सेना की नौकरी छोड़ राजनीति में आया जवान, छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की जताई इच्छा, जानिए किस पार्टी का थामा दामन? - fastnewsharpal.com
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सेना की नौकरी छोड़ राजनीति में आया जवान, छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की जताई इच्छा, जानिए किस पार्टी का थामा दामन?

सेना की नौकरी छोड़ राजनीति में आया जवान, छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की जताई इच्छा, जानिए किस पार्टी का थामा दामन?



छत्तीसगढ़ (सरगुजा)

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले की सीतापुर विधानसभा सेना के रिटायर्ड जवान ने नौकरी छोड़कर क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.इस सीट पर बीजेपी आजतक अपना खाता नहीं खोल पाई है .

छत्तीसगढ़ सरगुजा जिले की सीतापुर विधानसभा से सूबे के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत  चार बार विधायक रह चुके हैं. इस सीट पर आज तक बीजेपी अपना खाता नहीं खोल पाई है. लेकिन इस बार सेना के एक जवान ने कांग्रेस  ख़ेमे में खलबली मचा दी है. क्षेत्र के लोगों की माँग पर नौकरी से इस्तीफ़ा देकर आए जवान ने कुछ दिन पहले हज़ारों समर्थकों के साथ रैली निकालकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर की. और आज जवान रामकुमार टोप्पो ने जशपुर पहुँचकर एक हज़ार लोगों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया. रामकुमार के बीजेपी ज्वाइनिंग के बाद इस बात की चर्चा भी तेज हो गई है कि इस बार खाद्य मंत्री को टक्कर देने के लिए बीजेपी रिटायर्ड जवान को चुनाव मैदान में उतार सकती है.

रिटायर्ड जवान ने जॉइन की बीजेपी

सेना से इस्तीफ़ा देकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार जवान रामकुमार टोप्पो आज सीतापुर से 100 चारपहिया वाहन में एक हज़ार समर्थक के साथ जशपुर पहुँचे. दरअसल, आज भाजपा के परिवर्तन यात्रा के दूसरे चरण के शुभारंभ के लिए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम बड़े भाजपा नेता जशपुर पहुँचे थे. इसी दौरान जवान रामकुमार टोप्पो का क़ाफ़िला सभा स्थल पर पहुँचा. और फिर कुछ देर में सरगुजा के सीतापुर से निर्दलीय चुनावी ताल ठोंक रहे राजकुमार टोप्पो को परिवर्तन यात्रा के मंच पर बुलाया गया. वो मंच पर अपने समर्थकों के साथ पहुँचे और फिर उनको और उनके समर्थकों को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा की सदस्यता दिलाते हुए. सभी को भाजपा का गमछा पहनाया गया.

युवाओं ने समर्थन में लिखी थी चिट्ठियां

बता दें कि, जवान रामकुमार टोप्पो जब बॉर्डर पर तैनात थे तब सीतापुर क्षेत्र के हजारों युवाओं ने उन्हें चिट्ठियां लिखी और अपने क्षेत्र से चुनाव लडने के लिए निवेदन किया. जवान को भेजे गए पत्रों में एक पत्र खून से लिखा हुआ था. तब जवान रामकुमार टोप्पो ने क्षेत्र की जनता का निवेदन स्वीकार किया और नौकरी से इस्तीफा देकर अपने गृहक्षेत्र सीतापुर लौट आए. यहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने उनका स्वागत किया और एक बड़ी रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया. जिसको युवाओं ने तिरंगा यात्रा का नाम दिया. ग्रामीण कमल साय ने कहा कि रामकुमार टोप्पो की रैली में सीतापुर आए हैं. रामकुमार को नया विधायक बनाना है. अबकी बार इन्हीं को विधायक बनाना है. वर्तमान विधायक अमरजीत भगत का जनता से कोई सरोकार नहीं है, वे जनता को नहीं पूछ रहे हैं. दो-तीन सरपंच हैं, उन्ही को पूछते हैं. कुछ काम नहीं करते हैं. रामकुमार को नया विधायक बनाएंगे, वही काम करेंगे.

ट्रेनिंग में गोल्ड मैडल से हो चुके हैं सम्मानित

सरगुजा के सीतापुर थाना क्षेत्र के कोटझाल निवासी रामकुमार टोप्पो जम्मू कश्मीर की सरहद पर पैरामिलिट्री के सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स के जवान रहे. सेना में रहते हुए इन्हें कई उपलब्धि मिली है. इनमें 2012 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पुलिस मेडल फॉर गेलेंट्री अवार्ड के अलावा कई ट्रेनिंग में गोल्ड मेडल मिले हैं. इनमे बेसिक ट्रेनर, फिजिकल ट्रेनर, ट्रेनर कोर्स और हैवी वेपन ट्रेनिंग में गोल्ड मेडल शामिल है. साथ ही राजकुमार टोप्पो ने कई एंटी टेरिरिस्ट आपरेशन में भी अपनी अहम भूमिका निभाई है.

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