आज का सुविचार
आज का सुविचार-चिंतन
आज का सुविचार(चिन्तन)
गुरुवार, 23 दिसंबर 2021
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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..23-12-2021*..🎋
✍🏻अभिमान तब आता है जब हमें लगता है कि हमने कुछ किया है और सम्मान तब मिलता है जब दुनिया को लगता है कि आपने कुछ किया है, आवाज ऊँची होगी तो कुछ लोग सुनेगें, किंतु बात ऊँची होगी तो बहुत लोग सुनेगें।
💐 *Brahma Kumaris Daily Vichar*
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💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻भाग्य के दरवाजे पर, सर पीटने से बेहतर है, कर्म का तूफान पैदा करे सारे दरवाजे खुल जायेगे।
🌹 *Brahma Kumaris Daily Vichar*🌹
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💧 *_आज का मीठा मोती_*💧
_*23 दिसंबर:-*_ जिस प्रकार उपयोग के बिना धन, भूख के बिना भोजन, होश के बिना जोश बेकार है उसी प्रकार लक्ष्य के बिना जीवन बेकार ही होता है।
🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏
🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹
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*जलती लकड़ी देख कर*
*मन में आया विचार*
*तन तूं भी तो जलेगा*
*फिर क्यों करे अहंकार*🙏🏻
*हम दुनियां की चकाचौंध में खोए हुए हैं और वक़्त चुप-चाप हमारी कब्र खोद रहा है*
*सो*
*वक्त रहते*
*"सिमरन कर लो"*
ओम शांति
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*आज की परिस्थितियों ने फिर से यह सिखा दिया,कि जीवन की बेहतरी विलासता में नहीं अपितु प्रकृति के साथ सामंजस्य बना कर चलने में है,*
*वरना*
*प्रकृति ऐसा लॉकडाउन कर देगी, जिसको*
*खोलने की चाबी किसी के पास न होगी.....!!*
*अत:*
*हरि का सिमरन में रहो,*
*प्रकृति के नियम में रहो..!!*
ओम शांति
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*ईश्वर टूटी हुई चीजों का*
*ईस्तेमाल कितनी खूबसूरती*
*से करता है जैसे.........*
*बादल टूटने पर पानी की*
*फुहार आती है,*
*मिट्टी टूटने पर खेत का*
*रूप ले लेती है और*
*बीज टूटने पर एक नये पौधे*
*की संरचना होती है*
*इसलिये जब आप खुद को*
*टूटा हुआ महसूस करो तो*
*समझ लीजिये.......*
*ईश्वर आपका इस्तेमाल*
*किसी बड़ी उपयोगिता के*
*लिये करना चाहता है..!!*
ओम शांति
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अनमोल वचन :
आज का दिन, फिर से तो आएगा नहीं,सो हमारा आज का कर्म ही,कल का भाग्य बनेगा, इसलिए हम जो भी, जैसा भी, जितना भी करगें अच्छे ते अच्छा ही करें और इस तरह से, हर दिन को भाग्यशाली बना अपने भाग्य को अच्छा बनाएंँ।
💐ओम शांति 💐
💐आपका दिन शुभ हो💐
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🇲🇰ओम शांति ब्रह्मा मुख द्वारा सत्य गीता ज्ञान दाता निराकार शिव भगवानुवाच l🇲🇰
♥ मीठे रूहानी बच्चे, मैं ज्योति स्वरूप परमपिता परमात्मा शिव निराकारी l 🥜
🌏प्रिय भारतवर्ष में ही मनाते हैं, बड़े प्यार से महाशिवरात्रि मेरी l मैं अविनाशी सुप्रीम ज्योति, ब्रह्मा के शरीर रूपी रथ पर, करता हूं सवारी l 👉🏻
🌞तुम भी अविनाशी ज्योति स्वरूप आत्माएं, मेरे बच्चे हो निराकारी l जब से स्वयं को भूल, समझने लगे तुम अपने को देहधारी l तब से बने हो तुम, पतित दुखी विकारी l 🏟️
🌋विकारों रूपी रावण की, यह दुनिया बन गई आसुरी l जहां पर हर रोज है मारामारी l अनेक रोग, अनेक बीमारी l रावण ने बना दिया है सभी को, पापाचारी, अत्याचारी, भ्रष्टाचारी l👍🏻
🦚घोर कलयुगी नर्क बन गई, यह दुनिया सारी l इसी समय को कहते हैं, अज्ञान की रात घोर अंधियारी l तभी ब्रह्मा तन में आता हूं मैं, ज्ञान सूर्य शिव निराकारी l🔥
⛩️मैं सर्व आत्माओं का पिता हूं अशरीरी l इसलिए शिवलिंग के रूप में है, यादगार मेरी l मेरी ही महाशिवरात्रि है, महाभारी l सर्व मनुष्य आत्माओं का, जन्म मृत्यु है बारी बारी l 🚇
🥜मैं जन्म मरण से न्यारा, पुरुषोत्तम संगम युग पर ब्रह्मा तन में प्रवेश कर आता हूं, एक ही बारी l मैं सर्वशक्तिमान परमात्मा पिता, मेरे वश में है प्रकृति सारी l प्रिय भारत की धरती है, मुझे अति प्यारी l 🌞
🌏इसी को बनाता हूं मैं, स्वर्ग नगरी l अभी जो आत्माएं बनते हैं मेरे आज्ञाकारी l वही बनते हैं, पावन निर्विकारी l 21 जन्मों के लिए, स्वर्ग के अधिकारी l 🕯️
🌱अभी सभी के मौत का, तूफान आने वाला है महाभारी l उसके पहले, मान लो आज्ञा मेरी l मैं ही हूं, सर्व का कल्याणकारी l अभी तुम्हारे ही हाथ में है, कल्प कल्प की बाजी तुम्हारी l🌏
🙏 *ॐ शांति* 🙏
ईश्वर सबकी *मदद* करना चाहता है, परंतु हमारा चंचल मन व भटकती बुद्धि उसकी मदद को *ग्रहण* करने में बाधा बनती है। इसलिये मन-बुद्धि को शान्त व एकाग्र रखने का अभ्यास *अनिवार्य* है।
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
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