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देखे वीडियो --ब्रह्माकुमारी संस्थान मंडला की चैतन्य देवियों की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र

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मण्डला :-

 प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मंडला के तत्वाधान में वृंदावन गार्डन में चैतन्य देवियों की झाँकी सजाई गई है। यह चैतन्य देवीयों की झाँकी 26 सितम्बर से 4 अक्टूबर तक रखी जा रही है। चैतन्य देवियों की झाँकी  शाम 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगी। इस चैतन्य देवियों की झाँकी का मुख्य आकर्षण है कि इसमें कुमारी कन्याओं को देवी स्वरूप में दिखाया गया है। माँ दुर्गा, माँ लक्ष्मी, माँ शीतला, माँ गायत्री, माँ पार्वती, माँ वैष्णों आदि चैतन्य देवियों की झाँकी को देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन पहुंच रहे हैं। इसके साथ आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी भी लगायी गयी। जिसके माध्यम से सभी को आत्मा व परमात्मा ज्ञान दिया जाता है।


इस चैतन्य देवियों की झाँकी का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर  किया गया। इस कार्यक्रम में मण्डला क्षैत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, ब्रह्माकुमारी शिवकुमारी बहन, ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन एवं ब्रह्माकुमार भाई बहने उपस्थित रहे। 


 मुख्य रूप से बम्हनी टीआई भ्राता नीलेश दोहरे जी एवं महाराजपुर टीआई रामेश्वर ठाकुर जी सपरिवार, श्रमजीवी पत्रकार परिषद अध्यक्ष भ्राता नीरज अग्रवाल जी पहुँचकर इस झांकी का अवलोकन किया। 


मण्डला क्षैत्रीय संचालिका ब्रह्माकुमारी ममता दीदी ने नवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताया कि नौ देवियों की आध्यात्मिक रहस्यों को धारण करना ही नवरात्रि पर्व मानना है। वर्तमान समय स्वयं निराकार परमपिता परमात्मा इस कलियुग के घोर अंधकार में  माताओ -कन्याओं द्वारा सभी को ज्ञान देकर स्वर्ग की स्थापना कर रहे हैं। परमात्मा द्वारा दिए गए इस ज्ञान को धारण कर अब हम ऐसी नवरात्रि मनायें जो अपने अंदर रावण अर्थात्‌ विकार है, वह खत्म हो जाये, मर जाये। यही है सच्चा-सच्चा दशहरा मानना। ऐसा दशहरा मनायें ,तब ही दीवाली अर्थात्‌ भविष्य में आने वाली सतयुगी दुनिया के सुखों का अनुभव कर सकेंगे।  और केवल नवरात्रि का जागरण ही नहीं करें बल्कि इस अज्ञान नींद से भी जागें, यही सच्ची-सच्ची नवरात्रि मानना और जागरण करना  है ।

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