सारी दुनिया की नजर भारत के आध्यात्म पर है---जैन आचार्य विद्यासागरजी ने कहा जीवन मे संतोष नहीं होने का कारण है बढ़ती लालसा
सारी दुनिया की नजर भारत के आध्यात्म पर है---जैन आचार्य विद्यासागरजी ने कहा जीवन मे संतोष नहीं होने का कारण है बढ़ती लालसा
सुरेन्द्र जैन/ धरसीवा
महाराष्ट्र प्रांत के वाशिम जिले में शिरपुर में स्थित श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ तीर्थ क्षेत्र में विराजमान परम पूज्य संत शिरोमणी आचार्यश्री विद्यासागरजी महामुनिराज ने कहा कि सारी दुनिया की नजर भारत के अध्यात्म पर है जीवन मे संतोष नहीं होने का कारण है मनुष्य की बढ़ती लालशा।
थुवोनजी अशोकनगर मध्यप्रदेश से आये जैन समाज व कमेटी के लोगो को आशीर्वाद देते हुए पूज्य आचार्यश्री ने कहा कि आप लोगों को देख कर ऐसा लग रहा है कि आपके भीतर प्रसन्नता भरी है आपको कैसा लगा रहा है आनंद आ रहा है जीवन में ज्ञान और अर्थज्ञान का संचालन होता है करेंट कट गया तो सब वैठ गये इसी प्रकार बड़े बड़े चक्रवर्ती सन्तोष के साथ सब कुछ करते हैं सारे संसार की नजर भारत के आध्यात्म पर है यहां जीवन में सन्तोष है इसलिए भारत वासी सुख का अनुभव करते हैं आज लोगों के अंदर लोभ लालशा बढ़ती चली जा रही है संसारी प्राणी सन्तुष्ट नहीं हो रहा इसी लिए वह अपने आज को दुखी समझ रहा है उक्त आश्य के उद्गार संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
*दर्शनोदय थूवोनजी कमेटी ने किए श्री फल भेंट*
दर्शनोदय तीर्थ थूवोनजी कमेटी के प्रचार मंत्री विजय धुर्रा ने अंतरिक्ष पार्श्वनाथ शिरपुर महाराष्ट्र से लौटकर बताया कि दर्शनोंदय तीर्थ थूवोनजी में होने वाले वार्षिक मेला महोत्सव में गुरु सान्निध्य की चाह लेकर दर्शनोंदय तीर्थ थूवोनजी कमेटी के अध्यक्ष अशोक जैन टिंगू मिल उपाध्यक्ष राकेश अमरोद धर्मेन्द्र रोकड़िया महामंत्री विपिन सिंघाई निर्माण मंत्री विनोद मोदी पूर्व महामंत्री राकेश कासल कोषाध्यक्ष सौरव वाझल राजेन्द्र हलवाई आडिटर राजीवचन्देरी दयोदय महासंघ के महामंत्री राकेश लालाजी परम संरक्षण शैलेन्द्र दददा जैन युवा वर्ग के संरक्षण शैलेन्द्र श्रागर जैन जागृति मंडल के अध्यक्ष नितिन बज आजाद महाना अक्षय अमरोद श्री मति नीतू जैन श्री मति अनीता जैन अमरोद राजकुमारी जैन सोम्या जैन पीलू जैन सहित अन्य भक्तों ने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ के चरणों में श्री फल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
*थूवोनजी के लिए एक चातुर्मास जरुरी है*
इस दौरान मध्यप्रदेश महासभा के संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि आचार्य श्री अनेक अवसर मिलें लेकिन हम लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पा रहे आपने मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के चातुर्मास के लिए हमें आशीर्वाद भी दिया लेकिन हमारा ही पुण्य कम पड़ गया आपकी कृपा से ही हमारा पुण्य वृद्धि को प्राप्त कर सकेंगा कमेटी के मंत्री विनोद मोदी ने कहा कि दर्शनोंदय तीर्थ थूवोनजी के सभी कार्य अधूरे पड़े हैं वे आपकी कृपा से पूरे होंगे महामंत्री विपिन सिंघाई ने निवेदन किया कि एक चातुर्मास में सभी कार्य आगे बढ़ जायेंगे अध्यक्ष अशोक जैन टींगू ने निवेदन किया कि मेला महोत्सव के साथ चातुर्मास भी चाहिए
*संब्र रखो संवरी को संब्र रखने से भगवान मिल गये थे*
आचार्य श्री ने कहा कि जीवन में धैर्य और सन्तोष का होना अनिवार्य है संब्र रखो संवरी ने संब्र रखा तो उसे भगवान मिल गये संवरी प्रभु दर्शन की चाह में रोज मार्ग को साफ करके प्रभू के आने का इंतजार करतीं थीं कहते हैं इंतजार का फल मीठा होता है ये कहावत ऐसे ही नहीं आई संवरी के संब्र की परीक्षा करके आई संब्र रखो संब्र से तो भगवान भी मिल जाते हैं
हमने तो दो दो बार थूवोनजी चातुर्मास के लिए आशीर्वाद दिया ध्यान में तो है दिया भी है लेकिन योग नहीं वना थूवोनजी का मेला वहुत बड़ा होता है चातुर्मास में अभी समय है देखते हैं तीर्थ क्षेत्रों पर आज हरियाली की आवश्यकता है प्रकृति को तीर्थ क्षेत्रों के माध्यम से सुरक्षित रखा जा सकता है इस क्षेत्र में कार्य करने की आवश्यकता है सब दूर महसूस की जा रही है।