आज का सुविचार(चिन्तन) - fastnewsharpal.com
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आज का सुविचार(चिन्तन)

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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠

🎋 *..29-08-2021*..🎋


✍🏻चिंता और चिता में केवल एक बिंदु का ही अंतर है लेकिन चिता निर्जीव को जलाती है और चिंता जीवित को जलाती है।

💐 *Brahma Kumaris Daily Vichar* 💐

🌷 *σм ѕнαитι*🌷

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  💥 *विचार परिवर्तन*💥


✍🏻गुस्सा और मतभेद बारिश के समान होना चाहिए जो बरस कर खत्म हो जाए। लेकिन स्नेह और प्रेम हवा की तरह होना चाहिए,जो खामोश हो किंतु सदैव आसपास  ही रहे।

🌹 *Brahma Kumaris Daily Vichar*🌹

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💜👍🏻💜👍🏻💜👍🏻💜👍🏻

*ना कोई राह़ आसान चाहिए ...*
     *ना ही हमें कोई पहचान चाहिए ...*
         *🌹एक चीज माँगते रोज भगवान से ... सब लोगों के चेहरे पे हर पल ...🌹*
       *😊प्यारी सी मुस्कान चाहिये !!!😊*
             
                    *🌹सुप्रभात🌹*

🔵🟠🟤⚪🟣🟡🟠🔵

💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*29 अगस्त:-*_ में इस शरीर को चलानेवाली आत्मा हु ये सदा याद रहे तो आत्मा के पिता परमात्मा भी अपने आप याद रहेंगे।
        🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
       🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
💥🇲🇰💥🇲🇰💥🇲🇰💥🇲🇰💥🇲🇰

*सुंदरता हो न हो* 
          *सादगी होनी चाहिए* ,

             *खुशबू हो न हो* 
          *महक होनी चाहिए* ,

             *रिश्ता हो न हो* 
         *भावना होनी चाहिए* ,

          *मुलाकात👬🏻👭🏻👫🏻🤝🏻 हो न हो* 
           *बात📲 होनी चाहिए..* ,

          *यूं तो उलझे😷 है🌍 सभी*👬🏻👭🏻👫🏻👨‍👩‍👧‍👦
           *अपनी💺📚💻📱 उलझनों🤦🏻‍♀️🤦🏻‍♂️ में*,

       *पर👆🏻💫🧘🏻‍♀️🧘🏻‍♂️सुलझाने🚶🏻‍♀️😷🚶🏻‍♂️✌🏻😊 की कोशिश*
           *हमेशा होनी चाहिए* ।
                

   
*उम्र का बढ़ना तो*
                 *दस्तूरे-जहाँ है*
                 *महसूस न करो तो*
                   *बढ़ती कहां है*

                   *उम्र को अगर*
                   *हराना है तो..*  
                   *शौक जिन्दा रखिए*
               *घुटने चले या न चले*
               *मन🧘🏻‍♀️💫🧘🏻‍♂️ उड़ता परिंदा रखिए*


             *मुश्किलों🚶🏻‍♂️😷🚶🏻‍♀️🤦🏻‍♀️🤦🏻‍♂️का आना*
               *'Part of life' है*
    *और उनमें से👩🏻👦🏻हँस😊 कर बाहर आना*
   *'Art of life' है*

Good👆🏻💫🇲🇰🌌🧘🏻‍♀️🧘🏻‍♂️night😊

❤️ओम शांति ब्रह्मा मुख द्वारा निराकार शिव भगवानुवाच l ♥ 

🪵निस्वार्थ सर्व संबंधों का, सर्वोच्च सुख दे रहा है भगवान lफिर क्यों याद आए हमें, इंसान l 2 दिन के है हम सभी, इस दुनिया के मेहमान l 😣

🧑🏿‍🦲कल दुनिया बनेगी यह कब्रिस्तान l अनेक जन्मों से था, जिनसे मिलने का अरमान, आज धरती पर आए हैं वह, बाप भगवान l🇲🇰

🇲🇰 वह प्राणेश्वर, प्राणों का प्राण l हम बच्चों के दिल में है सदा, विराजमान l ❤️

🌊आज तक थे हम, अज्ञानी अनजान l उनके द्वारा ही होती है हमें, हमारी पहचान l हीरे मोतियों से भी ऊंचा,देते हैं वह हमें सत्य ज्ञान l 🙏🏼

🇲🇰अपने जैसा ही देते हैं वह हमें, स्वमान और सम्मान l अब दिल व जान से करते रहे हम, उनका ही गुणगान l🗣️ 

💪🏻हमारे में शक्ति भर रहे हैं वह, सर्वशक्तिवान l अब उनकी ही याद हो, उनकी तरफ ही हो पूरा ध्यान l 🧎🏻

🤴🏻इससे ही पावन देवता बनेंगे हम, ऊंचे महान l उसके पहले, बनकर के बाप समान lफरिश्ता बन, भरनी है उड़ान l🧚🏻‍♀️

🙏 *ॐ शांति* 🙏

अक्सर लोग पूंछते हैं कि *ज्ञान* में चलते हैं फिर *दुःख* क्यों आता है?... भगवान आपके दुःख दूर नहीं करता, बल्कि दुःख में *हल्का* रहने की शक्ति देता है। *मुश्किलें* आयें ही नहीं... ऐसा नहीं होता, क्योंकि मुश्किलें आपके पूर्व जन्मों का *फल* है, पर ईश्वर के *ज्ञान* और *ध्यान* से हर मुश्किल को पार करने की ताकत मिल जाती है।

🌸 सुप्रभात...

💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐



♦️♦️♦️ रात्रि कहांनी ♦️♦️♦️


👉 निंदा का फल 🏵️ 

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एक बार की बात है की किसी राजा ने यह फैसला लिया के वह प्रतिदिन 100 अंधे लोगों को खीर खिलाया करेगा।


एक दिन खीर वाले दूध में सांप ने मुंह डाला और दूध में विष डाल दी और ज़हरीली खीर को खाकर 100 के 100 अंधे व्यक्ति मर गए।


राजा बहुत परेशान हुआ कि मुझे 100 आदमियों की हत्या का पाप लगेगा।


राजा परेशानी की हालत में अपने राज्य को छोड़कर जंगलों में भक्ति करने के लिए चल पड़ा, ताकि इस पाप की माफी मिल सके।


रास्ते में एक गांव आया। राजा ने चौपाल में बैठे लोगों से पूछा की क्या इस गांव में कोई भक्ति भाव वाला परिवार है ? ताकि उसके घर रात काटी जा सके।


चौपाल में बैठे लोगों ने बताया कि इस गांव में दो बहन भाई रहते हैं जो खूब बंदगी करते हैं। राजा उनके घर रात ठहर गया।


सुबह जब राजा उठा तो लड़की सिमरन पर बैठी हुई थी। इससे पहले लड़की का रूटीन था की वह दिन निकलने से पहले ही सिमरन से उठ जाती थी और नाश्ता तैयार करती थी।


लेकिन उस दिन वह लड़की बहुत देर तक सिमरन पर बैठी रही। 


जब लड़की सिमरन से उठी तो उसके भाई ने कहा की बहन तू इतना लेट उठी है ,अपने घर मुसाफिर आया हुआ है। 


इसने नाश्ता करके दूर जाना है। तुझे सिमरन से जल्दी उठना चाहिए था।


तो लड़की ने जवाब दिया कि भैया ऊपर एक ऐसा मामला उलझा हुआ था। 


धर्मराज को किसी उलझन भरी स्थिति पर कोई फैसला लेना था और मैं वो फैसला सुनने के लिए रुक गयी थी, इस लिए देर तक बैठी रही सिमरन पर।


उसके भाई ने पूछा ऐसी क्या बात थी। तो लड़की ने बताया कि फलां राज्य का राजा अंधे व्यक्तियों को खीर खिलाया करता था। 


लेकिन सांप के दूध में विष डालने से 100 अंधे व्यक्ति मर गए। 


अब धर्मराज को समझ नहीं आ रही कि अंधे व्यक्तियों की मौत का पाप राजा को लगे, सांप को लगे या दूध नंगा छोड़ने वाले रसोईए को लगे।


राजा भी सुन रहा था। राजा को अपने से संबंधित बात सुन कर दिलचस्पी हो गई और उसने लड़की से पूछा कि फिर क्या फैसला हुआ ?


लड़की ने बताया कि अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया था। 


राजा ने पूछा कि क्या मैं आपके घर एक रात के लिए और रुक सकता हूं ? 


दोनों बहन भाइयों ने खुशी से उसको हां कर दी।


राजा अगले दिन के लिए रुक गया, लेकिन चौपाल में बैठे लोग दिन भर यही चर्चा करते रहे कि..


कल जो व्यक्ति हमारे गांव में एक रात रुकने के लिए आया था और कोई भक्ति भाव वाला घर पूछ रहा था। 


उस की भक्ति का नाटक तो सामने आ गया है। रात काटने के बाद वो इस लिए नही गया क्योंकि जवान लड़की को देखकर उस व्यक्ति की नियत खोटी हो गई। 


इसलिए वह उस सुन्दर और जवान लड़की के घर पक्के तौर पर ही ठहरेगा या फिर लड़की को लेकर भागेगा। 


दिनभर चौपाल में उस राजा की निंदा होती रही।


अगली सुबह लड़की फिर सिमरन पर बैठी और रूटीन के टाइम अनुसार सिमरन से उठ गई।


राजा ने पूछा.. "बेटी अंधे व्यक्तियों की हत्या का पाप किसको लगा ?"


लड़की ने बताया कि.. "वह पाप तो हमारे गांव के चौपाल में बैठने वाले लोग बांट के ले गए।"


निंदा करना कितना घाटे का सौदा है। निंदक हमेशा दुसरों के पाप अपने सर पर ढोता रहता है। 


और दूसरों द्वारा किये गए उन पाप-कर्मों के फल को भी भोगता है। अतः हमें सदैव निंदा से बचना चाहिए। 



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