18 और 19 सितंबर को कड़ी सुरक्षा के बीच नवा रायपुर में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन
18 और 19 सितंबर को कड़ी सुरक्षा के बीच नवा रायपुर में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन
रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर स्थित होटल मेफेयर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 18 और 19 सितंबर को दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन को लेकर तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी गई है। पूरा नवा रायपुर क्षेत्र 16 से 20 सितंबर तक विशेष सुरक्षा घेरे में रहेगा। ड्रोन से लगातार निगरानी की जाएगी।
यहां की सभी सड़कों पर मजबूत बैरिकेडिंग कर पुलिस तैनात रहेगी। तीन दिन पहले से ही सुरक्षा का पूर्वाभ्यास शुरू हो जाएगा। एसएसपी रायपुर की मानिटरिंग में 12 एएसपी, 25 डीएसपी, 36 इंस्पेक्टर और 800 जवान इलाके में तैनात रहेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ पुलिस व समेत सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की टीम मौजूद रहेगी। होटल मेफेयर को सुरक्षा के हिसाब से पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल के लिए 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को विशेष ट्रेनिंग भी दी जा रही है। होटल, एयरपोर्ट सहित जगह-जगह पर पुलिस की तैनाती रहेगी। प्रदेश के अलग-अलग जिले से एक हजार जवानों की तैनाती की जाएगी। होटल में डीएसपी रैंक के अधिकारी तैनात रहेंगे। आने-जाने वालों की तलाशी ली जाएगी।
50 से अधिक डेलीगेट्स आएंगे
इस आयोजन में देश और विदेश के 50 विशेष प्रतिनिधियों के आने की संभावना है। इसमें अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रमुख और सदस्य भी होंगे। इनसे संवाद वाली जगहों पर अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान रखने वाले लगभग 100 पुलिस अधिकारी तैनात किए जाएंगे। इनमें एसआइ से लेकर उच्च स्तर के पुलिस अधिकारी शामिल होंगे। इन प्रतिनिधियों के मन में रायपुर पुलिस की बेहतर और माडर्न छवि बनाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर महासमुंद, धमतरी सहित नवा रायपुर की ओर से प्रवेश करने वाले रास्तों पर विशेष नजर रखी जाएगी। गांवों से नवा रायपुर में प्रवेश करने वाले रास्तों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जाएंगे। दो दिन पहले से नवा रायपुर में प्रवेश करने वाले हर वाहनों की जांच की जाएगी। वाहनों के नंबर, चालकों के आदि नाम नोट करने के साथ-साथ उनसे नवा रायपुर आने का कारण भी पूछा जाएगा। दो पाली में करीब 70 पुलिस व अर्धसैनिक बल के जवानों को जिले की सीमाओं पर तैनात किया जाएगा। दोपहिया और चारपहिया वाहनों की लगातार जांच की जाएगी।