लड्डू गोपाल की झांकी देखने उमड़ा जनसैलाब, ढोल–ताशों की थाप पर झूमे भक्तजन, बरसात में भी न थमा भक्ति का प्रवाह, गरियाबंद में प्रभुभक्ति से सराबोर हुई नगर की गलियां और चौक-चौराहे
लड्डू गोपाल की झांकी देखने उमड़ा जनसैलाब, ढोल–ताशों की थाप पर झूमे भक्तजन, बरसात में भी न थमा भक्ति का प्रवाह, गरियाबंद में प्रभुभक्ति से सराबोर हुई नगर की गलियां और चौक-चौराहे
गरियाबंद
भक्ति, आस्था और उल्लास से सराबोर गरियाबंद नगर ने मंगलवार को एक अद्भुत दृश्य देखा। बारिश की बूंदों के बीच भी श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। गोवर्धनपारा वार्ड क्रमांक 06 में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के अवसर पर रुक्मणी–कृष्ण विवाह प्रसंग का आयोजन हुआ, जिसके तहत भगवान श्रीकृष्ण की भव्य बारात नगर के मुख्य मार्गों से निकाली गई।
सुबह से ही श्रद्धालुजन इस शोभायात्रा का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही भगवान लड्डू गोपाल और श्रीमद्भागवत महापुराण को सजाए गए रथ और बग्गी में विराजमान कर यात्रा निकाली गई, वातावरण “जय श्रीकृष्ण” के गगनभेदी नारों से गूंज उठा। बग्गियों पर रंग–बिरंगी सजावट, रोशनी और ध्वनि विस्तारक यंत्रों से गूंजते भक्ति गीतों ने मानो पूरे शहर को कृष्णमय कर दिया।
बरसात में भी थिरके कदम
रिमझिम बारिश ने उत्सव की छटा को और भी अनुपम बना दिया। भीगते हुए भी भक्तगण झूम–झूम कर नाचते रहे। शोभायात्रा वार्ड नंबर 06 से होते हुए सिविल लाइन, गौरव पथ, तिरंगा चौक होते हुए शीतला मंदिर तक निकाली गई। जगह–जगह पर वार्डवासियों और श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर भगवान की बारात का भव्य स्वागत किया।
महिलाओं का विशेष उत्साह
जब बारात वार्ड नंबर 15 के पुराना मंगल बाजार क्षेत्र में पहुंची, तब वहां की बुजुर्ग महिलाओं ने विशेष रूप से लड्डू गोपाल और भागवत महापुराण की पूजा–अर्चना कर स्वागत किया। कई महिलाएं भक्ति भाव से बारात में शामिल होकर हाथों में भागवत महापुराण थामे चल रही थीं। यह नजारा देखने लायक था।
पार्षद छगन यादव – लड्डू गोपाल की भक्ति में पूरा नगर राधे राधे की गूंज हर गली में
इस भव्य आयोजन पर पार्षद छगन यादव ने कहा –
“बरसात ने भी श्रद्धालुओं की आस्था को रोक नहीं पाया। जिस तरह से नगर के हर वर्ग ने भगवान की बारात का स्वागत किया है, वह गरियाबंद की सामाजिक और धार्मिक एकता का परिचायक है। यह आयोजन आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।”
वहीं बुजुर्ग महिला धरमिन बाई सिन्हा ने कहा –
“हमने अपने जीवन में बहुत बार भगवान की कथाएं सुनी हैं, लेकिन इस तरह की बारात पहली बार देखने को मिली। आज ऐसा लगा मानो सच में भगवान हमारे बीच विवाह करने आए हों। हम सबने मिलकर पूजा की और यह पल जीवनभर याद रहेगा।”विख्यात कथा वाचक आचार्य पं. प्रेम किशोर शर्मा (तूता, नया रायपुर) की मधुर वाणी ने भक्तों को मंत्रमुग्ध किया।श्रीमद्भागवत महापुराण के रुक्मणी–कृष्ण विवाह प्रसंग में भावविभोर होकर श्रद्धालु झूम उठे।बारिश के बीच भी कथा स्थल पर उमड़ा अपार जनसैलाब, हर ओर गूंजे “जय श्रीकृष्ण” के नारे।प्रेम, भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम बन गया गरियाबंद का यह पावन आयोजन।
भक्ति में डूबा नगर
बारात के दौरान बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों – सभी का उत्साह देखने लायक था। ढोल–ताशों की थाप, भजन–कीर्तन की मधुर स्वर लहरियां और श्रद्धालुओं के झूमते कदमों ने पूरे गरियाबंद को प्रभुभक्ति में रंग दिया। शोभायात्रा के समापन पर शीतला मंदिर में विशेष पूजन और प्रसादी वितरण किया गया।
बारिश और भक्ति के इस अद्भुत संगम ने यह साबित कर दिया कि श्रद्धा केआगे मौसम की कोई बाधा नहीं होती।
आज गीता पाठ के पश्चयत् दोपहर में होगा भव्य भंडारे का आयोजन



