अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आरंग द्वारा आध्यात्मिक सम्मेलन
नारी में असामान्य परिस्थितियों को भी सामान्य परिस्थितियों में बदलने की ताकतः ब्रम्हाकुमारी चंद्रकला दीदी
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आध्यात्मिक सम्मेलन
आरंगः
आरंग नगर के गुढियारी पारा स्थित प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय अमर ज्योति भवन में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर अभियान के अंतर्गत महिला जागृति आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका रायपुर ब्रम्हाकुमारी चंद्रकला दीदी ने कहा कि नारी में असामान्य परिस्थितियों को भी सामान्य परिस्थितियों में बदलने की ताकत है। व्यक्ति की वेशभूषा, खान-पान, चाल का संबंध संस्कृति से है। जब विदेशियों ने देश में आक्रमण किया था तो भारतीय संस्कृति में नारी की दुर्दशा हो गई।
नारी संस्कृति की संरक्षक है इन्हे संस्कृति की रक्षा करने के लिए आगे आना होगा। उन्होने कहा कि 5 साल के उम्र में बच्चों में संस्कार कच्ची मिट्टी के समान होता है इस समय नारियों को बच्चों में अच्छे संस्कार देना चाहिए। जब नारी के अंदर श्रेष्ठ संस्कार होंगे तभी वे बच्चों को श्रेष्ठ संस्कार धारण करवा सकती है। आधुनिकता को अपनाना तो जरुरी है लेकिन आधुनिकता को जानकर अपनाना ह,ै अपने निर्णय शक्ति को मजबूत रखना है। आत्म विश्वास को राजयोग के माध्यम से जागृत करे और आधुनिकता को अपनाये ंतो समाज, देश का कल्याण हो सकता है। आज स्वतंत्रता और स्वच्छता दोनो समाप्त हो गया है। इस लिए प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा दैविक संस्कारों की स्थापना किया जा रहा है। उन्होने कहा कि नर ऐसी करनी करे कि नारायण बन जाये और नारी ऐसी करनी करे कि लक्ष्मी बन जाए। इस अवसर पर भूतपूर्व नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रकला साहू ने कहा कि हमें ऐसे ही कार्यक्रम की आवश्यकता है जो नारी संस्कृति के बारें में शिक्षा दे। कलयुग में नारी को समानता दिया जाता तो आज सतयुग होता, आज नारी हर क्षेत्र में चाहे वह राजनीति, संगीत, गीत, अभिनय, सामाजिक कार्यो में अपना योगदान दे रही है। एक आदमी शिक्षित होता है तो एक व्यक्ति शिक्षित होता है परंतु एक नारी शिक्षित होती है तो पूरा समाज शिक्षित होता है। उपाध्यक्ष जनपद पंचायत आरंग हेमलता साहू ने कहा कि हम कार्यक्रम में महिला स्वरुप को आगे बढाने के लिए उन्नति एवं विकास के लिए उपस्थित हुए है। आज महिलाओं को पूरुषों के समान अवसर मिल रहा है और निष्ठापूर्वक हमें आगे बढना है, घर में ही सीमित नही रहना है आगे बढकर पुरुषों के समान कार्य करना है। कार्यक्रम के अंत में ब्रम्हाकुमारी लता दीदी ने परमात्म अनुभूति करायी। इस अवसर पर दीक्षा सोनकर पार्षद आरंग सहित आस पास के ग्रामों के लोग उपस्थित हुए।