0 समस्त मंडलों में वादाखिलाफी को लेकर चलाए जा रहे हैं अभियान।
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार के ढाई वर्षों के कार्यकाल पर ग्रामीणों से पूछे सवाल...ग्रामीणों ने कहा...ढाई वर्षों में कांग्रेस सरकार ने किया वादाखिलाफी
0 समस्त मंडलों में वादाखिलाफी को लेकर चलाए जा रहे हैं अभियान।
गरियाबंद
जिले के भाजपा नेताओं ने राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की जनता से जो वायदा सरकार ने किया था, वह पूरा नहीं हुआ है, इसलिए जनता कांग्रेस सरकार से नाराज हैं। महिलाओं और बेरोजगारों के बीच आक्रोश की स्थिति है। शराबबंदी नहीं हुई, महिला स्व-सहायता समूह कर्ज माफी के इंतजार में है। वहीं बेरोजगार युवक नौकरी और बेरोजगारी भत्ता नहीं देने से धोखा देने की बात कह रहे हैं।
भाजपा जिला संगठन अंतर्गत 9 मंडलों में पिछले 4 दिनों तक कांग्रेस सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। भाजपा के कार्यकर्ता विभिन्न गांवों में पहुंचकर जनता से सवाल पूछे कि क्या कांग्रेस ने जनता से किया वादा पूरा किया है। 36 घोषणाओं को लेकर आम जनता से सवाल किए और ग्रामीणों ने भाजपा नेताओं को बताया कि ढाई वर्षो में कांग्रेस ने आमजनता से वादाखिलाफी किया है। विकास के कार्य ठप है, अनेक हितग्राहीमूलक योजनाएं बंद कर दी गई है। शराब घर-घर पहुंच रही है। आम जनता की परेशानी दूर करने में सरकार असफल हो गई है।
भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेश साहू, जिला महामंत्री पुनीत राम सिन्हा, अनिल चंद्राकर, उपाध्यक्ष योगेश शर्मा, छतरसिंह ठाकुर, जिला कोषाध्यक्ष राहुल सेन, जिला मंत्री मिलेश्वरी साहू, चिरंजीव देवांगन, प्रचार प्रसार मंत्री राधेश्याम सोनवानी, मंडल अध्यक्ष सीताराम यादव, लूद्रास साहू, गुरुनारायण तिवारी, दुलार सिन्हा, सुरेंद्र सोनटेके, पीलू यादव, संदीप पांडेय, कमल सिन्हा, प्यारेलाल सोनकर इत्यादि भाजपा नेताओं ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है। कांग्रेस सरकार के वादाखिलाफी को लेकर आम जनता में आक्रोश व्याप्त है। जमीनी हकीकत जानने में सच्चाई सामने आई है, जिसमें आम जनता कह रही है कि वादा करके सरकार धोखा दे रही है। कांग्रेस के जन घोषणा पत्र को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता अनेक ग्रामों में गए थे, जिसमें ग्रामीण भाजपा कार्यकर्ताओं से ही पूछने लगे कि विधानसभा के चुनाव कब है। भाजपा के सवाल थे कि शराबबंदी नहीं की गई है, एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, किसानों से एक-एक दाना धान खरीदी करने का वायदा, भूमिहीन परिवारों को जमीन, प्रधानमंत्री आवास के किस्त की राशि, आयुष्मान योजना को रोके जाने का कारण सहित अनेक सवालों को लेकर कार्यकर्ता गए थे।