Vaccination | केंद्र सरकार ने जारी की सूची , इन 20 लक्षणों वाले मरीजों को लगेगा सबसे पहले टीका
Vaccination | केंद्र सरकार ने जारी की सूची , इन 20 लक्षणों वाले मरीजों को लगेगा सबसे पहले टीका
देश में टीकाकरण (Vaccination) का दूसरा चरण एक मार्च से शुरू होने वाले है। इसी को लेकर शनिवार को केंद्र सरकार (Central Government) ने अधिसूचना जारी की है। जिसमें सरकार 20 बिमारियों (Diseases) से ग्रस्त या पीड़ित मरीज़ों में दूसरे चरण के टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी।
आइए जानते हैं वो कौन से लक्षण हैं।
- पिछले एक साल के दौरान दिल का दौरा पड़ा हो (बीते एक साल के अंदर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा हो)
- पोस्ट कार्डियक ट्रांसप्लांट (एलवीएडी)/लेफ्ट वेंट्रीकुलर असिस्ट डिवाइस।
- लेफ्ट वेंट्रीकुलर सिस्टोलिक डिसफंक्शन।
- मध्यम स्तर या तेज स्तर का हृदय रोग।
- कनजेनाइटल हार्ट डिजीज।
- कोरोनरी आर्टरी डिजीज, मधुमेह, उच्चरक्तचाप (बीपी), हाइपरटेंशन के मरीज जिनका इलाज चल रहा है।
- एनजाइना के साथ हाइपरटेंशन और डायबिटीज।
- सीटी एमआरआई डक्यूमेंटेड स्ट्रोक।
- पल्मोनरी आर्टरी डिजीज।
- डायबिटीज (10 साल पुराना मामला या जटिलताओं सहित) और हाइपरटेंशन के इलाजरत मरीज।
- किडनी/लिवर/हेमाटोपोइएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट: करा चुके/प्रतीक्षा सूची में नाम हो।
- किडनी की बीमारी का अंतिम चरण/सीएपीडी।
- मौखिक कॉर्टिकोस्टेरॉइड/इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं का वर्तमान लंबे समय तक उपयोग
- विघटित सिरोसिस
- सीवियर रेस्पिरेटरी डिजीज
- पिछले दो वर्षों में अस्पताल में भर्ती/FEV1 50 प्रतिशत के साथ गंभीर श्वसन रोग
- लिम्फोमा/ल्यूकेमिया/मायलोमा किसी भी ठोस कैंसर का निदान 1 जुलाई 2020 या उसके बाद किसी भी कैंसर चिकित्सा पर
- सिकल सेल रोग /अस्थि मैरोव विफलता/अप्लास्टिक एनीमिया/थैलेसीमिया मेजर
- प्राथमिक इम्यूनोडिफ़िशियेंसी रोग/एचआईवी संक्रमण
- बौद्धिक अक्षमता/पेशी अपविकास/एसिड अटैक के कारण श्वसन प्रणाली के शामिल होने के कारण/ विकलांगों में उच्च समर्थन की जरूरत वाले विकलांग/बहरे-अंधापन सहित कई विकलांग
250 में लगेगा कोरोना का टीका
भारत सरकार ने इसके पहले निजी अस्पतालों में लगने वाले कोरोना टीका की कीमत तय कर दी है।
अब तक 70 स्वास्थ्य कर्मियों को लगा टीका
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजीव भूषण ने जानकारी देते हुए बताया, 'देश में चल रहे टीकाकरण में कभी तक 77 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जा चुका है। वहीं 70 प्रतिशत ऐसे हैं, जिन्हे टीके का दोनों डोज लग चुका है।'