परसदा (सोंठ)के सरपंच महेश्वरी तिलक साहू द्वारा सरपंच पद का दुरूपयोग कर अन्य लाभ लिये जाने कि हुई शिकायत, जाँच कर त्वरित कार्यवाही की उठी मांग
परसदा (सोंठ)के सरपंच महेश्वरी तिलक साहू द्वारा सरपंच पद का दुरूपयोग कर अन्य लाभ लिये जाने कि हुई शिकायत, जाँच कर त्वरित कार्यवाही की उठी मांग
अभनपुर
ग्राम पंचायत परसदा (सोंठ) के सरपंच श्रीमति महेश्वरी तिलक साहू के द्वारा पंचायत में घोर लापरवाही तथा गंभीर अनियमितताएं की शिकायत अभनपुर राजस्व अनुविभागीय अधिकारी को ग्राम के कुछ लोगो द्वारा दिया गया है जो अपने शिकायती पत्र मे लिखा गया है सरपंच द्वारा शासकीय जमीन की कौहा, बबुल का झाड करीब 40,000/- अक्षरी चालीस हजार रूपये का बेचकर अपनी निजी स्वयं के हित में खर्च किया है जिससे पंचायत को आर्थिक क्षति हुई है इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से कोई अनुमति भी नहीं लिया है।
इसी तरह से सरपंच श्रीमति महेश्वरी तिलक साहू करीब 2 एकड़ शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर धान बोया है, प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कराकर शासकीय भूमि में मकान बनाया है इतना ही नहीं श्रीमति महेश्वरी साहू सरपंच पद पर रहते हुए स्वयं पूर्व मा. शाला में रसोईयों का काम, स्वच्छता समिति का सदस्य बनकर तथा मछली पालन का कार्य एवं गौठान में भी कार्यकर व्यक्तिगत लाभ अर्जित कर रही है सरपंच के इस कृत्य से अन्य महिला समुह शासन के योजनाओं से वंचित है, जिसके संबंध में ग्रामीण जनो द्वारा संबंधित उच्चाधिकारियो को शिकायत कर सरपंच श्रीमति महेश्वरी साहू को पदमुक्त करने की मांग की गई है।
शिकायतकर्ताओ ने अपने शिकायती ज्ञापन में कहा है कि श्रीमति महेश्वरी तिलक साहू द्वारा सरपंच पद पर होते हुए शासकीय घास जमीन जिसका ख.नं. 1405 रकबा 0.930 है. पर अतिक्रमण कर धान का फसल लिया जा रहा है जिसको तत्काल बेदखल किया जावे। सरपंच श्रीमति महेश्वरी साहू पति तिलक साहू के नाम से प्रधान मंत्री आवास स्वीकृत कराकर शासकीय घास जमीन में मकान बनवाया है जबकि इनके दो-दो पक्के मकान है।
पूर्व माध्यमिक शाला के कृषि भूमि एवं परसदा नवागांव मार्ग पर शासकीय भूमि की बबुल, कौहा का बड़ा झाड करीब 40,000/- अक्षरी चालीस हजार रूपये को एक निजी व्यक्ति को बेच दिया है। उक्त राशि को अपने स्वयं के निजी उपयोग कर पंचायत को आर्थिक क्षति पहुंचाया है।
सरपंच श्रीमति महेश्वरी साहू अपने ही परिवार के महिलाओं को शामिल कर महिला समुह बनाकर स्वयं पूर्व माध्यमिक शाला में मध्यान्ह भोजन संचालित कर स्वयं रसोईया का काम कर रही है बच्चो को दिये जाने वाले भोजन गुणवत्ताहीन है, सरपंच महोदया रसोईया के रूप में 2,000/- अक्षरी दो हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय प्राप्त कर रही है इसके साथ ही स्वयं स्वच्छता समिति के सदस्य बनकर स्वच्छता मानदेय प्राप्त कर रही है। स्वयं सरपंच पद पर होते हुए अपने पारिवारिक महिला समुह के नाम से मछली पालन के लिए तालाब को लेकर आर्थिक लाभ ले रही है इसी पारिवारिक महिला समुह को माध्यम बनाकर गौठान में भी पारिश्रमिक अनुदान राशि प्राप्त कर रही थी।शिकायतकर्ता ग्रामीणो ने बताया कि सरपंच श्रीमति महेश्वरी तिलक साहू ने कोटवार रिखीराम की जाति को भी बदलकर फर्जी जाति प्रस्ताव कराकर अनुसूचित जाति का लाभ दिलाने का फर्जी कार्य किया है कोटवार रिखीराम जिसकी जाति बया है जो अन्य पिछडा वर्ग में आता है जो दाखिला पंजी में भी उल्लेखित है को महार जाति के नाम पर प्रस्तावित कर प्रमाण पत्र जारी किया है।
इस प्रकार से सरपंच महेश्वरी तिलक साहू ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए घोर लापरवाही, अनियमितता कर स्वयं आर्थिक लाभ लेते हुए पंचायत को भी आर्थिक क्षति पहुंचाया है जिसके संबंध में शिकायत कर सरपंच को तत्काल बर्खास्त करने की व जाँच कर उचित कार्यवाही करने की मांग राजस्व अनुविभागीय अधिकारी व उच्च अधिकारीयों को किया गया है।