वीर शहीद नारायण के शहादत दिवस गरियाबंद जिले के सभी हॉस्टलों में मनाया
वीर शहीद नारायण के शहादत दिवस गरियाबंद जिले के सभी हॉस्टलों में मनाया
गरियाबंद
-वीर शहीद नारायण के शहादत दिवस गरियाबंद जिले के सभी हॉस्टलों में मनाया गया आदिवासी क्रीड़ा परिसर गरियाबंद, पोस्ट मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास ,पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास ,प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास गरियाबंद के साथ-साथ गरियाबंद जिले के सभी छात्रावास में 10 दिसंबर को मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि लोकेश्वरी नेताम सभापति कृषि जिला गरियाबंद भरत दीवान अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज जिला गरियाबंद, नरेंद्र कुमार ध्रुव अध्यक्ष युवा प्रभाग सर्व आदिवासी समाज एवं जेआर चौरसिया अपर कलेक्टर ,सहायक आयुक्त बद्रीश सुखदेवे के उपस्थिति में मनाया गया जिसने बच्चों के द्वारा आदिवासी लोकगीत एवं लोक नृत्य का आयोजन रखा गया और वीर शहीद नारायण के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना किया गया और कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तत्पश्चात सभी अतिथियों के द्वारा उद्बोधन एवं वीर शहीद नारायण के शहादत दिवस के संबंध में बताया गया ।
वीर शहीद नारायण एक आदिवासी वीर सपूत पुत्र है जो सोनाखान में जिसका जन्म हुआ हां गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले वीर शहीद नारायण छत्तीसगढ़ के प्रथम सेनानी ने गिना जाता है जो अंग्रेजों के गुलामों की जंजीरों से वाह आजाद करना चाहते थे और उसी समय पूरे छत्तीसगढ़ में अकाल पड़ गया था उसकी प्रजा दाने दाने के लिए तरस रहे थे और अंग्रेजों के गोदामों में माल भरा हुआ था वाह प्रजा को भूखा ना देखकर रायपुर के गोदामों में जाकर ताला तोड़कर वहां की अनाजों को पूरा गरीबों में बांट दिया इसी कारण अंग्रेजों ने देशद्रोही का आरोप लगा कर रायपुर के जय स्तंभ चौक पर वीर शहीद नारायण को फांसी दे दिया गया और तोप से उड़ा दिया गया उन्हीं के यहां के याद में 10 दिसंबर को शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है और बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया और जेआर चौरसिया सर के द्वारा बच्चों को बैडमिंटन रैकेट प्रदान किया गया इस कार्यक्रम में सभी छात्रावास के अधीक्षक अधीक्षिका का महत्वपूर्ण योगदान रहा जिसमें श्रीमतीठाकुर मेडम, श्रीमती तनु सिंह ,नरेंद्र सोनवानी मौजूद रहे और मंच का संचालन भाग सिंह ठाकुर अधीक्षक कीड़ा परिसर गरियाबंद के द्वारा किया गया सभी अतिथियों का आभार व्यक्त श्रीमती ठाकुर मैडम के द्वारा किया गया साथ ही कार्यक्रम का समापन किया गया।