*कोरोना निर्देशों के साथ कृषि उपज मंडियों को चालू किया जाना चाहिए:-तेजराम विद्रोही*
*कोरोना निर्देशों के साथ कृषि उपज मंडियों को चालू किया जाना चाहिए:-तेजराम विद्रोही*
पूरे छत्तीसगढ़ में ग्रीष्मकालीन फसल धान की कटाई प्रारंभ हो चुकी है लेकिन उपज को बेचने के लिए उनके पास बाजार उपलब्ध नहीं है। कोरोना के चलते जारी लॉक डाउन के कारण कृषि उपज मंडिया भी बंद है और राइस मिलर व्यापारी मिलों में अपनी मर्जी अनुसार खरीदी कर रहे हैं जिससे किसानों को उनके उपज का वाजिब दाम नहीं मिल पा रही है।
अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव तेजराम विद्रोही ने इस विज्ञप्ति के माध्यम से शासन प्रशासन से मांग किया है कि कृषि उपज मंडियों को कोराेना के दिशा निर्देशों के तहत् चालू किया जाना चाहिए जिस प्रकार अन्य शासकीय कार्य जैसे मनरेगा, शासकीय निर्माण, खाद्य प्रोसेसिंग आदि जारी है। इससे किसानों को उनके उपज का कम से कम प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य तो प्राप्त हो पाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार को चाहिए कि रबी फसल धान को समर्थन मूल्य में खरीदी की व्यवस्था करे जिस प्रकार उड़ीसा सरकार रबी फसल धान को समर्थन मूल्य में खरीदी करती है। यह भी नहीं कर सकता तो कम से कम आधार मूल्य ही तय कर दे जिस पर से व्यापारी बोली शुरू करे। किसान अपनी सारी जमा पूंजी लगाकर फसल तैयार करता है और जब फसल तैयार हो जाता है तो उसे रखने तथा बेचने की बड़ी समस्या किसानों के सामने है। ऐसे परिस्थिति में कृषि उपज मंडियों को शीघ्र चालू करना अति आवश्यक है।