चरौदा की माता खल्लारी करती है ग्राम की रक्षा,जन आस्था का है केंद्र,यहां सैकड़ों मनोकामना ज्योति हो रही है प्रज्वलित
चरौदा की माता खल्लारी करती है ग्राम की रक्षा,जन आस्था का है केंद्र,यहां सैकड़ों मनोकामना ज्योति हो रही है प्रज्वलित
आरंग
अंचल के ग्राम चरौदा में सैकड़ों मनोकामना ज्योति प्रज्वलित हो रही है। ग्रामीण बताते हैं ग्राम के पूर्व दिशा में ग्राम के प्रवेश द्वार पर माता खल्लारी, पश्चिम में माता चंडी, उत्तर में चितावर दाई व ग्राम के मध्य में माता शीतला विराजमान हैं। यहां दोनों ही नवरात्रि में चारो बहनों की विशेष पूजा आराधना होती है। श्रद्धालुगण यहां सैकड़ों मनोकामना ज्योति प्रज्वलित करते है।यह शारदीय नवरात्र में माता चंडी में 61शीतला में 39, खल्लारी माता में 14 मनोकामना ज्योति प्रज्वलित हो रही है। खल्लारी माता मंदिर के पुजारी सुरेन्द्र धीवर ने बताया माता खल्लारी की महिमा निराली है।जो भी श्रद्धालु सच्ची आस्था से माता के दरबार में मत्था टेकते हैं उनकी कामना मां खल्लारी अवश्य पूरी करती है।
माता खल्लारी की स्थापना कब हुई इसकी जानकारी किसी को नहीं है। गांव में ग्रामीण युवक युवतियों के विवाह के दरम्यान माता खल्लारी से आशीर्वाद लेकर लोग यहीं से ही चुलमाटी लेकर जाते हैं। गांव में यह मान्यता है कि माता खल्लारी ग्राम की रक्षा करती है।पहले माता खल्लारी की पूजा स्वर्गीय पुनीत राम धीवर करते थे। उसके बाद शंतु धीवर, खोरबाहरा यादव, शत्रुहन यादव,बुधारू यादव और शत्रुहन साहू द्वारा किया जाता था। पर अब कुछ वर्षों से माता खल्लारी की पूजा सुरेन्द्र धीवर कर रहे हैं। इस नवरात्र में भी यहां 14 मनोकामना ज्योति प्रज्वलित हो रही है। साथ ही खल्लारी माता मंदिर के पास ही पंद्रह वर्षों से सुरेंद्र धीवर, शिव कुमार साहू, मुकेश धीवर, ग्राम के उपसरपंच तोषण साहू सहित ग्रामीणों द्वारा यहां माता दुर्गा की स्थापना कर नौ दिनों तक विशेष रूप से पूजा आराधना किया जाता है।