सूरजप्रकाश सिन्हा राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित,प्रदेश का नेतृत्व डॅा. रजक ने किया
सूरजप्रकाश सिन्हा राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित,प्रदेश का नेतृत्व डॅा. रजक ने किया
गोबरा नवापारा नगर
नगर के सेठ फूलचंद स्मृति महाविद्यालय नवापारा के डॅा. आरके रजक ने महात्मा ज्योति फूले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली उत्तरप्रदेश में भारत शासन के युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय के व्दारा आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर में छग राष्ट्रीय सेवा योजना दल का नेतृत्व किया। वहीं सेठ फूलचंद महाविद्यालय के सूरजप्रकाश सिन्हा व तुलसी साहू को चयनित किया गया। उक्त आयोजन 10 से 16 मार्च संपन्न हुआ। महाविद्यालय के एनएसएस कोआर्डिनेटर डॅा. आरके रजक एवं छात्र सूरजप्रकाश सिन्हा तथा तुलसी साहू का इस राष्ट्रीय शिविर में भाग लेना अंचल के लिए गौरव की बात है।
इस राष्ट्रीय एकता शिविर में देश के ज्वलंत समस्या नारी सशक्तिकरण एवं आत्मनिर्भर भारत विषय पर भाषण, पोस्टर, रंगोली, काव्यपाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छग के 10 प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। काव्यपाठ प्रतियोगिता में सूरजप्रकाश सिन्हा सेठ फूलचंद महाविद्यालय ने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस सफलता पर डॅा. समरेन्द्र सिंग राज्य एनएसएस अधिकारी, डॅा. नीता वाजपेयी विश्वविद्यालय समन्वयक, डॅा. ज्ञानेन्द्र शुक्ला जिला संगठक, अध्यक्ष चित्रोत्पला शिक्षण समिति मनमोहन अग्रवाल, उपाध्यक्ष रमेश पहाड़िया, डायरेक्टर भावना यश अग्रवाल, प्रशासक डॅा. पीबी हरिहरनो, प्राचार्य डॅा. शोभा गावरी, उपप्राचार्य डॅा. मनोज मिश्रा सहित महाविद्यालय परिवार ने हर्ष व्यक्त कर बधाई दी। शिविर से लौटने पर डॅा. आरके रजक ने जानकारी देते हुए बताया कि इस राष्ट्रीय एकता शिविर में स्वयंसेवक का चयन होना बहुत बड़ी उपलब्धि है। शिविर के दौरान शैक्षणिक भ्रमण के दौरान यांत्रिकी कारखाना पूर्वोत्तर रेल्वे इज्जतनगर बरेली जहंा रेल्वे इंजन, डिब्बे का मरम्मत होता है, साथ ही भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में 200 शिविरार्थियों को विस्तार से इन स्थानों का अवलोकन कराया गया। वहीं प्रतिदिन योगा सहित विभिन्न गतिविधि कराया जाता था। बौध्दिक सत्र में डॅा. सुनीता त्यागी, डॅा. नवनीत शुक्ला, डॅा. लक्ष्मीनारायण जोशी ने निर्णयन, मानवीय मूल्य व संस्कार विषय पर बताया कि आज हर व्यक्ति के जीवन में मानव का मूल्य घटते जा रहा है। जिसे बढ़ाना हम सबकी जवाबदारी है। भारतीय संस्कृति धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही है। हमारे युवाओं को हम सभी प्रेरित कर संस्कृति की मर्यादा को बनाए रख सकते हैं। साथ ही आयुर्वेद पध्दति से अनेक गंभीर रोगों से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं। रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति डॅा. केपी सिंग, लखनउ रीजन के डॅा. अशोक श्रोती एवं रोहेलखण्ड विश्वविद्यालय के समन्वयक डॅा. सोमप्रकाश सिंह एवं प्रशिक्षक डॅा. राहुल परिहार ने राष्ट्रीय स्तर के मंच पर सूरजप्रकाश सिन्हा को सम्मानित किया। इस शिविर में आजादी का अमृत महोत्सव दाण्डी मार्च विशाल रैली निकाली गई।