आज का चिंतन(सुविचार) - fastnewsharpal.com
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आज का चिंतन(सुविचार)

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💠 *Aaj_Ka_Vichar*💠

🎋 *..18-03-2021*..🎋


✍🏻सब को इकट्ठा रखने की ताकत प्रेम में है और सब को अलग करने की ताकत भ्रम में है। कभी भी मन मे भ्रम ना पाले।

💐 *Brahma Kumaris* 💐

🌷 *σм ѕнαитι*🌷

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  💥 *विचार परिवर्तन*💥


✍🏻आशा ही जीवन की वो डोर है जो हमें उमंग उत्साह और खुशी से भरपूर रखती है। आशा खत्म मानो खुशी खत्म मानो जीवन नीरस अर्थात जिंदा लाश बन जाता है।

🌹 *σм ѕнαитι.*

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       ओम शांति

*ज़्यादा पैसा, जल्दी पैसा, जितना भी हो पैसा और जीवन ही पैसा!!*

*पैसे की जीवन शैली में अब हम अपना स्वास्थ्य बेचने में लगे हैं।*

 *यूँ तो हमने धन का अम्बार लगा दिया मगर स्वास्थ्य को दाव पर लगाकर...!*

*लेकीन याद रखना वो धन किस काम का जो हमसे जीवन ही छीन ले।*

*आज का आदमी बड़ी नासमझी में जीवन यापन कर रहा है।*

 *आज आदमी पहले पैसा कमाने के लिए सेहत बिगड़ता है, फिर सेहत बापिस पाने के लिए पैसे बिगड़ता है।*

*स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है।*

*स्वास्थ्य रहने पर आप धन अवश्य कमा सकते हैं मगर धन रहते हुए भी स्वास्थ्य नहीं कमाया जा सकता है।*

*धन जीवन की आवश्यकता हो सकती है उद्देश्य कदापि नहीं।*

 *धन साधन है साध्य नहीं।*

*धन अर्जित जरुर किया जाए मगर स्वास्थ्य की वलि देकर नहीं*


*कागज के टुकड़े करना सरल है*

*कपडे के टुकड़े करना थोडा कठिन है*

*लोहे के टुकड़े करना काफी कठिन है*

*लेकिन*

*सबसे ज्यादा कठिन कुछ है तो वह है,*

*हमारे अन्दर स्थित अहम के टुकड़े करना...!!!*

       ॐ शांति

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         ओम शांति

*आप चाहें लाख भले बन जाएं दुनिया की नजरों में लेकीन*

*आईने में खड़ा शख्स आपको अच्छे से जानता है*


 

*बाहर की चुनोतियों सें नहीं, हम अपनी अंदर की कमजोरियों सें हारते हैं*


*मनुष्य के सिक्के के दो पहलू हैं*

*पशु और प्रभु*


 *अगर वह मनुष्यता से ऊपर गिरता है तो वह पशु है*

*अगर वह मनुष्यत्व से ऊपर उठता है तो वह मनुष्य के रूप मे भी प्रभु है*


*DOG डाँग कहलाता है पर अगर*

*फितरत उलट दी जाए तो यही*

*GOD गोड बन जाता है*


*पॉजिटिव दृष्टि से इस विशाल*

*दुनिया को देखने की आदत डालो*


*आप भी खुश वो भी खुश*

*करके देखों .... आसान है!!!*

         ओम शांति

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अनमोल वचन :


हम सबको खुश नहीं कर सकते,लेकिन भगवान को हम सब खुश कर सकते हैं। इसलिये केवल भगवान को खुश करने की कोशिश करें, तो संसार अपने आप खुश हो जायेगा...........


🙏ओम् शांति🙏


💐आपका दिन शुभ हो💐


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💧 *_आज का मीठा मोती_*💧

_*18 मार्च:-*_ फूलो में श्रेष्ठ फूल *कमल* का फूल है, जो दल दल में रहकर भी अपनी सुंदरता बनाकर रखता है।

        🙏🙏 *_ओम शान्ति_*🙏🙏

       🌹🌻 *_ब्रह्माकुमारीज़_*🌻🌹

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ढाई अक्षर प्रेम के


प्रेम मनुष्य के जीवन का शाशवत सत्य है जिसे वह कभी चाह कर भी नकार नही सकता प्रेम के अक्षर भले ही ढाई होते हैं लेकिन शब्द अधूरा होते हुए भी प्रेम सदैव पूरा होता है।


प्रेम मनुष्य में जीवन का संचार करता है। ये वो शक्ति है जो मनुष्य में मनुष्यता लाती है।एक आत्मा को दूसरी आत्मा से तथा आत्मा को परमात्मा से जोड़े रखती है।प्रेम एक अथाह सागर की भाँती हैं जिसमे इसके सभी रूप समाए होते हैं।


कभी यह माँ-बच्चे के प्रेम के रूप में पल्लवित होता है तो कहीं पति-पत्नी में समर्पण भाव के रूप में उजागर होता है। कभी भाई-बहन में रक्षासूत्र के रूप में तो कभी मित्रों के हृदय में अविरल धारा की भाँती बहता है।


भक्त और भगवान के बीच या आत्मा और परमात्मा के बीच भी प्रेम का ही सम्बन्ध होता है।प्रेम ही तो है जो परमात्मा को भी आत्मा के समीप खींच लाता है। वो प्रेम ही है जिसके कारण भगवान् को भक्त के समक्ष आना पड़ता है।


किन्तु आज के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रेम का स्वरूप बदल कर सागर से तालाब जैसा हो गया है।लोग दूसरों द्वारा अपनी इच्छाओ की पूर्ति धोखा,

आकर्षण,वासना को ही प्यार समझने लगें हैं। आज प्रत्येक सम्बन्ध में चाहे माँ,बाप,बच्चों का सम्बन्ध हो। पति-पत्नी,भाई-बहन,मित्रों का सम्बन्ध हो सबमे कहीं ना कहीं स्वार्थ भावना है।


इसलिए आज आवश्यकता है


हम अपना सम्बन्ध उस प्रेम के सागर से जोड़े और स्वयं को निस्वार्थ प्रेम से भरपूर करके सभी को इस प्रेम की अनुभूति कराएं।ताकि सबके हृदय में सच्चे प्रेम की धारा बहे और किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचार,गलत भावनाएं,झूठ,धोखा आदि भावनाएं अंश मात्र भी ना रहें।


                ओम शांति

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