अमसेना अख़िल भारतीय सतनाम सेना महिलाओ ने मनाई गुरु बालकदास बलिदान दिवस
अमसेना अख़िल भारतीय सतनाम सेना महिलाओ ने मनाई गुरु बालकदास बलिदान दिवस
आरंग
सतनाम सेना के सेनापति संस्थापक क्रांतिकारी शूरवीर महान प्रतापी राजागुरु धर्मगुरु गुरु बालक दास बाबा जी छत्तीसगढ़ में सतनाम की अलख जगाने वाले मान सम्मान स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने वाले, गुरु के नेतृत्व करने और नीति नियम को देख कर जब देश मे अंग्रेजी हुकुमत थी जहां एक तरफ देश में राजाओं से राज पाठ अंग्रेज छिन रहे थे ठीक उसके विपरित अंग्रेजो ने गुरु बालक दास जी को राजा गुरु की उपाधि से सम्मानित किया गया यही उपलब्धि,, रूढ़िवादी पाखंड जाती वादी लोंगो को बर्दास्त नहीं हुआ जातिवादी सामंतियो द्वारा छुपकर प्राण घात हमला किया गया लोक-समाज के भूमि -संपत्ति, स्वाभिमान और मानव अधिकार सतनाम धर्म संस्कृति की रक्षा करते हुए 28 मार्च 1860 ई. में सतनामी समाज के लिए अपने प्राण की आहुति दिए ।और साथ ही बाबा जी के महान अंगरक्षक दो भाई सरहा जोधाई बलिदान हुए।

