर रहा।
सौरभ से चर्चा करने पर उसका कहना है कि वह आईएएस बंद कर प्रदेश के लिए कुछ करना चाहता है वही वह अपने इस सफलता का श्रेय माता-पिता तथा गुरुजनों को देता है वह कहता है कि माता उषा साहू तथा पिता खिलावन साहू ने उसकी प्रतिभा को पहचान कर उसे भिलाई के शकुंतला विद्यालय के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने के दौरान वह केवल 3 बार ही छुट्टी लेकर गांव आया था वही पढ़ाई में स्कूल के अलावा 5 घंटे का अतिरिक्त समय देता था
सौरभ की कामयाबी के बाद आज उसके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है लोग उसे मिठाईयां खिला रहे हैं और उसकी बेहतरीन मेहनत की तारीफें कर रहे हैं
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