बीते तीन महीनों से आंदोलनरत बर्खास्त शिक्षकों द्वारा नौकरी की बहाली करने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सहायक शिक्षकों की महा रैली का आयोजन
बीते तीन महीनों से आंदोलनरत बर्खास्त शिक्षकों द्वारा नौकरी की बहाली करने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सहायक शिक्षकों की महा रैली का आयोजन
भिलाई –
छत्तीसगढ़ के सहायक शिक्षक, जो अपनी सेवा सुरक्षा और समायोजन की मांग को लेकर बीते तीन महीनों से आंदोलनरत हैं, ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हजारों महिला शिक्षकों के साथ महा रैली का आयोजन किया। यह रैली पावर हाउस भिलाई से घड़ी चौक सुपेला तक निकाली गई, जिसमें शिक्षक संघों और विभिन्न संगठनों ने समर्थन दिया।
इस रैली का आयोजन छत्तीसगढ़ मजदूर संघ के बैनर तले किया गया। आंदोलनरत सहायक शिक्षक, विशेष रूप से बस्तर एवं सरगुजा संभाग के वे शिक्षक, जिन्हें कोर्ट के आदेश के बाद 1.5 वर्ष की सेवा के उपरांत बर्खास्त कर दिया गया, लगातार अपने नौकरी बहाली एवं समायोजन की मांग कर रहे हैं।
महिला शिक्षकों ने सरकार का ध्यान आकर्षित करने किए अनूठे प्रदर्शन
दिसंबर से जारी इस संघर्ष में शिक्षकों ने जल सत्याग्रह, सामूहिक उपवास, सामूहिक मुंडन, यज्ञ-हवन और दंडवत प्रदर्शन जैसे विभिन्न तरीकों से अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया।
7 मार्च को शिक्षकों ने विधानसभा रोड पर वीआईपी मूवमेंट और मंत्रियों के काफिले के सामने पोस्टर और तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया, ताकि शासन-प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से ले।
सहायक शिक्षकों की मांगें
1.सेवा सुरक्षा एवं समायोजन – बर्खास्त किए गए सभी सहायक शिक्षकों की सेवा पुनः बहाल की जाए।
2. स्थायी समाधान – सरकार शीघ्र ही शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ठोस नीति बनाए।
3. संविधानिक अधिकारों की रक्षा – शिक्षकों को रोजगार से वंचित करना अन्यायपूर्ण है, इसे तत्काल सुधारा जाए।
आंदोलन जारी रहेगा
महिला शिक्षकों ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार जल्द ही ठोस निर्णय नहीं लेती, तो आंदोलन और उग्र होगा। उन्होंने कहा कि अब यह सिर्फ सहायक शिक्षकों का मुद्दा नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और न्याय का विषय भी बन चुका है।