*स्वदेशी मेला में मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर का आयोजन* - fastnewsharpal.com
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*स्वदेशी मेला में मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर का आयोजन*

 *स्वदेशी मेला में मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर का आयोजन*



बिलासपुर,

 मानव जीवन अनमोल है। हमारे जीवन की सुरक्षा, हमारे परिवार की और समाज में रहने वाले हरेक व्यक्ति की सुरक्षा से जुडी हुई है। हमारा भारत देश भाईचारा को मानने वाला है। हम सब आपस में भाई-भाई हैं अर्थात एक परिवार ही हैं। हमारे शहर का कोई एक व्यक्ति भी, वह भी हमारे परिवार का है। यह भावना हम सबके मन में होती है। हर एक के जीवन की सुरक्षा के लिए सोच चलती है। यातायात नियमों का पालन करके हम न केवल अपने जीवन में निरन्तर गतिशील रहते हैं बल्कि समाज में दूसरों का प्रेरणा देने का काम भी करते हैं। ये सभी यातायात नियम जीवन की सुरक्षा एवं परिवार में खुशहाली के लिए बनाये गये हैं। यातायात नियमों का पालन करने के लिए उन्हें मन से स्वीकार करने की आवश्यकता है।




उक्त वक्तव्य साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित सात दिवसीय *स्वदेशी मेला, आत्मनिर्भरता की एक झलक* में ब्रह्माकुमारीज. बिलासपुर द्वारा लगाई गई *मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर एवं मेरा बिलासपुर व्यसन मुक्त बिलासपुर* चित्र प्रदर्शनी में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थानीय शाखा टेलिफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन की संचालिका बीके स्वाति दीदी ने कहा। दीदी ने प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा - सड़क सुरक्षा प्रति जागृति, सड़क सुरक्षा के प्रति जिम्मेवारी का बोध कराना, विशेष युवाओं के साथ-साथ सभी को नियम पालन करने की प्रेरणा देना, रफ्तार-सुरक्षा-आध्यात्मिकता का सम्बन्ध समझाना है। 

बीके स्वाति दीदी ने कहा कि रोड पर पहले सिग्नल नहीं हुआ करते थे अभी कुछ वर्षों से ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए सेफ्टी के लिए सिग्नल लगाए गए हैं। सेफ्टी सिर्फ तन की नहीं, हमारे मन के विचारों की स्पीड भी बहुत-बहुत तेज है और इसलिए विचारों के एक्सीडेंट भी बहुत हो रहे हैं। रोड पर कई बार देखते हैं कि ओवर स्पीड के कारण या ट्रैफिक बहुत होने के कारण भी एक-दूसरे से आपस में टकराव होता है। इसीलिए हमारे विचारों के प्रति भी हमें जागृत होने की जरूरत है। जिस प्रकार रेड लाइट होगी तो मुझे वहां गाड़ी खड़े करना ही है। उसी प्रकार समय प्रति समय हमारे विचारों को भी शांत करना आवश्यक है। जो भी समय आपको सुविधाजनक लगे उस समय अपने विचारों को ब्रेक देना, शांत करना यह भी बहुत ही जरूरी है। सभी के प्रति हमारी सोच एक अच्छी भावना वाली हो, अच्छी दृष्टि हो तो स्वत: विचारों का प्रभाव मानव की वाणी और कर्म पर पड़ता ही है। मन जब डिस्टर्ब हो, परेशान हो उस टाइम हमारी भाषा, हमारी नजर, चेहरे के भाव, व्यवहार सब अलग ही होता है क्योंकि हमारी बेसिक नेचर वैसी नहीं है। लेकिन मानसिक अवस्था चेंज होने से इन सारी बातों में परिवर्तन आ जाता है। ना सिर्फ तन को सुरक्षित रखना है लेकिन मन के विचारों की भी तो सेफ्टी चाहिए। इसीलिए राजयोग के अभ्यास से आध्यात्मिक शक्तिकरण और जन-जागरूकता दोनों कार्य एक साथ करने पर ही बेहतर सड़क सुरक्षा होगी तथा सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयेगी।

दीदी ने स्टाल की जानकारी देते हुए बताया की *मेरा बिलासपुर व्यसन मुक्त बिलासपुर एवं मेरा बिलासपुर दुर्घटना रहित बिलासपुर* का उद्घाटन केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री भ्राता पुरूषोत्तम तेली जी ने फीता काट कर किया। ब्रह्माकुमारीज. स्टाल का बिलासपुर सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष माननीय भ्राता अरुण साव जी, आई जी बिलासपुर रेंज भ्राता रतन लाल डांगी जी, पूर्व बिलासपुर सांसद भ्राता लखनलाल साहू जी, बेलतरा विधायक भ्राता रजनीश जी, मस्तुरी विधायक भ्राता कृष्णमूर्ति बांधी जी आदि ने अवलोकन किया।


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