राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में शिक्षकों ने समझा खिलौना शिक्षण शास्त्र का महत्व
राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में शिक्षकों ने समझा खिलौना शिक्षण शास्त्र का महत्व
(राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रायपुर में कार्यशाला आयोजित)
राजिम
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवम प्रशिक्षण संस्थान रायपुर के तत्वाधान में गत दिवस राष्ट्रिय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में बुनियादी भाषा विकास एवम गणितीय संक्रियाओं की प्राप्ति हेतु विद्यालयों में बच्चों के बीच किस तरह से कार्य विधि करें करें एवं खेल और खिलौना का शिक्षा के परिदृश्य में क्या उपयोगिता है,इस संदर्भ में शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ।उक्त प्रशिक्षण में राज्य भर के सभी विकारखंडों से छः- छः शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया |इस प्रशिक्षण में विभिन्न सत्रों के माध्यम से राज्य के श्रोत पर्सन, दिपेश पुरोहित, अल्का शुक्ला, विजय जी,ललित साहू, तारकेश्वर देवांगन, रीता मंडल, सूरज वाजपेयी,भास्कर जी ने शिक्षा में खिलौना शिक्षण शास्त्र के महत्व उद्देश पर प्रकाश डालते हुए,खिलौना के विविध प्रकार, खिलौना बनाने के तरीके, कागज, मिट्टी, लकड़ी एवम रद्दी पड़े सामानों से खिलौना कैसे बनाये और उसका प्रयोग शिक्षण प्रक्रिया में हम किस तरह से करें इस पर विस्तार से चर्चा हुआ। प्रशिक्षण में भाग लेते हुए अभनपुर विकासखण्ड से शिक्षक श्रवण कुमार साहू,नीतू बंजारे, पूर्णिमा साहू, दीपा ध्रुव एवम गिरधर साहू ने सहभागिता प्रदान करते हुए विविध सत्रों में सक्रिय सहभागिता निभाई। इस प्रशिक्षण में सुनील मिश्रा जी, प्रीति सिंह का सतत मार्गदर्शन रहा,प्रशिक्षण सत्र को माननीय राजेश सिंह राणा, विशेष सचिव स्कूली शिक्षा एवम संचालक scert रायपुर ने संबोधित करते हुए शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें अपने बच्चों में 21 वीं सदी के कौशल हेतु विकसित करना है, और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़कर कार्य करने हेतु प्रेरित किया, अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।