माता कौशल्या को तिजा लेने अयोध्या गए छत्तीसगढ़ के कलाकार
माता कौशल्या को तिजा लेने अयोध्या गए छत्तीसगढ़ के कलाकार
अयोध्या की मिट्टी से बनेगी दीदी कौशल्या की प्रतिमा
आरंग
गत वर्षानुसार इस वर्ष भी चित्रोत्पला लोक कला परिषद द्वारा माता कौशल्या संग तीजा पर्व चंदखुरी में मनाने की तैयारियां की जा रही है।जिसके लिए संस्था के दो वरिष्ठ सदस्य ग्राम बोड़रा निवासी डॉक्टर पुरुषोत्तम चंद्राकर एवं हेमलाल पटेल माता कौशल्या को तीजा लाने अयोध्या गए हुए हैं।डाक्टर पुरुषोत्तम ने बताया
माता कौशल्या को तीजा के लेने छत्तीसगढ़ी पकवान ठेठरी, खुरमी लेकर गये थे। अयोध्या में दशरथ भवन के मुख्य पुजारी महंत निरंजन दास द्वारा कलाकारों को पूजा पाठ कर पवित्र मिट्टी सौंपा गया।जिसे लेकर कलाकार द्वय रायपुर के लिए रवाना हुए। रविवार को दोपहर 12 बजे रायपुर के रेलवे स्टेशन में बाजा गाजा के साथ माता कौशल्या के मूर्ति के लिए लाये पवित्र मिट्टी व लिवाने गए कलाकारों का भव्य स्वागत अभिनंदन किया जाएगा।वहीं चित्रोत्पला लोक कला परिषद के सदस्यों ने दीदी कौशल्या के प्रतीकात्मक रूप से छत्तीसगढ़ आगमन पर अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने अपील किए हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के रायपुर जिला के नगर पंचायत चंदखुरी में माता कौशल्या का भव्य मंदिर है। उन्हें कोशल प्रदेश (प्राचीन छत्तीसगढ़) की बेटी होने की मान्यता प्राप्त है। छत्तीसगढ़ के तीज त्योहार के रीति अनुसार सभी बहन-बेटी अपने मायके में तीजा मानने आती हैं, इसी मान्यता को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ की बेटी कौशल्या को अयोध्या से चंदखुरी लाने और तीजा मनाने लोक कलाकार अयोध्या गए थे। चित्रोत्पला लोक कला परिषद के संस्थापक राकेश तिवारी ने बताया
सभी कलाकार बिरादरी और सर्व समाज के द्वारा पूजा-अर्चना कर स्वागत पश्चात पवित्र मिट्टी को छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध मूर्तिकार पीलू राम साहू (निमोरा) को माता कौशल्या की सुंदर मूर्ति बनाने के लिए सौंपा जाएगा।पीलू साहू द्वारा प्रभु श्रीरामचंद्र के बाल रूप को कौशल्या माता की गोद में बैठे हुए मूर्ति बनाई जाएगी। उक्त आयोजन चित्रोत्पला लोक कला परिषद रायपुर के निर्देशक और आयोजक राकेश तिवारी की परिकल्पना में किया जा रहा है। जिसके व्यापक प्रचार प्रसार का दायित्व नगर के स्वयं सेवी सामाजिक संगठन पीपला फाउंडेशन को दिया गया है।