आज का चिन्तन(सुविचार) - fastnewsharpal.com
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आज का चिन्तन(सुविचार)

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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠

🎋 *..20-01-2021 


“हजारों उलझनों के बीच मे चलते रहना ही जिंदगी है।

💐 *Brahma Kumaris* 💐


🌷 *σм ѕнαитι*

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  💥 *विचार परिवर्तन*💥


🙏 *ॐ शांति* 🙏अपने विचारों की बनावट बदलें और आपका जीवन बदल जाएगा भविष्य कोई ऐसी चीज नहीं है जिसका हम इंतजार करते हैं, यह कुछ ऐसा है जिसका हम निर्माण करते हैं...!

*

🌹 *σм ѕнαитι.*🌹

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*गीता का दूसरा अध्याय* 
 *Episode - 3 ( मन को शांत करने की विधि )*

दूसरे अध्याय में भगवान कहते हैं कि *_यह क्षेत्र क्षेत्रज्ञ के संघर्ष में आसुरी वृत्तियों का शमन कर परमात्मा में चित्त वृत्ति को स्थित करना है।_*

कल के *अध्याय में सांचे के* बारे में बताया गया था कि अपनी *चित्त वृत्तियों* 🙇🏼‍♂️को हमने *जिस सांचे में ढालना है हम ढाल सकते हैं, पॉजिटिव  या नेगेटिव* 🤷‍♀️। उनमें  भी कई तरह के हैं , *खुशी आनंद प्रेम* 💃🏻के सांचे में ढालना है या *उदासी निराशा दुखी शक संशय* 😪में ढालना है , क्योंकि उसी अनुसार हमारा जो संसार है कर्मों का , वैसा ही बनने लगेगा और तब जीवन का संघर्ष बहुत कठिन हो जाएगा , जीवन में हर कदम ऐसा महसूस होगा जैसे *प्रॉब्लम ही प्रॉब्लम हर कदम खड़े हो रहे हैं* 😰और कई बार तो एक साथ में कई प्रॉब्लम्स खड़ी हो जाती हैं और यह हमें ज्ञान ही नहीं है कि यह *मेरी चित्त वृत्तियों से निर्मित*🧠 हो रही है इसीलिए कहा जाता है 

👉🏻🧠 *THE FIRST WAR IS IN THE MIND OF MEN* 🧠👈🏻

 *युद्ध आरंभ कहां से होता है?  मन से।* यानि कि जिस सांचे में मैंने अपने मन की वृत्तियों को ढाला है , वहीं से ही सब कुछ आरंभ होता है *प्यार या युद्ध* 🤞🏻।
उसके विपरीत कई लोग कहते हैं कि *हम बहुत शांत हैं* 😇क्योंकि मन की वृत्तियां शांति की खुशी की बनाई है । लेकिन ऐसा *कैसे*🤷🏻‍♂️ होगा ? यह *स्प्रिचुअल एप्लीकेशन* 😇है।  यह व्यक्तिगत जीवन के लिए भगवान का निर्देश है। । इसीलिए भगवान ने आगे कहा *यह क्षेत्र क्षेत्रज्ञ का संघर्ष है* । यहां बहुत स्पष्ट भगवान ने कह दिया कि 
 *यह कोई युद्ध नहीं है* 🙅🏻‍♂️। 

 *THIS IS NOT A PHYSICAL WAR* 

यह युद्ध है ही नहीं और इसीलिए गीता के अंदर आप देखेंगे की *युद्ध के श्लोक खाली 15 से 20 हैं और योग के श्लोक डेढ़ सौ हैं।* 

क्योंकि यह कोई फिजिकल युद्ध है ही नहीं, किसी के साथ लड़ने की बात है ही नहीं ,कोई हिंसक युद्ध की बात ही नहीं है, यह *अहिंसक युद्ध मन का है* ।

 इसीलिए भगवान दूसरे अध्याय में आरंभ में ही यह बात स्पष्ट कर देते हैं कि यह क्षेत्र क्षेत्रज्ञ का युद्ध है। 
 *क्षेत्र माना शरीर*🧍🏻 जो कर्म करने का क्षेत्र है और *क्षेत्रज्ञ यानी आत्मा*❇️ जब अंदर में यह द्वंद है, कर्म और वृत्ति में द्वंद आता है तभी व्यक्ति के जीवन में युद्ध जैसी स्थिति संघर्ष आरंभ हो जाता है।

 जिसमें *आसुरी संपदा को शमन* कर लिखा गया है अर्थात *नेगेटिविटी को शांत करो उस नेगेटिविटी को शमन करना जरूरी है* 🎗️और फिर भी अगर *नहीं हो रही है तो अल्टरनेट* भगवान बताते हैं कि *परमात्मा में अपनी चित्तवृत्ति को एकाग्र करो*💥 कि तुम अपने कॉन्शसनेस को फोकस करो ईश्वर में ,उनसे शक्ति लो

 जैसे मान लो कि मैं बाहर खड़ी हूं सूर्य के सामने , *सूर्य से मांगती नहीं हूं* कि हे सूर्य !  तेरी *गर्माईश मुझे दे* लेकिन जैसे ही खड़े रहेंगे , सूर्य की गर्मी प्राप्त होने लगती है और रोम रोम के अंदर वह गरमाईश पैदा हो जाती है।  समुद्र के पास खड़े रहकर *समुद्र से मांगना नहीं पड़ता* कि समुद्र तेरी *शीतल हवा मुझे दे* , खड़े रहो रोम रोम में वह शीतलता समा जाएगी ठीक इसी तरह अगर आपके पास शक्ति नहीं है और *युद्ध वाली स्थिति बन रही है तो अपने मन को फोकस करो उस परमात्मा में ।* जैसे ही फोकस करेंगे वहां से शक्तियां अपने आप मिलती हैं, *मांगने की जरूरत नहीं पड़ती कि हे प्रभु मुझे शांति दो, है प्रभु मुझे शक्ति दो , हे प्रभु मुझे यह दो मुझे वह दो।* 🙅🏻‍♂️👼🏻मांगने की जरूरत नहीं है।  जैसे ही हम अपने *मन को एकाग्र*🙇🏼‍♂️ करते हैं ईश्वर *सर्वशक्तिमान*🔥 में अनंत है उसकी सर्व शक्तियों की किरणें फैल रही हैं और उन शक्तियों के किरणों को मैं अपने अंदर *समाने लगती हूं* 🧘🏻‍♀️और जैसे ही वह परमात्मा की सर्व शक्तियों की ऊर्जा को अपने अंदर समाती हूं तो *मेरी नेगेटिविटी मेरी वृत्तियों को शांत कर देती है* 🧕🏻। कितना सुंदर तरीका बताया गया है
 *कभी गीता को हमने इस तरह से समझा ही नहीं*
 इसीलिए भगवान कहते हैं कि *यह क्षेत्र क्षेत्रज्ञ के संघर्ष में आसुरी वृत्तियों का शमन कर परमात्मा में चित्त वृत्ति को स्थित करना है।*

               ⛥ओम शांति ⛥
💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*20 जनवरी:-*_ जो अपने मन से शुभ भावना का दान करते रहते है, वो हर प्रकार की मानसिक बीमारी से सदा मुक्त रहते है।
        🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
       🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
💥🇲🇰💥🇲🇰💥🇲🇰💥🇲🇰💥🇲🇰


🥛दूध को दुखी करो तो दही🍚 बनता है|


दही 🍚को सताने से मक्खन बनता है|


मक्खन को सताने से घी बनता है|


दूध🥛से महंगा दही है,दही से महंगा मक्खन है,और मक्खन से महंगा घी है|

किन्तु इन चारों का रंग एक ही है सफेद|


इसका अर्थ है बाऱ- बार दुख🤦🏻‍♀🤦🏻‍♂ और🚶🏻‍♀️😷🚶🏻‍♂️ संकट आने पर भी जो इंसान👬🏻👭🏻👫🏻👨‍👩‍👧‍👦अपना रंग❌ नहीं बदलता,समाज🌍 में उसका ही मूल्य बढ़ता है|




Good👆🏻💫🇲🇰🌌🧘🏻‍♀🧘🏻‍♂night😊
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अनमोल वचनः

बदलना तय है! हर चीज का... इस संसार में...!! बस, कर्म अच्छे करें...किसी का जीवन बदलेगा,किसी का दिल बदलेगा,तो किसी के दिन बदलेंगे !!

🙏ओम् शांति🙏

💐आपका दिन शुभ हो💐

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♦️♦️♦️ रात्रि कहांनी ♦️♦️♦️

*👉🏿चिंता* 🏵️
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*एक राजा की पुत्री के मन में वैराग्य की भावनाएं थीं। जब राजकुमारी विवाह योग्य हुई तो राजा को उसके विवाह के लिए योग्य वर नहीं मिल पा रहा था।*

 *राजा ने पुत्री की भावनाओं को समझते हुए बहुत सोच-विचार करके उसका विवाह एक गरीब संन्यासी से करवा दिया।*

*राजा ने सोचा कि एक संन्यासी ही राजकुमारी की भावनाओं की कद्र कर सकता है।*

 *विवाह के बाद राजकुमारी खुशी-खुशी संन्यासी की कुटिया में रहने आ गई।*

 *कुटिया की सफाई करते समय राजकुमारी को एक बर्तन में दो सूखी रोटियां दिखाई दीं। उसने अपने संन्यासी पति से पूछा कि रोटियां यहां क्यों रखी हैं?*

*संन्यासी ने जवाब दिया कि ये रोटियां कल के लिए रखी हैं, अगर कल खाना नहीं मिला तो हम एक-एक रोटी खा लेंगे।*

*संन्यासी का ये जवाब सुनकर राजकुमारी हंस पड़ी। राजकुमारी ने कहा कि मेरे पिता ने मेरा विवाह आपके साथ इसलिए किया था, क्योंकि उन्हें ये लगता है कि आप भी मेरी ही तरह वैरागी हैं, आप तो  सिर्फ भक्ति करते हैं और कल की चिंता करते हैं।*

*सच्चा भक्त वही है जो कल की चिंता नहीं करता और भगवान पर पूरा भरोसा करता है।*

 *अगले दिन की चिंता तो जानवर भी नहीं करते हैं, हम तो इंसान हैं। अगर भगवान चाहेगा तो हमें खाना मिल जाएगा और नहीं मिलेगा तो रातभर आनंद से प्रार्थना करेंगे।*

*ये बातें सुनकर संन्यासी की आंखें खुल गई। उसे समझ आ गया कि उसकी पत्नी ही असली संन्यासी है।* 

*उसने राजकुमारी से कहा कि आप तो राजा की बेटी हैं, राजमहल छोड़कर मेरी छोटी सी कुटिया में आई हैं, जबकि मैं तो पहले से ही एक फकीर हूं, फिर भी मुझे कल की चिंता सता रही थी। सिर्फ कहने से ही कोई संन्यासी नहीं होता, संन्यास को जीवन में उतारना पड़ता है। आपने मुझे वैराग्य का महत्व समझा दिया।*

*शिक्षा:* 
*अगर हम भगवान की भक्ति करते हैं तो विश्वास भी होना चाहिए कि भगवान हर समय हमारे साथ है।*

*उसको (भगवान्) हमारी चिंता हमसे ज्यादा रहती हैं।*

*कभी आप बहुत परेशान हो, कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा हो।*

*आप आँखे बंद कर के विश्वास के साथ पुकारे, सच मानिये थोड़ी देर में आप की समस्या का समाधान मिल जायेगा।*🙏 _हमेशा सकारात्मक सोच रखें  घर में रहें सुरक्षित रहें लक्ष्मणरेखा का पालन करें 🙏🙏🙏


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