श्रम विभाग दलालों को मृत्यु की सूची देकर गरीबो से वसूल रहे कमीशन-बंजारे
- श्रम विभाग दलालों को मृत्यु की सूची देकर गरीबो से वसूल रहे कमीशन-बंजारे
तेजस्वी यादव/छुरा
गरीबों को मिलने वाली मृत्यु की राशि पर अब गरियाबंद श्रम निरीक्षक वर्तमान प्रभारी अधिकारी का नजरे कमीशन को लेकर गरीबो की खातों पर टिका हुआ है । प्रभारी अधिकारी अपने दलालों को भेज कर सीधा बात चीत करवाते हैं हितग्राहियों से और जो गरीब मजदूर किसान, हितग्राही तैयार हो जाते है उसका 5 दिन के अंदर रकम डालवाने की बात करते हैं उसके दलाल।और कमीशन नही देने पर हितग्राहियों को साल भर चक्कर लगवाते रहते हैं एवं अंत मे दलालों के माध्यम से काम करवाना पड़ता है।इस प्रकार सरकार के अधिकारी का रौब चलता है।जबकि उच्च अफसर भी इस प्रकार की बातों को जान कर अनजान बने रहते हैं और गरीबो को मिलनी वाली मृत्यु की राशि को दलाल से लेकर अधिकारी तक पहुँच रहे हैं।इस तरह श्रमिकों मजदूरों गरीबो के परिवारों में किसी दिन दुखिया गरीब की मृत्यु हो जाती हैं और शासन से मिलनी वाली रकम में डाका डालना शर्म की बात है व घोर निंदनीय कार्य है।न तो अधिकारी कर्मचारी स्वयं निरीक्षण करने आते है ना समय सीमा में ठीक से जांच पड़ताल करते हैं।सिर्फ अधिकारी अपने चहेते दलालों को भेज कर अपना काम करवाते हैं।आखिर गरीबो को कब तक अन्याय सहना पड़ेगा।प्रभारी अधिकारी के खिलाफ शिकायत किया गया है फिर भी कौन भ्रष्ट अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है जो बचाने में सफल व कामयाब हो जाते हैं।जबकि दलालों की शिकायत व अधिकारी के खिलाफ श्रमायुक्त में भी किया गया है।अब देखना यह होगा की श्रमायुक्त कब इस विषय पर जांच कर गरीबो को होनी वाली पीड़ा को कम कर जुल्म करने वाले श्रमिकों पर अपना शिकंजा कसते है।श्रमिकों मजदूरों गरीबों के आवाज रुपनाथ बंजारे ने कहा श्रम निरीक्षक वर्तमान प्रभारी अधिकारी के द्वारा अपने दलालों को मृत्यु की सूची देकर गांव गांव घुमा रहे हैं।और गरीब हितग्राहियों से कमीशन मांग रहे हैं यह बर्बरता पूर्वक कार्य निंदनीय काम कब तक चलेगा।अब श्रमिकों पर तानाशाही नही चलेगी।शिकायतों का अंबार है इस भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ फिर भी जिला के अधिकारी गरीबों पर इस तरह अत्याचार करवा रहे है।शासन अपने प्रशासन पर लगाम लगाने में नाकाम हो रही हैं।क्योंकि शिकायतों का भी कोई समाधान नहीं होता।शासन इस विषम परिस्थितियों को देखते हुए गरीब हितग्राहियों को न्याय दिलाने का कष्ट करें।