*भाजपा कार्यकर्ताओं ने घरों के सामने धरना देकर बंगाल में हिंसा रोकने की मांग की
*भाजपा कार्यकर्ताओं ने घरों के सामने धरना देकर बंगाल में हिंसा रोकने की मांग की
बंगाल हिंसा के विरोध मे भाजपाइयों ने अपने अपने घरों के सामने धरना देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बंगाल में हिंसा रोकने की मांग की
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष शालिनी राजपूत ने बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद तृणमूल समर्थकों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कि जा रही हिंसा, लूटपाट, हत्या, भाजपा की महिला कार्यकर्ताओ के साथ दुष्कर्म और जगह-जगह भाजपा कार्यलयों को जलाने जैसी घटनाओं की कड़ी निंदा करते समस्त प्रदेश महिला मोर्चा की बहनो के साथ अपने अपने घरों में एक दिवसीय धरना दिया,। टी एम सी कार्य कर्ताओ के द्वारा किये जारहे व्यवहार को इसे लोकतंत्र की हत्या का प्रयास बताया है और हिंसा रोकने के लिये ममता बनर्जी से दखल देने की मांग की है । श्रीमती राजपूत ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमेशा लोकतंत्र की दुहाई देने वाली दीदी के संरक्षण में ही बंगाल में हिंसा हो रही है । चुनाव के दौरान या चुनाव के बाद विरोधी दल के कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा को बंगाल में सत्ता पाने वाली सरकारों ने अपना चरित्र बना लिया है । उन्होंने कहा कि भाजपा असम और पुडुचेरी में जीती बहुमत के साथ जीती और सरकार बनाने जा रही है किंतु वहां भाजपा के विरोधी दल के किसी एक भी सदस्य को खरोंच तक नही आई है और न ही भाजपा समर्थकों ने कही किसी भी प्रकार की हिंसा की है*
*श्रीमती राजपूत ने बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हो रही हिंसा पर अन्य दलों की चुप्पी पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि अगर यही हिंसा बीजेपी शाषित राज्यो में होती तो ये लोकतंत्र की दुहाई देते बड़े बड़े बयान जारी कर देते । अभी तक अवार्ड वापसी और मोमबत्ती गैंग मैदान में उतर चुकी होती। लोकतंत्र में जीत के बाद सभी दलों के कार्यकर्ताओं, समर्थकों को साथ लेकर चलना होता है क्योकि वे भी राज्य के ही नागरिक होते है।