अंचल में हर्षोल्लास से मनाया गया छेरछेरा पर्व
अंचल में हर्षोल्लास से मनाया गया छेरछेरा पर्व
छेरिक छेरा , माई कोठी के धान ला हेरहेरा...' मनाया छेरछेरा पर्व
आरंग
सोमवार को अंचल में छेरछेरा का पर्व बहुत ही हर्षोल्लास से मनाया गया। खासकर बच्चों व युवाओं में छेरछेरा पर्व को लेकर भारी उत्साह देखा गया। खासकर ग्रामीण इलाकों में बच्चे व युवा टोलिया बनाकर घर-घर जाकर
छेरिक छेरा , माई कोठी के धान ला हेरहेरा... कहते हुए छेरछेरा मांगे।
वहीं अन्नदान का पर्व मे लोग दिल खोलकर अन्न का दान किए। यह पर्व सामाजिक समरसता, समृद्धि व दानशीलता का प्रतीक है। छेरछेरा को प्रदेश भर में उत्साह से मनाया जाता है। महिलाएं सुबह से ही अपने घर के कोठी के धान को निकाल कर टोकरी में रख लेती हैं। जब कोई छेरछेरा मांगने आते हैं, तो उन्हें सुपा में रखकर अन्न का दान करते हैं। शहरों में यह परंपरा अब विलुप्त होते जा रही है। शहरी क्षेत्रों में धान नहीं होने कारण, लोग टॉफी ,चाकलेट, बिस्किट, चना मुर्रा, छोटे लड्डू, चावल, या पैसे का दान करने लगे हैं। छेरछेरा पुन्नी के अवसर पर आरंग में धनीराम आश्रम, नवा तालाब के पास छोटे रुप में मेला भी लगा था।
जहां लोग मेला का आनंद लेते हुए वटेश्वर महादेव का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किए।