ब्रह्माकुमारीज चम्पारण द्वारा सीनियर सिटीजन का किया सम्मान
ब्रह्माकुमारीज चम्पारण द्वारा सीनियर सिटीजन का किया सम्मान
चंपारण (छग)
,चैंपेश्वर महादेव की धर्म नगरी, ब्रह्मा बाबा के 12वे गुरु वल्लभाचार्य की जन्मस्थली चंपारण ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र पर सेवा केंद्र की सिल्वर जुबली व व उन युगलों का जिन की संतान 25 वर्ष से समर्पित रीती से भारत के अनेक स्थानों पर सेवाएं दे रहे हैं, आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत कार्यक्रम रखा गया है।
इस कार्यक्रम में इंदौर से पधारे ब्रह्माकुमार नारायण भाई धार्मिक प्रभाग के जोनल कोआर्डिनेटर ने मुख्य उद्बोधन में बताया कि देश राष्ट्र के रक्षा के लिए शहीदों का सम्मान किया जाता है, राष्ट्र को एक अच्छी दिशा देने के लिए सामाजिक धार्मिक , साइंस के क्षेत्र में व अन्य क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वालों का सम्मान किया जाता है जिससे देश में रहने वालों को लाभ होता है, यह सब अल्पकालीन सेवाएं देने वालों का सम्मान देश में होता आया है। लेकिन यहां उन आत्माओं का सम्मान है जिन्होंने अपना जीवन त्याग तपस्या बलिदान की राह पर अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर हर मानव को एक सच्ची राह दिखा कर भविष्य अनेक जन्मों का कल्याण करने के निमित्त बने ऐसी आत्माओं का सम्मान आत्मा नहीं लेकिन स्वयं परमात्मा करते हैं और साथ-साथ ऐसी कुर्बानी करने वालों की मंदिरों में पूजा व गायन होता है। यह हमारे आने वाली पीढ़ियों के पथ प्रदर्शक है।
नवापारा सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्मा कुमारी पुष्पा बहन ने कहा जीवन त्याग तपस्या के पथ पर चलने वालों का ही निकलता है जैसे एक दीपक स्वयं जलता है तभी औरों को रोशनी प्रदान करता है तो आज उन आत्माओं का सम्मान किया जा रहा है जो अपने लिए नहीं, औरों के लिए कुर्बानी करने वाले अपने जीवन का बलिदान करने वालों का सम्मान है। गुरु गोविंद सिंह के दोनों बच्चे फतेह सिंह, जोरावर सिंह अपनी धर्म की रक्षा के लिए जीवन का बलिदान दिया।
इस अवसर पर ग्राम सरपंच राधिका ध्रुव,उपसरपंच प्रतिनिधि कृष्णा यदु ने सेवाकेन्द्र द्वारा किये जा रहे सेवाओ के सम्बंध में अपने विचार रखे ।वही के नागरिक शोभा राम साहू जी ने बताया कि 25 वर्षों से सेवारत यहां की बहन ने त्याग तपस्या बलिदान की मूरत है। इस पथ पर चलकर उन्होंने सैकड़ों की संख्या में भाई बहनों का कल्याण किया है वास्तव में यह महिमा योग्य है यहा की संचालिका शकुंतला बहन जिन्होंने अपने लिए कुछ नहीं किया सर्वस्व औरों के लिए अपने जीवन का बलिदान किया है इतिहास में इनका नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र संचालिका शकुंतला बहन ने सभी मेहमानों का शब्दों के द्वारा स्वागत किया इन सभी मेहमानों के स्वागत में टीला स्कूल की छात्राओं के द्वारा छत्तीसगढ़ी बस्तरिहा नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन लुभा लिया ।
कार्यक्रम में आये आगंतुकों के साथ साथ संस्था से जुड़े आस पास क्षेत्रो के भाई बहनों व माताओ ने अपनी उपस्थिति देकर कार्यक्रम को सफल बनाया।