*ब्रह्माकुमारीज निवास द्वारा 89वीं शिवजयंती व सेवाकेंद्र का वार्षिक उत्सव मनाई बड़े ही धूमधाम से *
*ब्रह्माकुमारीज निवास द्वारा 89वीं शिवजयंती व सेवाकेंद्र का वार्षिक उत्सव मनाई बड़े ही धूमधाम से *
निवास-
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय निवास सेवाकेंद्र में शिवजयंती महोत्सव और सेवाकेंद्र का वार्षिक उत्सव कार्यक्रम बड़े धूमधाम से किया गया। यह कार्यक्रम खैरमाई मन्दिर के पास, खैरमाई मोहल्ला में स्थित स्थानीय सेवाकेंद्र में सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मण्डला क्षैत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी, पड़ाव वार्ड सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी ओमलता दीदी, नैनपुर सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी बहन, निवास सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी शिवकुमारी बहन एवं ब्रह्माकुमार भाई बहनों सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम परमपिता परमात्मा शिव बाबा को भोग लगाया गया।
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी ममता दीदी ने सभी को शिवजयंती और सेंटर के वार्षिक उत्सव की शुभकामनाएं दीं और कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर हम शिवालयों में अक-धतूरा, भांग आदि अर्पित करते हैं। इसके पीछे आध्यात्मिक रहस्य यह है कि जीवन में जो कांटों के समान बुराइयां हैं, गलत आदतें हैं, गलत संस्कार हैं, कांटों के समान बोल, गलत सोच को आज के दिन शिव पर अर्पण कर मुक्त हो जाएं। हम दुनिया में देखते हैं कि दान की गई वस्तु वापस नहीं ली जाती है। इसी तरह परमात्मा पर आज के दिन अपने जीवन की कोई एक बुराई जो हमें आगे बढ़ने से रोक रही है, सफलता में बाधक है उसे शिव को सौंपकर मुक्त हो जाएं। अपने जीवन की समस्याएं, बोझ उन्हें सौंप दें। फिर आपकी जिम्मेदारी परमात्मा की हो जाएगी।
इसके बाद केक कटिंग हुआ, सेंटर में शिव ध्वजारोहण किया गया। इसके बाद
स्थानीय सेवाकेंद्र से रैली निकाली गई जो बस स्टैंड, बाजार एवं निवास के मुख्य मार्गों से होते हुए स्थानीय सेवाकेंद्र में संपन्न हुई।
रैली शिवजयंती के उपलक्ष्य पर निकाली गई। परमपिता परमात्मा शिव का सत्य परिचय देते हुए यह रैली निकली। इस रैली में आगे आगे कन्याएं सिर पर कलश रखे हुए थे, रैली में सभी स्लोगन की तख्तियां लेकर चल रहे थे। रैली में पर्चे भी बांटे गए। इस रैली का जगह जगह स्वागत किया गया। नशा मुक्त भारत अभियान के तहत सभी ने रैली के माध्यम से नशा मुक्त जीवन जीने का संदेश दिया गया। सभी बड़े उमंग उत्साह से हाथों में शिव ध्वज लेकर रैली में चले।