रिजर्व फारेस्ट के अरसीकन्हार रेन्ज मे इन दिनो सागौन तस्कर सक्रीय,हाईटेक बेरियर बना शो पीस
रिजर्व फारेस्ट के अरसीकन्हार रेन्ज मे इन दिनो सागौन तस्कर सक्रीय,हाईटेक बेरियर बना शो पीस
जयलाल प्रजापति / नगरी
रिजर्व फारेस्ट के अरसीकन्हार रेन्ज मे इन दिनो सागौन तस्कर सक्रीय हो गये जो जंगलो मे इन दिनो सागौन के हरे भरे छाडो मे धडल्ले से कुल्हाडी चला कर जंगलो को नुकसान पहुचा रहे अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनो मे जंगलो का नामोनिसान मिट जायेगा ।
धमतरी जिला मे रिजर्व फारेस्ट का कुछ हिस्सा आता है जिसका मुख्यालय गरियाबंद जिला मे है जहा इस जंगल को सबसे सुरक्षित जंगल माना जाता है मगर अधिकारियो कर्मचारियो के उदासिनता के चलते अब यह जंगल भी सुरक्षित नही बच पा रहा है जहा आये दिन लकडी तस्कर गिले व इमारिती लकडी को अपनी पसंद के अनुसार चौपट कर रहे है जिन्हे रोकने टोकने वाले नजर ही नही आते को अरसीकन्हार रेन्ज के कक्ष क्र 204 मे जहा सागौन का प्लाटेशन का निरिक्षण किया जंगलो मे कई जगह गिले सागौन के ढूढ के साथ सागौन का गोला जंगलो मे तस्कर द्वारा काटकर रखा पाया गया और जंगल के अंदर भी कई लोग कुल्हाडी से लैस जंगलो मे काटते नजर आये जो पत्रिका टीम को देखकर जंगल मे छूप गये जहा वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी का इन अवैध तस्करो को बिल्कुल भी डर नही जो खुलेआम दिनदहाडे जंगलो मे हरे भरे छाडो को नुकसान पहुचा रहे
तस्कर चलाकी से ढूढ को भी गायब कर रहे
जंगल के अंदर गिले छाडो को आरा से भी काटा जा रहा व कई तस्कर तो सबूत भी नही छोड रहे झाड को जमीन लेवल से ही काट रहे व बचे हुए ढूढ को रेत से ढक दे रहे ऐसे मे पता ही नही चलता की छाड कटा है की नही झाड के अवसेस से ही पता चल पाता है की यहा झाड कटा है
हाईटेक बेरियर बना शो पीस
जंगलो की रक्षा व अवैध कटाई रोकने विभाग मे हाईटेक बेरियर बनाया गया है मगर यहा जलाऊ लकडी लाने रोजाना सैकडो लोग जाते है और जंगल से लकडी काटकर सर बोझा बनाकर बेरियर की ओर से ही लाते है जिसके चलते जंगलो मे काफी नुकसान हो रहा वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी को मामले की जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही नही कर रहे जिसका नतीजा जंगलो को चुकाना पड रहा है अगर यही हाल रहा तो यहा जंगलो का नामोनिसान मिटने मे समय नही लगेगा
बाहर से जंगल दिखता है घना
रिजर्व फारेस्ट का निरिक्षण करने पर पता चला की यहा जंगल बाहर से काफी घना दिखता है मगर अंदर जाने पर यहा ढूढ ज्यादा नजर आते है अगर ये ढूढ नही होते तो आज जंगल अंदर भी काफी घना होता
अगर इमारती लकडी की अवैध कटाई हो रही है तो मै जाच करवाता हू और कार्यवाही भी करगे जंगलो की सुरक्षा पर विषेश ध्यान दिया जा रहा है
आयुस जैन उप निदेशक सितानदी उदन्ती अभ्यारण गरियाबंद