नवापारा नगर मे भव्य कवि सम्मेलन का हुआ आगाज
नवापारा नगर मे भव्य कवि सम्मेलन का हुआ आगाज
नवापारा नगर
भामाशाह साहू सद्भाव समिति गोबरा नवापारा, स्वयंसेवी संस्था के बैनर तले गायत्री मंदिर प्रांगण में महर्षि वाल्मीकि जयंती एवं शरद पूर्णिमा एवं भामाशाह साहू सद्भाव समिति के पंचम स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नूतन साहू पूर्व पंचायत इंस्पेक्टर एवं अंतरराष्ट्रीय कवि एवं उपाध्यक्ष राजिम भक्तिन माता समिति राजिम अध्यक्षता रोमनलाल साहू उपाध्यक्ष भामाशाह साहू सद्भाव समिति विशिष्ट अतिथि श्री बहुर राम साहू सलाहकार, खियाराम राम साहू कार्यकारिणी सदस्य, मंचासीन थे कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां सरस्वती महाकाल महेश्वर राजिम माता, वेद माता गायत्री महर्षि वाल्मीकि भामाशाह के तेल चित्रों पर चंदन वंदन माल्यार्पण कर शुभारंभ किया गया कार्यक्रम में अंचल के ख्याति प्राप्त कवियों के द्वारा कवि सम्मेलन का आगाज हुआ तत्पश्चात सभी साहित्यकारों को महर्षिवाल्मीकि साहित्य सम्मान प्रमाण पत्र श्रीफल शॉल मोमेंटो से नवाजा आ गया
स्वागत उद्बोधन में समिति के अध्यक्ष मोहनलाल मानिकपन, द्वारा सभी अतिथियों का एवं कवियों का अभिनंदन करते हुए महर्षि वाल्मीकि के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला समिति के उपाध्यक्ष मानिक राम साहू के द्वारा समिति का परिचय एवं कार्य पर प्रकाश डाला मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय कवि नूतन साहू ने कहा कि मैं नामक राक्षस को दूर करें तो शांति और अमन चैन स्थापित हो सकता है इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा मानिक राम साहू उपाध्यक्ष ने समिति का परिचय और कार्य पर प्रकाश डाला अध्यक्षीय उद्बोधन में रोमनलाल साहू ने कहा कि सिर्फ एक काम झूठ मत बोलो पर ही अमल करें तो समाज की दशा और दिशा बदल सकती है ।
कवियों ने अपनी रचना में छत्तीसगढ़ की संस्कृति छत्तीसगढ़ी बोली स्वास्थ्य योग से संबंधित शरद पूर्णिमा समसामयिक घटना नशा पान पर आधारित रिश्ते की अहमियत एवं हास्य व्यंग के साथ समा बांधे रखा, कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए किशोर निर्मलकर ने उक्त पंक्तियों के साथ प्रारंभ किया कि
रूठना जरूरी है तो मनाना जरूरी है
प्यार से जीना जरूरी है।
कुछ इधर चल दिए कुछ उधर चल दिए
जिसको जिधर जाना था वो उधर चल दिए
कवियों में मकसूदन साहू बरीवाला श्रवण साहू प्रखर रोहित साहू माधुर्य संतोष साहू प्रकृति रामेश्वर साहू रंगीला छग्गूयास आडिल, डॉ रमेश कुमार सोनसायटीकलम वीर, मोहनलाल मानिक पन भावुक नरेंद्र साहू पार्थ तुषार शर्मा नादान कोमल सिंह साहू भोला जी भारत साहू प्रभु इन सभी कवियों ने नए-नए उम्दा रचना का पाठ किया एवं लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया तालियाैंकी गड़गड़ाहट से हाल गूंजते रहा।
कार्यक्रम में भामाशाह साहू सद्भाव समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों का सहयोग रहा दिनेश साहू रविशंकर साहू लाला साहू पूर्णेन्द्र साहू संपत साहू, गुरुचरण साहू घनश्याम साहू उपेंद्र साहू डेरहू राम साहू की सहयोगात्मक भूमिका रही ।
कार्यक्रम मे नगर के गण मान्य की उपस्थिति रही गायत्री मंदिर समिति अध्यक्ष पवन यदु पूर्व अध्यक्ष वर्मा जी, हीराराम हिरवानी रमेश कुमार सोनी अशोक नागवानी सिन्हा जी, हर्षवर्धन साहू प्रेम साहू वीरेंद्र साहू जी की गरिमामयउपस्थिति रही, कार्यक्रम का संचालन कोमल सिंह साहू एवं भरोसी राम साहू ने आभार व्यक्त कर कार्यक्रम की समापन की घोषणा की ।