आज का सुविचार
आज का सुविचार(चिन्तन)
गुरुवार, 7 अक्टूबर 2021
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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..07-10-2021*..🎋
✍🏻जीवन में सब कुछ एक निवेश की तरह ही होता है। प्रेम,समय, साथ, खुशी, सम्मान और अपमान, जितना - जितना हम दूसरों को देते जायेंगे, समय आने पर एक दिन वह ब्याज सहित हमें अवश्य वापस मिलने वाला है।
💐 *Brahma Kumaris Daily Vichar* 💐
🌷 *σм ѕнαитι*🌷
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💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻जिस तरह आग की एक चिंगारी लकड़ी के ढेर को जला देती है, उसी तरह प्रभु नाम की कमाई करोड़ों पापों को जला देती है।
🌹 *Brahma Kumaris Daily Vichar*🌹
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*गुस्सा और मतभेद बारिश की तरह होना* *चाहिए जो बरस के अगर खत्म हो जाए** *प्रेम हवा की तरह होना चाहिए जो खामोश हो किंतु सदैव है आसपास ही,,,,*
*खोई चीज अक्सर वहीं मिल जाती है,*
*जहाँ वो खोई है,*
*पर विश्वास वहीं नहीं मिलता,*
**जहाँ वो खोता है ।*
🐛🦋🐛🦋🐛🦋" *दरिया* " बनकर किसी को " *डूबाना"*
*बहुत आसान "काम" है,*
*"बात" तो तब बनेगी..*
*जब आप "जरिया" बन कर*
*"किसी" को बचाएं !*
🐛🦋🐛🦋🐛
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चार चीजे जाकर फिर नहीं लौटती :-
मुह से निकली बात,
कमान से निकला तीर,
बीती हुई उम्र
और मिटा हुआ ज्ञान !
ॐ शांति
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♥️ओम शांति ब्रह्मा मुख द्वारा निराकार शिव भगवानुवाच l ♥
🌝मीठे बच्चे एक समय था, जब संपूर्ण पवित्र सुख-शांति संपन्न थी मनुष्य आत्मा, तथा सारी दुनिया l 🌏
🧭प्रिय भारतवर्ष में, हीरे मानिक मोती सोने की थी, भरपूर खानियां l इसलिए ही भारतवर्ष को कहते हैं, सोने की चिड़िया l जिस मीठे बाबा ने हमें इतना श्रेष्ठ पावन देवी देवता बनाया, और भारत को सर्व सुख संपन्न विश्व विजेता स्वर्ग बनाया l💎
🇲🇰उस मीठे भगवान बाप ने धरती पर आकर, हमें यह रहस्य समझाया l जिस मीठे बाबा ने भारत और भारत वासियों पर, इतना बेहद का एहसान किया l 🇲🇰
💢उनको ही हमने भुला दिया l भक्ति में जिनको, पतित पावन आओ कहकर बुलाया l पापों से मुक्ति और पावन बनने की शक्ति और युक्ति मांगता आया l पावन बनने के लिए, अनेक विधि-विधान अपनाया l 🕉️
🔱अनेक बार गंगा स्नान भी किया l फिर भी पावन नहीं बन पाया l क्योंकि पतित पावन परमात्मा पिता का, धरती पर आने का समय नहीं था आया l🃏
🛐मनुष्य आत्मा कलयुग के अंत में आकर, जब अति भ्रष्ट पतित पापी रोगी बन गया l यह सारा संसार घोर नरक हो गया l तभी सृष्टि पर, पुरुषोत्तम संगम युग का हीरे तुल्य समय आया l 🔅
🟨अनेक जन्मों से हमने जिन को ढूंढा, जिन को पुकारा, जिन को बुलाया l वह अति प्रिय परमात्मा पिता, फिर से धरती पर आ गया l 🔇
🔔फिर से बना रहा है वह, पावन संसार नया l अभी ही जिसने उनको पहचान लिया l उनकी पढ़ाई और याद से, अपने आप को पावन बनाया l उसने ही 21 जन्मों के लिए, पावन देवी देवता जीवन का अधिकार पाया l 📢
♦️अभी ही भाग्य विधाता भगवान बाप से, यह सर्वोच्च भाग्य जिसने लिया l वह अभी होने वाले महाविनाश मे भी मनाएगा खुशियां ही खुशियां l🀄
🙏 *ॐ शांति* 🙏
*देहभान* में किया गया हर कर्म *विकर्म* कहलाता है... जिसे काटने का एकमात्र उपाय है आत्मिक स्थिति में स्थित होकर पुण्य कर्मों की *पूंजी* जमा करना।
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*07 अक्टूबर:-*_ अपनी इच्छाओ को पूरा करना ख़ुशी नही कहलाती है, जो हमे प्राप्त है उसमे ही संतुष्ट रहना ही असली ख़ुशी है।
🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
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चार बातों को हमेशा याद रखे :-
दूसरे के द्वारा अपने ऊपर किया गया उपकार,
अपने द्वारा दूसरे पर किया गया अपकार,
मृत्यु
और भगवान !
ओम शांति
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चार के संग से बचने की चेस्टा करे :-
नास्तिक,
अन्याय का धन,
पर(परायी) नारी
और परनिन्दा !
ओम शांति
🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼
☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️
चार चीजो पर मनुष्य का बस नहीं चलता :-
जीवन,
मरण,
यश
और अपयश !
ओम शांति
☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️
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अनमोल वचनः
कपड़े से छाना हुआ पानी सेहत ठीक रखता है और विवेक से छाने हुए बोल संबंध को ठीक रखते है। भले ही शब्द को कोई छू नहीं सकता पर शब्द सभी को छू जाते है। इसलिए हमेशा सोच समझ कर बोलें
🙏ओम् शांति🙏
🌸आपका दिन शुभ हो🌸
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❤❤ शुभ अमृतवेला योग ❤❤
शुभ नवरात्रि , शुभ दैवी पर्व की पावन अमृतवेला में शुभारंभ हो शुभ दिन का -- जगत नियन्ता शिव परमात्मा की मधुर याद से जिन्होंने शक्तियों का आह्वान किया -- उन्हें दिव्य ज्ञान , गुण और शक्तियों से अलंकृत किया -- गायन , वंदन तथा पूजन योग्य बनाया।
मैं आत्मा ज्योति सागर शिवपिता की गहन याद में मगन हूँ ---महाज्योति शिवबाबा से निकलती सुनहरे लाल रंग की किरणें मुझ आत्मा पर पड़ती जा रही हैं---इन किरणों से मुझ आत्मा मे सर्वगुण समाते जा रहे हैं --मैं आत्मा सर्वशक्तिमान की किरणों से स्वयं में शक्तियां भरती जा रही हूँ --- शान्ति व शक्ति स्वरूप बनती जा रही हूँ।
मुझ आत्मा के जन्मों-जन्मों के विकार खत्म होते जा रहे हैं----क्रोध, ईर्ष्या, घृणा ,हिंसा के संस्कार मिटते जा रहे हैं-- मुझ आत्मा में सर्व के प्रति, दया, रहम के भाव जागृत होते जा रहे हैं----मुझ आत्मा में स्नेह की शीतलता भरती जा रही है--- मैं आत्मा स्नेहीमूर्त बनती जा रही हूँ।
मुझ आत्मा का विनाशी संबंधो का मोह समाप्त होता जा रहा है---- मुझ आत्मा में सर्व के प्रति अविनाशी स्नेह की भावना जागृत हो रही है---बाप समान सम्पन्न और सम्पूर्ण बनना ही मेरे इस ब्राह्मण जीवन का लक्ष्य है --सर्व आत्माओं को शिवपिता से मुक्ति और जीवन मुक्ति का वर्सा दिलाना है---सर्व का कल्याण हो यही शुभभावना है।
हम सभी शिव की शक्तियां हैं -- शिव परमात्मा की स्नेही - सहयोगी आत्माएँ हैं।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤️❤️
🙏 *ॐ शांति* 🙏
हम किसी को अच्छे *बदलाव* के लिये *बाध्य* नहीं कर सकते, केवल *प्रेरणा* और *प्रोत्साहन* द्वारा सहयोग दे सकते हैं। इस सहयोग को लेना व धारण करना हर एक के निजी *पुरुषार्थ* पर *निर्भर* करता है। अतः संत का सम्बन्धी भी संत ही होगा... यह *निश्चित* नहीं...
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
*"दरिया" बनकर किसी को "डूबाना"*
*बहुत आसान "काम" है,*
*"बात" तो तब बनेगी..*
*जब आप "जरिया" बन कर*
*"किसी" को बचाएं !*
Good👆🏻💫🇲🇰🌅🧘🏻♀️🧘🏻♂️ morning.😊
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