करोड़ो की बेशकीमती शासकीय जमीन पर भूमाफियाओं की बुरी नजर,ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने सौंपा ज्ञापन*
करोड़ो की बेशकीमती शासकीय जमीन पर भूमाफियाओं की बुरी नजर,ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने सौंपा ज्ञापन*
सुरेंद्र जैन/धरसीवां
धरसीवां के औधोगिक क्षेत्र सिलतरा से लगे गांव सांकरा की करोड़ो की बेशकीमती जमीन पर भूमाफियाओं की बुरी नजर से अब ग्राम पंचायत भी चिंतित है और पंचायत प्रतिनिधियों ने अब इसे बचाने तहसील कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर गुहार लगाई है।
ग्राम सांकरा निको में करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर बाहुबलियों की बुरी नजर लंबे समय से लगी है दरअसल उद्योग स्थापित होने के पहले गांव की जो चारागाह, शमशान घाट, मरी कटान, की जमीन थी वह औद्योगिक इकाइयां स्थापित होने के बाद औद्योगिक इकाइयों में चले जाने से एकेवीएन ने गांव के लिए अलग से जमीन छोड़ी थी जिसका उपयोग शमशान घांट मरी कटान चारागाह निस्तारी तालाब आदि के लिए किया जाना था लेकिन औद्योगिक इकाइयां स्थापित होने के बाद से ही गांव की शासकीय जमीन की बंदरबांट ओर इस पर भूमाफियाओं की बुरी नजर पड़ने लगी।
एकेवीएन द्वारा सोण्डरा पठारीडीह मार्ग के उत्तर में ग्राम सांकरा पर स्थित 16 एकड़ जमीन गांव की निस्तारी के लिए दिया गया इसके अलावा 6 एकड़ भूमि श्मशान घाट के लिए अतिरिक्त दिया गया कुछ लोग पहले कब्जा करने की कोशिश की जिसे देखते हुए भूत पूर्व सरपंच ने अपने कार्यकाल में 16 एकड़ की जमीन संरक्षित करने के लिए बाउंड्री वॉल तार घेरा कराई गई लेकिन अब कब्जाधारियों द्वारा आज वही स्थिति फिर दोबारा दोहराई जा रही है वहां लगे खंबे तोड़कर कब्जे की नियत कुछ लोगों के द्वारा फिर कब्जा किया जा रहा है यहां तक बकायदा तार घेरा कर बाउंड्री वॉल कर कब्जा किया जा रहा है जिससे भविष्य में चारागाह, खेल मैदान, श्मशान घाट की निस्तारण के लिए भुमि नहीं बचेगा जिसे देखते हुए पंचायत द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर गांव निश्तारी जमीन को मुक्त कराने मांग किया गया।