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स्वाथ्यकेन्द्र में सुविधा देने के बजाय पीड़ितों को लौटाए वापस , बीच रास्ते मे वेन के अंदर हुआ डिलवरी
शनिवार, 4 जुलाई 2020
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स्वाथ्यकेन्द्र में सुविधा देने के बजाय पीड़ितों को लौटाए वापस , बीच रास्ते मे वेन के अंदर हुआ डिलवरी
गरियाबंद-सरकार लोगो को स्वास्थ्य सुविधा देने की बात तो कह रही है , लेकिन धरातल पर आज भी कुछ स्वाथ्य विभाग की लापरवाही के चलते लोगो को समुचित ब्यवस्था नही मिल पा रही है ।और लोग परेशान हो रहे है ।ऐसे ही परेशानी का सामला घुटकुनवापरा ग्राम में देखने को मिला जहॉ आज स्वास्थ्य सुविधा घुटना टेक दिया और स्वाथ्य विभाग की सुविधा के बगैर वेन वाहन में ही प्रसव होते हुए स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ । गौरतलब है कि गरियाबंद जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर ग्राम घुटकुनवापरा निवासी बलराम गन्धर्व की पत्नी का प्रसव पीड़ा गुरुवार सुबह प्रारम्भ हुआ जिसका डिलवरी कराने के ग्राम के महिला स्वाथ्य कार्यकर्ता के आस जाने के लिए वार्ड मितानिन से सम्पर्क किये लेकिन मितानिन के द्वारा यह कहा गया कि ग्राम के महिला स्वाथ्य कार्यकर्ता अभी कोरोना काल के समय मे डिलीवरी नही कराएगी ।इस बात से बलराम गन्धर्व अपनी पत्नी जो प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी उसे वेन में लेकर डिलीवरी के लिए ग्राम सोहागपुर उपस्वास्थ्य केंद्र लेकर गया लेकिन कोरोना संक्रमण का हवाला देकर वहां प्रसव न होने की बात कहकर उन्हें वापस कर दिया गया ,तब वे पीड़ित परिवार ग्राम कोचवाय उपस्वास्थ्य केंद्र पहुचे लेकिन उन्हें बाहर दरवाजे से ही वापस जाने बोले ।लेकिन पीड़ित परिवार अपनी पत्नी को तड़पता देख कोचवाय स्वाथ्यकेन्द्र के बरामदे में ही डिलीवरी कराके वापस हो जाने की विनीति किये फिर भी उन्हें भर्ती नही किया गया ।जिससे परेशान होकर बलराम गन्धर्व अपनी पत्नी को लेकर वापस घर लौट रहा था उसी दरम्यान ग्राम बहेराबुड़ा के पास वेन में ही प्रसव पीड़ा बढ़ा और राह में ही वेन के अंदर स्वस्थ बच्ची को जन्म देते हुए डिलीवरी हो गया । इस विषय मे सी एम एच ओ से मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क किया गया लेकिन वे फोन नही उठाये ।वही ग्राम के महिला स्वाथ्य कार्यकर्ता से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ग्राम में कोरोना संक्रमित मरीज पहले पाया गया था उसी दौरान उपस्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी नही कराने की बात कही थी ।गौरतलब है कि एक तरफ राज्य शासन बड़े बड़े बोर्ड लगवाकर लोगो तक ये संदेश पहुच रही है कि स्वाथ्य विभाग आपके द्वार लेकिन धरातल में देखा जा रहा है कि मरीज स्वाथ्य विभाग तक पहुच तो रहे है लेकिन उन्हें सुविधा देने के बजाय बाहर से ही लौटा दे रहे है ।
गरियाबंद-सरकार लोगो को स्वास्थ्य सुविधा देने की बात तो कह रही है , लेकिन धरातल पर आज भी कुछ स्वाथ्य विभाग की लापरवाही के चलते लोगो को समुचित ब्यवस्था नही मिल पा रही है ।और लोग परेशान हो रहे है ।ऐसे ही परेशानी का सामला घुटकुनवापरा ग्राम में देखने को मिला जहॉ आज स्वास्थ्य सुविधा घुटना टेक दिया और स्वाथ्य विभाग की सुविधा के बगैर वेन वाहन में ही प्रसव होते हुए स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ । गौरतलब है कि गरियाबंद जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर ग्राम घुटकुनवापरा निवासी बलराम गन्धर्व की पत्नी का प्रसव पीड़ा गुरुवार सुबह प्रारम्भ हुआ जिसका डिलवरी कराने के ग्राम के महिला स्वाथ्य कार्यकर्ता के आस जाने के लिए वार्ड मितानिन से सम्पर्क किये लेकिन मितानिन के द्वारा यह कहा गया कि ग्राम के महिला स्वाथ्य कार्यकर्ता अभी कोरोना काल के समय मे डिलीवरी नही कराएगी ।इस बात से बलराम गन्धर्व अपनी पत्नी जो प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी उसे वेन में लेकर डिलीवरी के लिए ग्राम सोहागपुर उपस्वास्थ्य केंद्र लेकर गया लेकिन कोरोना संक्रमण का हवाला देकर वहां प्रसव न होने की बात कहकर उन्हें वापस कर दिया गया ,तब वे पीड़ित परिवार ग्राम कोचवाय उपस्वास्थ्य केंद्र पहुचे लेकिन उन्हें बाहर दरवाजे से ही वापस जाने बोले ।लेकिन पीड़ित परिवार अपनी पत्नी को तड़पता देख कोचवाय स्वाथ्यकेन्द्र के बरामदे में ही डिलीवरी कराके वापस हो जाने की विनीति किये फिर भी उन्हें भर्ती नही किया गया ।जिससे परेशान होकर बलराम गन्धर्व अपनी पत्नी को लेकर वापस घर लौट रहा था उसी दरम्यान ग्राम बहेराबुड़ा के पास वेन में ही प्रसव पीड़ा बढ़ा और राह में ही वेन के अंदर स्वस्थ बच्ची को जन्म देते हुए डिलीवरी हो गया । इस विषय मे सी एम एच ओ से मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क किया गया लेकिन वे फोन नही उठाये ।वही ग्राम के महिला स्वाथ्य कार्यकर्ता से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ग्राम में कोरोना संक्रमित मरीज पहले पाया गया था उसी दौरान उपस्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी नही कराने की बात कही थी ।गौरतलब है कि एक तरफ राज्य शासन बड़े बड़े बोर्ड लगवाकर लोगो तक ये संदेश पहुच रही है कि स्वाथ्य विभाग आपके द्वार लेकिन धरातल में देखा जा रहा है कि मरीज स्वाथ्य विभाग तक पहुच तो रहे है लेकिन उन्हें सुविधा देने के बजाय बाहर से ही लौटा दे रहे है ।
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