महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति का गरिमामय विजयादशमी उत्सव हुआ सम्पन्न
महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति का गरिमामय विजयादशमी उत्सव हुआ सम्पन्न
रायपुर
महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति का गरिमामय विजयादशमी उत्सव कल मोती बाग स्थित सुभाष स्टेडियम मे संपन्न हुआ।
शौर्य और शक्ति पूजा के दिन ही वंदनीया मौसी जी लक्ष्मी बाई केलकर जी ने राष्ट्र सेविका समिति की स्थापना करके सजग, संगठित मातृ शक्ति का जागरण शुरू किया था। इसी जागरण का प्रमुख उत्सव विजयादशमी उत्सव है। इस दिन शास्त्रों और शस्त्र के पूजन का विशेष महत्त्व है ।
विजयादशमी उत्सव के इस कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथि माननीय प्रतिमा उदित डहरवाल जी, मुख्य वक्ता रचना नायडू व प्रांत सह कार्यवाहिका माननीय अजीता गनोदवाले जी उपस्थित रही ।
सर्वप्रथम माननीय अतिथियों द्वारा शस्त्र पूजन किया गया। उसके पश्चात समिति की सेविका बहनों ने शौर्य और शस्त्र के पूजन के पर्व को समृद्ध करने वाले प्रत्याशिक प्रस्तुत किए ।
यह वर्ष क्रांतिकारीयों के अंतर में प्राण फुकने वाले वंदे मातरम् इस राष्ट्रीय काव्य का 150 वा निर्माण वर्ष है. मुख्य वक्ता माननीय रचना नायडू जी ने अपने उद्बोधन में कहा.. कि भारत के लोगों में देश भक्ति, राष्ट्र भक्ति जागृत करने वाले दो शब्द है वंदेमातरम्। कश्मीर से कन्याकुमारी सभी को एक करने वाला दो शब्द था, वंदे मातरम्। वेदमन्त्र सा वंदे मातरम् राष्ट्र की प्राण शक्ति तभी था अभी भी है और हमेशा ही रहेगा।
उन्होने आगे कहा कि भारत माता हमारी भारतीय संस्कृति की वाहक है, विश्व कों शान्ति, समाधान, परस्पर सहकार्य, पर्यावरण के प्रति कृतग्यता सिखानेवाली है। आज भारतीय संस्कृति शिखर पर है । आज पूरे विश्व की नजर भारत पर है क्योंकि संस्कृति का केंद्र है वसुधैव कुटुंबकम् का पालन कर्ता है।हमे इसी संस्कृती का संरक्षण, संवर्धन करना है. अपने कर्तव्य में कटीबद्ध होना है.
राष्ट्र सेविका समिति के गरिमामय विजयादशमी
उत्सव में नगर के अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित रहे ।