न्याय मशाल रैली निकाल कर चौथे दिवस का धरना-प्रदर्शन संपन्न
न्याय मशाल रैली निकाल कर चौथे दिवस का धरना-प्रदर्शन संपन्न
आरंग-
राज्य के कर्मचारी - अधिकारीगण अपने मौलिक अधिकार केंद्र के समान देय दिनांक से 34% महंगाई भत्ता एवं सातवे वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा प्रदान किए जाने की मांग को लेकर चरण बद्ध आन्दोलन के चौथे चरण मे 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं ऑनदोलन के चतुर्थ दिवस के धरना-प्रदर्शन को फेडरेशन आरंग के संयोजक माणिक लाल मिश्रा, महासचिव संतलाल साहू, प्राचार्य जे आर आल्हा,शिक्षक विनोद कुमार चंद्राकर, पुराणिक राम साहू , पं.छत्रधर दीवान, शैलेन्द्र शुक्ला,छ ग तृतीय वर्ग शास.कर्म.संघ के तहसील अध्यक्ष रामकुमार सिन्हा,लिपिक वर्गीय शासकीय कर्म.संघ के ब्लाक अध्यक्ष केशव कुमार डहरिया, छ ग व्याख्याता संघ के ब्लॉक अध्यक्ष गोपत राम टंडन, छ ग पटवारी संध से राहुल जोशी,स्वास्थ्य विभाग से माया शुक्ला,स्वास्थ्य संयोजक कर्म.संघ अध्यक्ष धनेश कुमार बघेल, जल संसाधन विभाग से अनुराग तिवारी , पंचायत विभाग से सत्यनारायण चंद्राकर,छ ग क्रांतिकारी शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष लकमेन्दर सिंह बौद्ध, जिलाध्यक्ष राजकुमार नारंग, आदि ने संबोधित करते हुए माननीय मुख्य मंत्री महोदय से अपनी जायज मांगो को पूरा करने का अनुरोध किया।
अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते तहसील मुख्यालय मे स्थित तहसील कार्यालय, पंजीयक कार्यालय, उपकोषालय, जनपद पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, कृषी विभाग,महिला बाल विकास विभाग सहित विभिन्न विभागो के कार्य प्रभावित रहा । धरना-प्रदर्शन मे फेडरेशन के सहसंयोजक टेपेन्द्र बैस, प्राचार्यगण जी आर मिरी,एस के देवांगन,आर पी साहू,नन्द कुमार बांधे, लक्ष्मण राम साहू,सुरेश चंद्र पाटकर , महेंद्र वर्मा ,राकेश साहू, घनश्याम रात्रे,नारायण लाल साहू,विजय चंद्राकर,शिवकुमार चंद्राकर,पोखन राम साहू,विनोद पटेल राजू निषाद, परदेशी राम वर्मा,सागर चंद्राकर, मिथिलेश हिरवानी,अजय कुमार चंद्राकर, एन के साहू,पी आर निर्मलकर ,भगवान दास नवरत्न, राम जी ध्रुव, खेमचंद साहू,शान्ति सिन्हा, विशाखा ठाकुर, सरिता वर्मा,जामबती साहू,चंद्रकांता सोनी,अमर बाई रातडे,नीमा चतुर्वेदी,सरस्वती सोनी, सहित विभिन्न विभागीय कर्मचारी - अधिकारीगण शामिल रहे। चौथे दिवस ऑनदोलन रत कर्मचारी - अधिकारियो ने धरना स्थल से न्याय मशाल रैली निकाली जो मुख्य मार्ग से होकर पुन: धरना स्थल मे जाकर संपन्न हुई।