अध्यात्म
अनमोल वचन
आज का सुविचार
आज का सुविचार
रविवार, 12 जुलाई 2020
Edit
🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃
💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..12-07-2020*..🎋
✍🏻पर्सनालिटी कपड़ों की होगी तो, लोग सिर्फ LIKE करेंगे और विचारों की होगी तो FOLLOW भी करेंगे।
💐 *Brahma Kumaris* 💐
🌷 *ओमशान्ति*🌷
🏵🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃
♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻मैं सब कुछ और तुम कुछ भी नहीं बस यही सोच हमें इंसान नहीं बनने देती। सम्मान हमेशा समय का होता है लेकिन आदमी उसे अपना समझ लेता है।
🌹 *ओमशान्ति*🌹
♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
🔹🔸🔹♦️🔵♦️🔹
Night story ❣️❣️❣️❣️
*🟠👉🏿सुख दुख आते जाते रहेंगे➖*
〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️
घुप्प अंधेरी रात में एक व्यक्ति नदी में कूद कर आत्महत्या करने का विचार कर रहा था. वर्षा के दिन थे और नदी पूरे उफान पर थी. आकाश में बादल घिरे थे और रह-रहकर बिजली चमक रही थी.
वह उस देश का बड़ा धनी व्यक्ति था लेकिन अचानक हुए घाटे से उसकी सारी संपत्ति चली गई. उसके भाग्य का सूरज डूब गया था. चारों ओर निराशा ही निराशा. भविष्य नजर नहीं आ रहा था.
.
उसे कुछ सूझता न था कि क्या करे. उसने स्वयं को समाप्त करने का विचार कर लिया था. नदी में कूदने के लिए जैसे ही चट्टान के छोर पर खड़ा होकर वह अंतिम बार ईश्वर का स्मरण करने लगा तभी दो बुजुर्ग परंतु मजबूत बांहों ने उसे रोक लिया.
.
बिजली की चमक में उसने देखा कि एक वृद्ध साधु उसे पकड़े हुए है ! उस वृद्ध ने उससे निराशा का कारण पूछा. किनारे लाकर उसकी सारी कथा सुनी फिर हंसकर बोला- तो तुम यह स्वीकार करते हो कि पहले तुम सुखी थे.
.
सेठ बोला- हाँ मेरे भाग्य का सूर्य पूरे प्रकाश से चमक रहा था. सब ओर मान-सम्मान संपदा थी. अब जीवन में सिवाय अंधकार और निराशा के कुछ भी शेष नहीं है.
.
वृद्ध फिर हंसा और बोला- दिन के बाद रात्रि है और रात्रि के बाद दिन. जब दिन नहीं टिकता तो रात्रि भी कैसे टिकेगी ? परिवर्तन प्रकृति का नियम है ठीक से सुनो और समझ लो.
.
जब तुम्हारे अच्छे दिन हमेशा के लिए नहीं रहे तो बुरे दिन भी नहीं रहेंगे. जो इस सत्य को जान लेता है वह सुख में सुखी नहीं होता और दुख में दुखी नहीं होता !
.
उसका जीवन उस अडिग चट्टान की भांति हो जाता है जो वर्षा और धूप में समान ही बनी रहती है ! सुख और दुख को जो समभाव से ले, समझ लो कि उसने स्वयं को जान लिया.
.
सुख-दुख तो आते-जाते रहते हैं. यही प्रकृति की गति है. ईश्वर का इंसाफ. जो न आता है और न जाता है वह है स्वयं का अस्तित्व. इस अस्तित्व में ठहर जाना ही समत्व है.
.
सोचो यदि किसी ने जीवन में एक जैसा ही भाव देखा. हमेशा सुख का ही. जिस चीज की आवश्यकता हुई उससे पहले वह मिल गई. तो क्या वह कुछ उपहार पाने की खुशी का अनुभव कैसे कर सकता है ?
🔹🔸🔹♦️🔵♦️🔹🔸🔹
.
दुख न आए तो सुख का स्वाद क्या होता कोई कैसे जाने ? जो इस शाश्वत नियम को जान लेता है, उसका जीवन बंधनों से मुक्त हो inजाता है।
🔹🔸🔹♦️🔵♦️🔹🔸🔹
🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿
अनमोल वचन :
जिस तरह नदी में बाढ़ आने पर तेज़ पानी के बहाव के कारण पूरा कचरा व नदी में जमा मैल भी उस बाढ़ के साथ ही बह जाता है और नदी साफ होकर अच्छे से बहने लगती है। बस उसी तरह हमें अपने मन के अंदर बसी विकारों रूपी नदी के अंदर सिमरन रूपी पानी से कम से कम इतनी बाढ़ लानी है कि काम,क्रोध,लोभ,मोह व अहंकार रूपी कचरा पूरी तरह से निकल जाये क्योंकि जब तक कचरा भरा रहेगा तब तक आगे बढ़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।।
🙏🏻ओम् शान्ति 🙏🏻
🌸आपका दिन शुभ हो 🌸
🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿
🙏🏻🌼🙏🏻🌼🙏🏻🌼🙏🏻
*यदि आप सक्षम और सामर्थ्यवान है,तो किसी की सहायता करने से पहले ये मत सोचिये,कि वो भविष्य मे कभी आपके काम आएगा या नहीं,सहायता करके भूल जाइए ।*
*क्योंकि मैंने उसकी सहायता कि या मैंने इतना दान-पुण्य किया यही भाव अहम, दुख और पाप का कारण बनता है।*
*आपने जो भी कार्य किया वो सब ईश्वर की दृष्टि में है,दूसरे जो कर रहे है वो भी ईश्वर से छुपा नहीं है ।*
*ना किसी को जताईए, ना ही बताइये बस उसकी सहायता करके भूल जाईये,दान-पुण्य-सेवा करके भूल जाइए ।*
*बस इतना ही ध्यान रखिये,,,,*
*कि जब ईश्वर ने उसकी सहायता के लिए आपको भेजा है,*
*तो जब आपको जरूरत होगी तो वो अवश्य ही किसी ना किसी को भेजेगा ।।*
📿📿📿📿📿📿
💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..12-07-2020*..🎋
✍🏻पर्सनालिटी कपड़ों की होगी तो, लोग सिर्फ LIKE करेंगे और विचारों की होगी तो FOLLOW भी करेंगे।
💐 *Brahma Kumaris* 💐
🌷 *ओमशान्ति*🌷
🏵🍃🏵🍃🏵🍃🏵🍃
♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻मैं सब कुछ और तुम कुछ भी नहीं बस यही सोच हमें इंसान नहीं बनने देती। सम्मान हमेशा समय का होता है लेकिन आदमी उसे अपना समझ लेता है।
🌹 *ओमशान्ति*🌹
♻🍁♻🍁♻🍁♻🍁♻
Night story ❣️❣️❣️❣️
*🟠👉🏿सुख दुख आते जाते रहेंगे➖*
〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️
घुप्प अंधेरी रात में एक व्यक्ति नदी में कूद कर आत्महत्या करने का विचार कर रहा था. वर्षा के दिन थे और नदी पूरे उफान पर थी. आकाश में बादल घिरे थे और रह-रहकर बिजली चमक रही थी.
वह उस देश का बड़ा धनी व्यक्ति था लेकिन अचानक हुए घाटे से उसकी सारी संपत्ति चली गई. उसके भाग्य का सूरज डूब गया था. चारों ओर निराशा ही निराशा. भविष्य नजर नहीं आ रहा था.
.
उसे कुछ सूझता न था कि क्या करे. उसने स्वयं को समाप्त करने का विचार कर लिया था. नदी में कूदने के लिए जैसे ही चट्टान के छोर पर खड़ा होकर वह अंतिम बार ईश्वर का स्मरण करने लगा तभी दो बुजुर्ग परंतु मजबूत बांहों ने उसे रोक लिया.
.
बिजली की चमक में उसने देखा कि एक वृद्ध साधु उसे पकड़े हुए है ! उस वृद्ध ने उससे निराशा का कारण पूछा. किनारे लाकर उसकी सारी कथा सुनी फिर हंसकर बोला- तो तुम यह स्वीकार करते हो कि पहले तुम सुखी थे.
.
सेठ बोला- हाँ मेरे भाग्य का सूर्य पूरे प्रकाश से चमक रहा था. सब ओर मान-सम्मान संपदा थी. अब जीवन में सिवाय अंधकार और निराशा के कुछ भी शेष नहीं है.
.
वृद्ध फिर हंसा और बोला- दिन के बाद रात्रि है और रात्रि के बाद दिन. जब दिन नहीं टिकता तो रात्रि भी कैसे टिकेगी ? परिवर्तन प्रकृति का नियम है ठीक से सुनो और समझ लो.
.
जब तुम्हारे अच्छे दिन हमेशा के लिए नहीं रहे तो बुरे दिन भी नहीं रहेंगे. जो इस सत्य को जान लेता है वह सुख में सुखी नहीं होता और दुख में दुखी नहीं होता !
.
उसका जीवन उस अडिग चट्टान की भांति हो जाता है जो वर्षा और धूप में समान ही बनी रहती है ! सुख और दुख को जो समभाव से ले, समझ लो कि उसने स्वयं को जान लिया.
.
सुख-दुख तो आते-जाते रहते हैं. यही प्रकृति की गति है. ईश्वर का इंसाफ. जो न आता है और न जाता है वह है स्वयं का अस्तित्व. इस अस्तित्व में ठहर जाना ही समत्व है.
.
सोचो यदि किसी ने जीवन में एक जैसा ही भाव देखा. हमेशा सुख का ही. जिस चीज की आवश्यकता हुई उससे पहले वह मिल गई. तो क्या वह कुछ उपहार पाने की खुशी का अनुभव कैसे कर सकता है ?
🔹🔸🔹♦️🔵♦️🔹🔸🔹
.
दुख न आए तो सुख का स्वाद क्या होता कोई कैसे जाने ? जो इस शाश्वत नियम को जान लेता है, उसका जीवन बंधनों से मुक्त हो inजाता है।
🔹🔸🔹♦️🔵♦️🔹🔸🔹
🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿
अनमोल वचन :
जिस तरह नदी में बाढ़ आने पर तेज़ पानी के बहाव के कारण पूरा कचरा व नदी में जमा मैल भी उस बाढ़ के साथ ही बह जाता है और नदी साफ होकर अच्छे से बहने लगती है। बस उसी तरह हमें अपने मन के अंदर बसी विकारों रूपी नदी के अंदर सिमरन रूपी पानी से कम से कम इतनी बाढ़ लानी है कि काम,क्रोध,लोभ,मोह व अहंकार रूपी कचरा पूरी तरह से निकल जाये क्योंकि जब तक कचरा भरा रहेगा तब तक आगे बढ़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।।
🙏🏻ओम् शान्ति 🙏🏻
🌸आपका दिन शुभ हो 🌸
🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿🌻🍁🌿
🙏🏻🌼🙏🏻🌼🙏🏻🌼🙏🏻
*यदि आप सक्षम और सामर्थ्यवान है,तो किसी की सहायता करने से पहले ये मत सोचिये,कि वो भविष्य मे कभी आपके काम आएगा या नहीं,सहायता करके भूल जाइए ।*
*क्योंकि मैंने उसकी सहायता कि या मैंने इतना दान-पुण्य किया यही भाव अहम, दुख और पाप का कारण बनता है।*
*आपने जो भी कार्य किया वो सब ईश्वर की दृष्टि में है,दूसरे जो कर रहे है वो भी ईश्वर से छुपा नहीं है ।*
*ना किसी को जताईए, ना ही बताइये बस उसकी सहायता करके भूल जाईये,दान-पुण्य-सेवा करके भूल जाइए ।*
*बस इतना ही ध्यान रखिये,,,,*
*कि जब ईश्वर ने उसकी सहायता के लिए आपको भेजा है,*
*तो जब आपको जरूरत होगी तो वो अवश्य ही किसी ना किसी को भेजेगा ।।*
📿📿📿📿📿📿
Previous article
Next article