राजिम --आखिर पुराने मेला स्थल मे हुआ मेला, पर प्रशासनिक अधिकारियो द्वारा नवीन मेला स्थल मे मेला कियें जाने को लेकर कई सब्जी बाड़ी को मशीन लगाकर किये परेशान
राजिम --आखिर पुराने मेला स्थल मे हुआ मेला, पर प्रशासनिक अधिकारियो द्वारा नवीन मेला स्थल मे मेला कियें जाने को लेकर कई सब्जी बाड़ी को मशीन लगाकर किये परेशान
राजिम
राजिम माघी पुन्नी मेला को विश्व पटल पर लाने के लिए पूर्व के राज्य सरकार द्वारा 15 दिनों तक चलने वाले मेले को वृहद रूप से मेला आयोजन किया जाता रहा है जिसपर माघी पुन्नी मेला को कुम्भ का रूप देकर विश्व पटल पर लाया,जहाँ देश के साथ साथ विदेशो मे राजिम को जानने लगा और कुंभ मेले के दौरान विदेशो से लोग मेले को देखने आने लगे साथ ही देश के चारो कोने के साधु संतो और अखाड़े संतो का आना होता था उसी दौर मे संत समागम के रूप मे साधु संतो का आना हुआ और राजिम विश्व पटल मे छाया रहा।
पर पुनः राजिम कुम्भ को माघी पुन्नी मेला के रूप मे आयोजन करने के बाद लोगो की राजिम पुन्नी मेला मे आना कमी दिखाई दिया। जो संत समागम के दौरान दिखाई दिया, और देश के चारो ओर और अखाड़े के साधु संतो का आना कमी होते गया जो समागम के प्रारंभिक दिवस मे दिखाई दिया। साथ ही लगातार देश के संतो का राजिम मेले मे आना कमी दिखाई देता हैँ।
आखिर क्या हुआ जो मेला स्थल नहीं बदला
साथ ही अधिकारीयों द्वारा नवीन मेला स्थल मे मेला किये जाने को लेकर लगे सब्जी बाडीयों मे मशीने लगाकर लोगो को परेशान किया पर आखिर मेला का स्थल परिवर्तन नहीं हुआ और ज्यो की त्यों पुनः मेला स्थल पर किया।