*मां की ममता पिता की छत्रछाया से दूर माया की पढ़ाई में अब माया नहीं बनेगी बाधक*
*मां की ममता पिता की छत्रछाया से दूर माया की पढ़ाई में अब माया नहीं बनेगी बाधक*
सुरेन्द्र जैन/ धरसीवा
जिसके सर से मां की ममता का साया उठ गया हो और पिता के दूसरी शादी करने से पिता की भी छत्रछाया न रही हो तो ऐंसे में आर्थिक तंगी में सँभवतः कोई भी हो विशेषकर कोई बच्ची हो तो वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने सपने कभी साकार नहीं कर पाती यही हुआ होनहार छात्रा माया यादव के साथ ओर वह उच्च शिक्षा से वंचित होकर रह गई लेकिन अब वह अपने सपने को साकार करेगी क्योकि उसकी शिक्षा में अब माया की कमी नहीं आएगी उसकी उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी युवा नेता पंकज शर्मा ने ले ली है।
जिला सहकारी बैंक समिति के अध्यक्ष पंकज शर्मा को किसी ने बताया कि बोरियाखुर्द की माया यादव नामक छात्रा कॉमर्स स्ट्रीम की पढ़ाई सिंर्फ़ इसलिए नहीं कर पा रही कि आर्थिक समस्या आड़े आ रही है जानकारी मिलते ही उन्होंने छात्रा से संपर्क किया ओर फिर उनकी उच्च शिक्षा की जिम्मेदारी ली।
*मां के जाने के बाद से नानी ने दिया सहारा*
माया पढ़ लिखकर कुछ करना चाहती थी लेकिन उसके सर से मां का साया उठ गए फिर पिता ने भी दूसरी शादी कर ली अब माया को नानी ने सहारा दिया वह नानी के सहारे किसी तरह बारहवीं तक पढ़ाई कर ली थी लेकिन आगे उच्च शिक्षा में माया की पढ़ाई में माया ही आड़े आ रही थी सपने टूटने लगे थे लेकिन अब वह अपने सपने में माया के रोड़ा को भी हटाने में कामयाब रही क्योकि भगवान ने उसकी सुन ली और उसके उच्च शिक्षा प्राप्त कर कुछ बनने के सपने पूरे करने देवदूत बनाकर पंकज शर्मा को भेज दिया जिला सहकारी ग्रामीण बैंक अध्य्क्ष पंकज शर्मा ने कॉलेज में दाखिले के लिए माया की मदद कर मानवीय धर्म निभाया