*स्व्च्छता के क्षेत्र में बेहरीन कार्य कर रही ग्राम पंचायत धरसीवां*
*स्व्च्छता के क्षेत्र में बेहरीन कार्य कर रही ग्राम पंचायत धरसीवां*
*महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं हर घर से ले जा रही कूड़ा कचरा*
*ग्राम पंचायत भवन भी सुंदरता की मिसाल*
*चौबीस घण्टे ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध*
सुरेन्द्र जैन/ धरसीवां
छत्तीसगढ़ की राजधानी से लगी कुछ ग्राम पंचायतें जहां एक ओर भ्र्ष्टाचार के चलते गंदगी को ही अपनी पहचान बना चुकी हैं तो वहीं धरसीवां सिलतरा ग्राम पंचायत अपने गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाने में अग्रणी रूप से कार्य कर रही हैं।
ग्राम पंचायत भवन धरसीवां को इतना बेहतर तरीके से स्वच्छ व सुंदर किया है कि यह लोगो को अपनी ओर आकर्षित करता है ग्राम पंचायत के सामने ही बागवानी भी लोगो को अपनी ओर लुभाती है अंदर सरपंच सचिव और सभाहाल को भी बेहतर ढंग से सजाया गया है सरपंच वहीदा सुल्तान एवं उपसरपंच साहिल खान ने बताया कि उनके प्रयास हैं कि गांव स्वच्छ व सुंदर रहे इंसमे ग्रामीणों का सहयोग अपेक्षित रहता है।
*महिला स्वसहायता समूह की महिलाओ की भागीदारी*
गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाने में ॐ नमः शिवाय नामक महिला स्वसहायता समूह महत्पूर्ण जिम्मेदारी निभा रही है समूह की 15 महिला सदस्य तीन कूड़ादान साइकिलों से घर घर जाती हैं और हर घर से सूखा एवं गीला कूड़ा कचड़ा लेकर आती हैं जिसे वर्मी कंपोस्ट स्थल पर एक शेड के नीचे एकत्रित करती हैं यहां वह सूखे कूड़ा कचरे से पॉलीथिन प्लास्टिक कागज खडडा आदि को अलग अलग करती हैं जिसे बेचकर उन्हें बर्तमान में माह में लगभग पांच छह हजार रुपये मिलते हैं यहां वर्मी कंपोस्ट बनाने की भी तैयारी की जा रही है हर घर से कूड़ा कचरा लाने के लिए प्रति घर से 30 रुपये मासिक लिया जाता है लेकिन अभी कई लोग उन्हें तीस रुपये महीने भी नहीं देते स्वसहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि जो लोग उन्हें महीने के तीस रुपये नहीं देते उनके घर का कूड़ा कचरा भी वह सिर्फ इसलिए लेकर आती हैं कि नहीं लाएंगे तो वह लोग सडको पर ही फेकेंगे ओर गांव की सुंदरता को दाग लगेगा ।
*चौबीस घण्टे पेयजल उपलब्ध*
धरसीवा में पेयजल की समस्या वर्षों से चली आ रही थी लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद ग्राम पंचायत ने कुछ वार्डों पेयजल चौबीस घण्टे उपब्ध कराने के उद्देश्य से कुछ वार्डों में बोर में सब मर्शिबल लगाया है 7 जगह सब मर्शीवल लगाके बड़ी बड़ी पानी टँकीया रखबा दी है जिससे ग्रामीणों को चौबीस घण्टे पेयजल उपलब्ध हो रहा है।
*बाजार में चबूतरों का निर्माण*
धरसीवां में साप्ताहिक बाजार भी बेहतरीन है यहां दुकानदारों के लिए चबूतरों का निर्माण कराया गया है और साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है जिससे बाजार एवं गांव की गलियों में कहीं भी कूड़ा कचरा दिखाई नहीं देता।
*सबक लें धरसीवां सिलतरा से*
भ्र्ष्टाचार में गले तक डूबी जो ग्राम पंचायते गांव की गलियां तो दूर अपने पंचायत भवनों के आसपास भी साफ सफाई नहीं कराती ग्रामीणों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध नहीं करा पाती ऐंसी ग्राम पंचायतों को सिलतरा ओर धरसीवां ग्राम पंचायतों के कार्यों से सबक लेने की जरूरत है।