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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠
🎋 *..27-10-2020*..🎋
✍🏻आपका परिवार कितना अमीर है, ये मायने नहीं रखता आपका परिवार कितना खुश है, ये बहुत मायने रखता है।
💐 *Brahma Kumaris* 💐
🌷 *σм ѕнαитι*🌷
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💥 *विचार परिवर्तन*💥
✍🏻खुशी के लिये बहुत कुछ इकट्ठा करना पड़ता है, ऐसा हम समझते है, किन्तु हकीकत में खुशी के लिए बहुत कुछ छोड़ना पड़ता हैं, ऐसा अनुभव कहता है।
🌹 *σм ѕнαитι.*🌹
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👏🌹😊अनमोल मोती-
किसी से भी प्राप्त अपमान या सम्मान को हम जितना महसूस करते हैं, उतना ही हमें ये ऐहसास होते हैं,
*ओम शांति, सुप्रभात*
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प्रकृति का नियम है—जो देता है वह पाता है; जो रोकता है वह सड़ता है। छोटे तालाब का पानी घटता, सड़ता और सूखता है, किन्तु झरने में सदा स्वच्छता गतिशीलता बनी रहती है और वह अक्षय भी बना रहता है। जो देने से इनकार करेगा और गतिशीलता के नियम का उल्लंघन करके संचय में निरत होगा, उसे थोड़ा ही मिलेगा।
धरती अपना जीवन-तत्व वनस्पति को देती है। अनादि काल से यह क्रम चल रहा है। धरती का कोष घटा नहीं, वनस्पति की सड़न से बना खाद और वर्षा का जल उसका भण्डार भरते चले आ रहे हैं। धरती को देते रहने की आदत उसकी मूर्खता नहीं है—जो देती है, प्रकृति उसकी पूरी तरह भरपाई करती रहती है।
वृक्ष फल-फूल, पत्ते प्राणियों को देते हैं। जड़ें गहराई से लाकर उनकी क्षति पूर्ति करती हैं। समुद्र बादलों को देता है, उस घाटे को नदियाँ अपना जल देकर पूरा किया करती हैं। हिमालय अपनी बर्फ गला कर नदियों को देता हैं— नदियाँ जमीन को खींचती हैं। हिमालय पर बर्फ जमने का क्रम प्रकृति ने जारी रखा है, ताकि नदियों को जल देते रहने की उसकी दान वीरता में कमी न आने पावे।
आज का दिया हुआ भविष्य में असंख्य गुना होकर मिलने वाला है। कब मिलेगा इसकी तिथियाँ न गिनो। विश्वास रख कर देने वाला खाली नहीं होता। प्रकृति उसकी भरपाई पूरी तरह कर देती है।
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🙏 *ॐ शांति* 🙏
ईश्वर को न हमारे *तन* की जरूरत है... न *धन* की... उसको तो बस पवित्र मन की जरूरत है। इसलिये वो हमें कुछ भी छोड़ने के लिये नहीं कहता। बस कहता है... बच्चे! मन से *विकार* छोड़ो, गंदे *विचार* छोड़ो।
🌸 सुप्रभात...
💐💐 आपका दिन शुभ हो... 💐💐
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*जिस इंसान के कर्म अच्छे होते है*
*उस के जीवन में कभी*
*अँधेरा नहीं होता*
*बीते कल का अफसोस और*
*आने वाले कल की चिन्ता,*
*दो ऐसे चोर हैं जो हमारे आजकी*
*खूबसूरती को चुरा ले जाते है*
*प्रशंसा की भूख*
*अयोग्यता की परिचायक है*
*काबिलियत की तारीफ तो*
*विरोधियों के भी दिल से निकलती है*
*अपने हौसलोंको खबर करते रहो*
*ज़िंदगी मंज़िल नहीं सफर है*
*करते रहो कहते है*
*मत सोच की तेरा सपना क्यों पूरा*
*नहीं होता हिम्मत वालो का इरादा*
*कभी अधुरा नहीं होता*
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